कई घंटे तक स्मार्ट फोन देखते रहने की लत ने बच्चों की आंखों में मायोपिया की बीमारी बढ़ा दी है। गत 20 वर्षों में मायोपिया के मामले बच्चों में 3 गुना बढ़ गए हैं। वर्ष 2011 से 2021 के बीच सबसे ज्यादा केस बढ़े हैं। एम्स की रिपोर्ट के अनुसार कोविड के बाद बच्चों का स्क्रीन टाइम बढ़ने से यह समस्या ज्यादा सामने आ रही है।
Indoia G-20 Summit & Modi-Biden Friendship: भारत ने 1 दिसंबर से G-20 देशों की अध्यक्षता संभाल ली है। इस दौरान भारत अमेरिका समेत दुनिया के 20 देशों का नेतृत्व करेगा। भारत के पास अध्यक्ष होने के नाते आतंकवाद से लेकर कई अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर दुनिया के देशों का ध्यान आकर्षित कराने का मौका भी होगा।
Nasa Moon mission: अमरिकी स्पेस एजेंसी का मून मिशन दो बार तकनीकी खामियों की वजह से फेल हो चुका है। वैज्ञानिक इसका निदान ढूंढ़ने में जुटे हैं। ताकि इस बार यह मिशन बगैर किसी बाधा के लांच हो सके। मगर अभी भी कई तरह की आशंकाएं बनी हुई हैं।
कोरोनावायरस लॉकडाउन के कारण दफ्तर का ऑनलाइन काम, ऑनलाइन पढ़ाई, ज्यादातर समय टीवी देखने की वजह से आंखों की दृष्टि क्षमता प्रभावित हुई है।
आज के समय में आंखों की बीमारियां काफी आम हो गई हैं। कम उम्र में ही लोगों की नजर कमजोर हो जाती हैं और चश्मे लग जाते हैं।
अमेरिकी स्मार्टफोन निर्माता कंपनी इनफोकस ने अपने लेटेस्ट स्मार्टफोन इनफोकस विजन 3 प्रो को भारतीय बाजार में उतारा है।
सरकार ने कहा कि देशभर में 115 जिलों को चिह्न्ति किया गया है, जिनका अगले पांच साल में यानी 2022 तक कायापलट किया जाएगा।
लेकिन एक ऐसा ट्रीटमेंट भी है जिससे आप अपने आंखो की रोशनी को ठीक करने में सफल हो पाएंगे। यह ट्रीटमेंट और कुछ नहीं बल्कि लेसिक ट्रीटमेंट है। आइए जाने लेसिक सर्जरी आखिर है क्या और आंखों की रोशनी को ठीक करने को ले कर कितनी कारगार है।..
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