रूस-यूक्रेन युद्ध की सबसे चौंकाने वाली खबर सामने आ रही है। अमेरिका ने रूस से युद्ध लड़ने के लिए यूक्रेन को हथियारों की बड़ी खेप भेजी है। मगर इनमें ज्यादातर हथियार ईरानी हैं। जबकि ईरान और रूस गहरे दोस्त हैं। ईरान अमेरिका का भी दुश्मन है। इसके बावजूद अमेरिकी रणनीति ईरानी हथियार यूक्रेन पहुंच चुके हैं।
भारत दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश बन गया है। SIPRI की रिपोर्ट में इस बात का खुलासा हुआ है। इसके अनुसार पिछले 5 साल में भारत विश्व का सबसे बड़ा हथियार आयातक देश बन गया। जानिए सबसे ज्यादा हथियार भारत ने किससे खरीदे?
रूस की ओर से एंटी-सैटेलाइट हथियार बनाने और उसे युद्ध क्षेत्र में तैनात कर दिए जाने के दावे को अमेरिका ने खारिज कर दिया है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा है कि खुफिया रिपोर्ट के अनुसार रूस ने ऐसे किसी हथियार की तैनाती नहीं की है।
रूस से 2 वर्षों से युद्ध लड़ रहे यूक्रेन के पास अब हथियार और गोला-बारूद की भयंकर कमी हो गई है। अब उसे कोई आगे सहायता देने को तैयार नहीं है। ऐसे बुरे वक्त में फ्रांस ने एक बार फिर जेलेंस्की को मदद देने का ऐलान किया है। फ्रांस के राष्ट्रपति ने यूक्रेन को मिसाइल और बमों की आपूर्ति करने का ऐलान किया है।
अमेरिका से लेकर अफ्रीका तक पूरी दुनिया भारत के हथियारों की दीवानी है। खासकर आकाश और ब्रह्मोस मिसाइल का लोहा पूरी दुनिया मानती है। जानिए क्या है कारण?
रूसी सेना अमेरिकी सहायता खत्म होने पर यूक्रेन पर हावी होने लगी है। रूस अब यूक्रेन पर हमला करने के लिए उत्तर कोरियाई मिसाइलों का इस्तेमाल कर रहा है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स में इसका दावा किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार रूस ने 30 दिसंबर से 2 जनवरी के बीच ये हमले किए हैं। वहीं यूक्रेन अब ईरान से मदद मांग रहा।
पाकिस्तान तालिबानियों को घातक हथियार देखकर घबरा गया है। पाकिस्तान ने संयुक्त राष्ट्र से कहा है कि तालिबानी आतंकियों के पास इतने उन्नत और घातक हथियार कहां से आ गए, इसकी जांच कराई जानी चाहिए। अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद से ही टीटीपी आतंकियों ने पाकिस्तान पर कई बड़े हमले किए हैं।
डीआरडीओ एक के बाद एक नए परीक्षण कर रहा है। इस बार डीआरडीओ द्वारा विकसित स्वदेशी आकाश हथियार प्रणाली का इस्तेमाल भारतीय वायुसेना ने किया है। इस परीक्षण में आकाश मिसाइल ने एक साथ 4 लक्ष्यों को हवा में नष्ट कर दिया।
रूस और यूक्रेन युद्ध के बीच सबसे बड़ी खबर ये है कि यूक्रेन के पास हथियारों का भंडार खत्म हो चुका है। ऐसे में अब उसके बाद जंग लड़ने के लिए हथियारों और गोला-बारूद की कमी होने लगी है। लिहाजा अब जेलेंस्की की टेंशन बढ़ गई है। वह हथियार मांगने फिर से अमेरिका के पास पहुंच गए हैं।
इजरायली सेना ने उत्तरी गाजा के एक स्कूल में हथियारों का बड़ा जखीरा बरामद किया है। इससे पहले अल-शिफा अस्पताल के एमआरआइ सेंटर में हथियारों की बड़ी खेफ मिल चुकी है। इजरायली सेना ने स्कूल में हथियार मिलने के बाद कहा कि जहां खिलौने होने चाहिए, वहां मोर्टार और गोले मिल रहे हैं।
इजरायली सेना ने इस्लामिक जिहाद के उत्तरी कमान पर कब्जा कर लिया है। साथ ही 7 अक्टूबर को हमास की ओर से अपहृत 19 वर्षीय नोवा मार्सिआनो का शव भी शिफा अस्पताल के पास से बरामद किया है। आतंकियों ने मार्सिआनो का महीनों तक शोषण करने के बाद हत्या कर दी।
इजरायल-हमास युद्ध में हिजबुल्लाह आतंकी संगठन नए किस्म के हथियारों से इजरायल पर हमले कर रहा है। हिजबुल्लाह हमास और गाजा पर इजरायली हमले के खिलाफ है। हिजबुल्लाह की ओर से पहले गाजा में इजरायली हमले रोकने की चेतावनी दी गई थी। मगर इजरायली हमले जारी रहने के बाद वह भी जंग में कूद गया।
रूस-यूक्रेन युद्ध में लातविया खुलकर मास्को के खिलाफ आ गया है। लातविया के राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स ने कहा कि रूस को रोकने के लिए यूक्रेन को हथियार देते रहना जरूरी है। जो देश अभी तक रूस के खिलाफ आने से संकोच कर रहे हैं, अब उन्हें भी खुलकर यूक्रेन को हथियार देते रहना चाहिए।
यूक्रेन के साथ डेढ़ वर्षों से अधिक समय युद्ध में बीत जाने के बाद अब रूस ने पाकिस्तान और मिस्र को जोरदार झटका मारा है। यूक्रेन की एक स्वतंत्र न्यूज एजेंसी ने अमेरिका के वॉल स्ट्रीट जनरल के हवाले कहा है रूस ने पाकिस्तान, मिस्र, बेलारूस और ब्राजील समेत अन्य देशों से हथियार व युद्धक विमानों के इंजन वापस मांग लिए हैं।
इजरायली सेना ने हमास आतंकियों के पास से हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेप बरामद की है। यह वही हथियार और विस्फोटक हैं, जिनका इस्तेमाल आतंकियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले कि लिए किया था। इस हमले में 1400 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हुई थी। वीडियो देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने इजरायल को हराने का संकल्प ले लिया है। दक्षिण कोरिया की खुफिया रिपोर्ट के अनुसार वह फिलिस्तीन के सपोर्ट में हैं और उन्होंने अपने अधिकारियों को फिलिस्तीनियों की हर मदद करने का ऐलान किया है। वह हमास जैसे संगठनों को भी हथियार उपलब्ध करा सकते हैं।
इजराइल हमास की जंग में अमेरिका की बल्ले बल्ले हो रही है। इस जंग में इजराइल को डिफेंस सिस्टम और तोप के गोलों की मांग बढ़ सकती है। अमेरिकी कंपनियों का कहना है कि इस डिमांड पर उन्हें फायदा होगा।
भारतीय जल्द ही इजरायल की तर्ज पर आयरन डोम बनाने जा रहा है। इसकी मारक क्षमता 400 किलोमीटर तक होगी। यह ऐसा एयर डिफेंस सिस्टम होगा, जो 400 किलोमीटर की रेंज में दुश्मनों की सभी मिसाइलों, रॉकेटों, अटैक हेलीकॉप्टरों और फाइटर जेट्स को हवा में ही मारकर गिरा देगा। इससे भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी संसद के निचले सदन ने परमाणु परीक्षण को रोकने वाली संधि के अनुमोदन को रद्द करने वाले विधेयक को अंतिम मंजूरी दे दी है। अब यह उच्च सदन में जाएगा। पुतिन पहले ही इसका ऐलान कर चुके हैं। लिहाजा विधेयक वहां से भी पास होना तय है। रूस के इस कदम से यूक्रेन पर परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के 18 महीने बीत जाने के बाद जेलेंस्की को फिर हथियारों और गोला-बारूद की भारी मात्रा में जरूरत है। हथियारों की कमी से जेलेंस्की का हौसला टूटने लगा है। इसलिए वह फिर यूरोपीय देशों से समर्थन जुटा रहे हैं। ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने सहयोगी देशों से जेलेंस्की को हथियार देने की अपील की है।
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