उत्तर कोरिया तानाशाह किम जोंग ने जंगी अभ्यास में 'खतरनाक' टैंक दौड़ाकर अमरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के होश उड़ा दिए हैं। हाल ही में दक्षिण कोरिया और अमेरिका के जंगी अभ्यास का उत्तर कोरिया ने जंगी अभ्यास में टैंक दौड़ाकर करारा जवाब दिया है।
जर्मनी संग भारत हिंद-प्रशांत में भारी सैनिकों की तैनाती करेगा। भारत और जर्मनी व अन्य यूरोपीय देशों के इस साझा काम से चीन के होश उड़ जाएंगे। इससे भारत और जर्मनी के बीच द्विपक्षीय संबंध भी और मजबूत होंगे।
इजराइल और हमास, रूस और यूक्रेन की जंग के बीच पूर्वी एशिया में एक और जंग का खतरा मंडरा रहा है। खुद उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग को यह डर सता रहा है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया से जंग के खतरे के बीच किम जोंग ने जंग की क्षमता बढ़ाने की बात कही।
भारत और जापान ने आम सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने को लेकर सहयोग बढ़ाने के लिए रविवार को राजस्थान के ‘महाजन फील्ड फायरिंग रेंज’ में दो सप्ताह का सैन्य अभ्यास शुरू किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
ताइवान में चीन विरोधी राष्ट्रपति चुने जाने के बाद से ड्रैगन बौखला गया है। चीन लगातार ताइवान के आसपास सैन्य गतिविधियों को अंजाम देने में जुटा है। ताइवान के रक्षा मंत्रालय के अनुसार उसने राष्ट्रपति चुनावों के बाद पहली बार सीमा क्षेत्र में इतनी बड़ी चीनी सैन्य गतिविधियां देखी हैं।
उत्तर कोरिया के ताबड़तोड़ बैलिस्टिक मिसाइल परीक्षणों और तोप गोले दागने के जवाब में दक्षिण कोरिया ने भी जंगी अभ्यास शुरू कर दिया है। किम जोंग को ताकत दिखाने के लिए उत्तर कोरिया से लगी सीमा पर दक्षिण कोरिया ने अमेरिका और जापान के साथ मिलकर बड़ा सैन्य अभ्यास शुरू किया है।
भारत और पड़ोसी देश नेपाल मिलकर जंगी अभ्यास कर रहे हैं। यह अभ्यास चीन की नींद उड़ा देगा। इस युद्धाभ्यास का नाम 'सूर्यकिरण' है, जो 7 दिसंबर को समाप्त होगा।
इजरायल और हमास के बीच चल रहा युद्ध 23वें दिन भी जारी है। अबतक इस युद्ध में नौ हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कड़ी चेतावनी दी है और कहा है कि अब एक भी दुश्मन बच नहीं पाएगा। हम एक-एक को चुन-चुनकर मारेंगे। जानें युद्ध से जुड़े अपडेट्स-
चीन के खतरनाक इरादों को भांप कर अब अमेरिका भी युद्ध की तैयारी में जुट गया है। अमेरिका को लगता है कि चीन उसके खिलाफ हमले की तैयारी कर रहा है। इसलिए अब अमेरिका ने भी चीन के खिलाफ युद्ध की तैयारी शुरू कर दी है। इसके लिए अमेरिका हजारों रोबोट लड़ाके तैयार करवा रहा है। इससे चीनी सेना का सर्वनाश हो जाएगा।
उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन आखिर क्या करने वाले हैं, क्या वह किसी देश पर हमला करने जा रहे हैं...अगर नहीं तो फिर उन्होंने अपने सैनिकों को युद्ध में तैयार रहने को क्यों कहा। सैनिकों को युद्ध की तैयारी का निर्देश क्यों दिया। किम जोंग ने अचानक बैलिस्टिक मिसाइल फैक्ट्री और परमाणु बम के जखीरों का निरीक्षण क्यों किया।
चीन पहले वह केवल दक्षिण चीन सागर में अपनी दादागिरी करता था, लेकिन अब समूचे हिंद प्रशांत क्षेत्र में उसके जहाज जासूसी करते दिखाई दे जाते हैं। ऐसे में यह बड़ा जंगी अभ्यास उसकी अकड़ निकाल देगा।
अमेरिका और फिलिपींस ने दक्षिण चीन सागर में बड़ा जंगी अभ्यास शुरू कर दिया है। इस बीच चीन के राष्ट्रपति ने देश के सशस्त्र बलों को अपनी ट्रेनिंग एक असली जंग की तरह करने का आदेश दिया है। यह जानकारी चीनी मीडिया ने दी।
इस युद्धाभ्यास का मकसद भारतीय वायुसेना की समग्र युद्धक क्षमता और इस क्षेत्र में सैन्य तैयारियों को परखना है। भारत और चीन की सेनाओं के बीच ताजा गतिरोध के बहुत पहले इस इसकी योजना बना ली गई थी।
उत्तराखंड में LAC के पास भारत के साथ चल रहे युद्ध अभ्यास पर चीन की आपत्ति को खारिज करते हुए अमेरिका ने कहा कि ‘इससे उनका कोई लेना-देना’ नहीं है। चीनी विदेश मंत्रालय ने उत्तराखंड के औली में जारी ‘युद्ध अभ्यास’ का विरोध करते हुए दावा किया था कि यह अभ्यास वर्ष 1993 और 1996 में चीन और भारत के बीच हुए समझौते का उल्लंघन है।
Russia-Ukraine War: 24 घंटों में रूस से बाहर जाने वाली उड़ानों के किराए में नाटकीय रूप से बढ़ा दी गई है। पुतिन के इस ऐलान के बाद रूस के करीब 30 शहरों और कस्बों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं
RUSSIA-UKRAINE WAR: रूस-यूक्रेन युद्ध पिछले छह महीने से चलते आ रहा है। इस युद्ध का अब तक निर्णय नहीं हो पाया की आगे क्या होगा। इतने समय बीत जाने के बाद भी अभी तक कोई नतीजा नहीं निकल पाया है।
World War III: रूस, चीन और अमेरिका के बीच जारी खींचतान के चलते दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध का खतरा मंडरा रहा है। रूस और यूक्रेन के बीच पिछले छह महीने से युद्ध चल रहा है। चीन और ताइवान के बीच भी युद्ध जैसे हालात बनते नजर आ रहे हैं।
रूस की निज़नी में वॉर एक्सरसाइज चल रही है जिसमें भारत के 200 कमांडो भी शामिल हुए हैं। क्या यह अमेरिका के लिए एक मैसेज है? देखिए इंडिया TV की खास रिपोर्ट।
वर्चस्व और दादागिरी दिखाने के मकसद से हिंद महासागर की ओर नजरे गड़ाए बैठे चीन को आज एक बार फिर से मिर्ची लगने वाली है, क्योंकि आज भारत और अमेरिका के बीच हिंद महासागर में दो दिवसीय युद्धाभ्यास शुरू हुआ।
भारत अगले महीने रूस में आयोजित होने वाले एक बहुपक्षीय युद्धाभ्यास में अपनी तीनों सेनाओं की एक टुकड़ी भेजेगा। यह कोरोना वायरस महामारी सामने आने के बाद किसी विशाल सैन्याभ्यास में देश की इस तरह की पहली भागीदारी होगी।
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