Vitamins For Tiredness: उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं के शरीर में दिनभर थकान, कमजोरी और चिड़चिड़ापन बढ़ने लगता है। इसकी वजह शरीर में हो रही विटामिन और मिनरल्स की कमी हो सकती है। जानिए इसकी वजह कौन से विटामिन हो सकते हैं?
टेक वेबसाइट नॉर्डपास की ओर से कमजोर पासवार्ड की एक लिस्ट निकाली गई है, जिसे आसानी हैकर्स द्वारा क्रेक किया गया है।
कोरोना से ठीक हुए लोगों को लंबे समय तक कमजोरी महसूस होती रहती है। अच्छी लाइफस्टाइल और सही खानपान से शरीर में धीरे-धीरे ऊर्जा बढ़ने लगती है। लेकिन नियमित व्यायाम करना ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। स्वामी रामदेव से जानिए कमजोरी को दूर करने के लिए योगासन।
कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके मरीजों में थकान और कमजोरी की समस्याएं आम हैं। ऐसे में स्वामी रामदेव से इस समस्या से निजात पाने का तरीका जानें।
अगर आपको व्रत के दौरान कमजोरी महसूस हो और आप कुछ खाने से परहेज करें। तो ऐसे में कुछ ड्रिंक्स पीने से आप उर्जावान महसूस करेंगे।
हड्डियों के कमजोर होने के पीछे बहुत से कारण हो सकते हैं। लेकिन, लाइफस्टाइल में बदलाव करके और नियमित रूप से योगाभ्यास करके बोन्स को मजबूत बनाया जा सकता है।
कोरोना से रिकवर होने के बाद डायबिटीज मरीजों को स्वास्थ्य से संबंधित कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
2019 में BJP को अगर 2014 जैसा प्रदर्शन दोहराना है तो अपनी ताकत बचानी होगी और विपक्ष अगर BJP को हराना चाहता है तो उसे BJP की ताकत छीनकर अपनी ताकत भी बचानी होगी
डीजल की कीमतों ने सोमवार को लगातार दूसरे दिन नई रिकॉर्ड ऊंचाई को छुआ है
बैंकों के कर्ज की लागत बढ़ने से भारतीय कॉरपोरेट जगत के लिए ऋण लेना महंगा हो गया है, जिससे औद्योगिक उत्पादन तथा घरेलू मांग में सुधार पर असर पड़ रहा है। एक रिपोर्ट में यह निष्कर्ष निकाला गया है।
रुपए में लगातार गिरावट से 2018-19 में देश का कच्चा तेल आयात बिल 26 अरब डॉलर तक बढ़ सकता है। डॉलर के मुकाबले रुपए की गिरावट जारी रहने से तेल आयात बिल 114 अरब डॉलर तक पहुंच सकता है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी और घरेलू करेंसी रुपए में गिरावट की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों को दाम बढ़ाने पड़े हैं
वैश्विक बाजारों के सुस्त रुख के बीच स्थानीय आभूषण निर्माताओं की कमजोर मांग से दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का भाव 365 रुपए टूटकर 30,435 रुपए प्रति दस ग्राम रहा।
लगभग 5 हफ्ते तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती या स्थिरता के बाद तेल कंपनियों ने इस हफ्ते फिर से दाम बढ़ाना शुरू किए हैं और शनिवार को लगातार तीसरे दिन दाम बढ़ाए गए हैं। लगातार 3 दिन तक पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है उसके बाद दिल्ली में पेट्रोल 43 पैसे और डीजल 38 पैसे प्रति लीटर महंगा हो गया है।
डॉलर के मुकाबले भारतीय करेंसी रुपए में लगातार गिरावट के पीछे बड़ी वजह देश के विदेशी मुद्रा भंडार में लगातार आ रही गिरावट भी है, भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक 15 जून को खत्म हफ्ते के दौरान देश का विदेशी मुद्रा भंडार 410.07 अरब डॉलर दर्ज किया गया है जो 2018 में सबसे कम स्तर है और रिकॉर्ड स्तर से करीब 16 अरब डॉलर कम है
रुपए में आई कमजोरी से हर उस वस्तु और सेवा के लिए हमें पहले से ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी जो विदेशों से आयात होती है। देश में सबसे ज्यादा कच्चे तेल का आयात होता है जिससे पेट्रोल और डीजल बनता है, यानि पेट्रोल और डीजल के महंगा होने की आशंका बढ़ गई है।
वैश्विक तेजी के बीच स्थानीय मांग कमजोर पड़ने से आज दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 115 रुपए कमजोर होकर 32,285 रुपए प्रति 10 ग्राम पर आ गया। औद्योगिक इकाइयों एवं सिक्का निर्माताओं की मांग गिरने से चांदी भी 100 रुपए गिरकर 41,300 रुपए प्रति किलोग्राम पर आ गयी।
कर्नाटक चुनाव की वजह से देश में 2 हफ्ते से पेट्रोल और डीजल की कीमतों में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ है लेकिन अब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम बढ़ने की वजह से ऑयल मार्केटिंग कंपनियों पर दाम बढ़ाने का दबाव बढ़ रहा है
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का सेंसेक्स 160.69 प्वाइंट की बढ़त के साथ 34101.13 पर बंद हुआ है, 28 फरवरी के बाद यह सबसे ऊपरी क्लोजिंग स्तर है
डीजल का भाव पहले ही देश में रिकॉर्ड ऊंचाई पर है और पेट्रोल की कीमतें करीब 4 साल के ऊपरी स्तर पर हैं, ऐसे में अगर भाव और बढ़ा तो उपभोक्ताओं पर खराब असर पड़ेगा
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