लाहौर: पंजाब प्रांत की राजधानी लाहौर के गुलशन ए इकबाल पार्क में ईस्टर के दिन हुए आत्मघाती हमले में अब तक 72 लोग जान गंवा चुके हैं जबकि 300 से ज्यादा लोग बुरी तरह जख्मी हैं जिसमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक लाहौर में 28 साल के एक मदरसा शिक्षक ने 15-20 किलो विस्फोटक अपने शरीर से बांधकर 72 लोगों को मौत के घाट उतारा है। गौरतलब है कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को फोन कर इस घटना पर शोक जता चुके हैं।
आपको बता दे कि पुलिस को गुलशन-ए-इकबाल पार्क पर इस आत्मघाती हमलावर का कटा हुआ सिर और आई-कार्ड मिला है। कटा हुआ सिर फॉरेन्सिक जांच के लिए भेज दिया गया है। इस आई-कार्ड के मुताबिक, उसका नाम मुहम्मद युसुफ, पिता का नाम फरीद, निवासी फतेह सोहरानी, बस्ती बेंतवाला, मुजफ्फगढ है। इसमें उसकी जन्मतिथि 1 जनवरी, 1988 लिखी हुई है। युसुफ के चारों भाइयों और एक चाचा को हिरासत में ले लिया गया है। पिछले आठ साल से युसुफ लाहौर के एक दीनी तालीम वाले मदरसे में रह रहा था। पढाई के बाद वो उसी मदरसे में शिक्षक बन गया। उसका पिता फरीद सब्जी बेचता है। युसुफ पिछले दो महीने से अपने परिवार से अलग था।
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कहां हुआ धमाका:
धमाका गेट नम्बर 1 के पास हुआ जहां रविवार को ईस्टर के मौके पर काफी भीड़ थी। यहां बच्चे झूलों और टॉय ट्रेन पर सवार थे। सुरक्षा के नाम पर ढाई वर्गकिलोमीटर इलाके में फैले पार्क में 40 प्राइवेट सिक्यूरिटी गार्ड्स थे। तहरीके-तालिबान पाकिस्तान के एक गुट जमातुल-अहरर ने हमले की जिम्मेवारी ली है।
पाकिस्तानी सेना और रेंजर्स ने लाहौर, फैसलाबाद और मुल्तान में पांच जगह छापे मारे हैं। सेना के प्रवक्ता के मुताबिक बड़ी मात्रा में हथियार और गोला बारूद बरामद हुए हैं। पाकिस्तान के आर्मी चीफ जनरल राहील शरीफ ने आज रावलपिंडी के जनरल हेडक्वार्टर्स में एक उच्चस्तरीय बैठक में हालात का जायजा लिया। लाहौर में पंजाब सरकार ने तीन दिन के शोक का ऐलान किया है।