लंदन: तुर्की में तैनात एक ब्रिटिश राजनयिक को एक सेल्फी ट्वीट करने पर वहां चौतरफा आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि यह सेल्फी एक जासूसी के आरोपी पत्रकार के साथ ली गई है। मीडिया रपटों से मिली जानकारी के मुताबिक, दो पत्रकारों, कैन डनदार जोकि कमहुरियत अखबार के मुख्य संपादक हैं, तथा उनके सहयोगी एरदेम गुल पर 'सरकार का तख्ता पलट करने की कोशिश' का मामला चल रहा है, क्योंकि उन्होंने एक वीडियो साझा किया था, जिसमें तुर्की की खुफिया एजेंसी को 2014 में सीरिया में हथियारों की आपूर्ति करते दिखाया गया है।
वीओएन्यूजडॉटकॉम के हवाले से बताया गया है कि तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एडरेगन ने उस तस्वीर पर नाराजगी व्यक्त की है, जिसमें ब्रिटेन के महावाणिज्यदूत लिग टर्नर इनमें से एक पत्रकार के साथ दिखाई दे रहे हैं। एडरेगन के हवाले से कहा गया है, "एक देश के महावाणिज्यदूत जासूसी के आरोपी की मदद के लिए उसपर चल रहे मुकदमे को देखने गए, साथ ही उसके साथ गाल से गाल मिलाकर तस्वीर भी खिंचवाई और उसे प्रसारित भी किया।"
उन्होंने कहा, "और वह यही नहीं रुके, सोशल मीडिया पर उन्होंने ऐसी बाते कही कि 'तुर्की को यह फैसला करना चाहिए कि यह किस प्रकार का देश है।' उनका इरादा इन शब्दों के अर्थ से अधिक है।" राष्ट्रपति ने कहा कि यह तुर्की की 'उदारता और आतिथ्य' है कि टर्नर अभी तक इस देश में हैं। एडरेगन ने कहा, "अगर यह कोई दूसरा देश होता तो इस तरह का व्यवहार दिखाने पर वे अभी तक महावाणिज्यदूत नहीं होते। उन्हें एक दिन भी टिकने नहीं दिया जाता।"