यमुना में नहाने गए चार युवक डूब गए। इनमें से तीन युवकों के शव बरामद किए गए हैं, जबकि चौथे की तलाश जारी है। चारों युवक गाजियाबाद के रहने वाले थे।
दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली के 1000 स्थानों पर छठ पूजा के लिए खास व्यवस्था भी की गई थी। हालांकि यमुना नदी का पानी पिछले साल भी ऐसा ही था, जब छठ पूजा के दौरान लोगों को झाग वाले गंदे व जहरीले पानी में खड़े होकर पूजा करना पड़ा।
छठ पूजा का त्योहार आज खत्म हो गया है। सुबह के दौरान भगवान सूर्य को अर्घ्य दे दिया गया है। इस बाबत दिल्ली में भी काफी तैयारियां की गई थीं। लेकिन यमुना के पानी में खड़े होकर छठ मनाना नुकसानदायक हो सकता है। दरअसल यमुना के पानी में जहरीले फॉस्फेट की मात्रा अधिक है। इससे कई बीमारियां हो सकती हैं।
फरीदाबाद पुलिस ने हत्या के आरोपी को यमुना नदी में कूदकर गिरफ्तार किया है। वहीं इस तरह से आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद सभी लोग पुलिस की तारीफ कर रहे हैं।
दिल्ली को जुलाई के मध्य में अभूतपूर्व जलभराव और बाढ़ से जूझना पड़ा था। इतना ही नहीं, यमुना का जल 13 जुलाई को 208.66 मीटर के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया था।
दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गया है। हिमाचल और उत्तराखंड में भारी बारिश के पुर्वानुमान के चलते जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।
यूपी के कौशांबी से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां यमुना नदी से डॉल्फिन मछली मिली है, जिसे मछुआरे काटकर खा गए। डॉल्फिन का शिकार कर ले जाने का वीडियो भी सामने आया है।
उत्तरी रेलवे ने कहा कि दिल्ली और शहादरा के बीच के रेल लाइन को फिलहाल के लिए बंद कर दिया गया है। दरअसल हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के कुछ भागों में अब भी बारिश जारी है।
हथिनीकुंड से डेढ़ लाख क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बता दें कि यमुना का वार्निंग लेवल 204.50 है। वहीं डेंजर लेवल 205.33 है। यमुना में बढ़ते जलस्तर के कारण बाढ़ से प्रभावित लोग रिंग रोड स्थित रिलीफ कैंप में फिर से पहुंचने लगे हैं।
राजधानी दिल्ली पर एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी राजधानी को ओर बढ़ रहा है। यमुना एक बार फिर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचकर राजधानी में तबाही मचा सकती है।
यमुना का जलस्तर एक बार फिर बढ़ने का अनुमान है। केंद्रीय जल आयोग के इस अनुमान के बाद दिल्ली सरकार ने अफसरों को अलर्ट कर दिया है।
यमुना नदी का पानी ताजमहल की बाहरी दीवारों तक पहुंच गया है जिससे इस विश्व प्रसिद्ध स्मारक के पीछे बना बागीचा जलमग्न हो गया।
दिल्ली में पिछले दिनों यमुना के जलस्तर में हुई रिकॉर्ड वृद्धि की वजह से शहर के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए थे।
यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। आज सुबह यमुना नदी का जलस्तर 497.20 फीट तक पहुंच गया है। ताजमहल के पीछे बने ताजव्यू प्वाइंट पर भी यमुना नदी का पानी पहुंच गया है जिसके बाद इस आम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।
यमुना नदी के बढ़े जलस्तर और पिछले दिनों हुई भयानक बारिश की वजह से दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। हालांकि अब यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आईटीओ पर बने यमुना नदी के बैराज के गेटों को लेकर कहा कि इस पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी NTPC के पास है।
दिल्ली में बाढ़ आने के बाद आखिरकार केजरीवाल सरकार को सेना की मदद लेनी ही पड़ी। सेना के इंजीनियरों की मदद से आईटीओ बैराज के जाम पड़ चुके गेट को खोला गया है।
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि आज दिल्ली के अंदर बिना बारिश के जो बाढ़ आई है, यह एक प्रायोजित की हुई आपदा है। यह प्राकृतिक आपदा नहीं है। इस बात को हम पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकते हैं।
दिल्ली में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण तीन जल शोधन संयंत्रों (वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) बंद हो गए हैं, जिसके बाद राजधानी के कई सारे इलाकों में पीने के पानी की किल्लत होने वाली है।
दिल्ली आईटीओ के मेन रोड पर बाढ़ का पानी भर चुका है। आईटीओ चौराहे पर स्थित सरकारी दफ्तरों में यमुना का पानी घुस गया है।
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