यूपी विधान परिषद की 13 सीटों पर हुए चुनाव में सभी 13 प्रत्याशी निर्विरोध निर्वाचित हुए हैं। इसमें 7 सदस्य बीजेपी, तीन सपा और अन्य तीन, आरएलडी, सुभासपा और अपना दल (एस) के शामिल हैं।
लोकसभा चुनाव पर INDIA TV-CNX का ओपिनियन पोल सामने आया है। इस पोल को एक लाख 60 हजार से ज्यादा लोगों के बीच कराया गया है। इस स्टोरी में हम पूर्वांचल की 29 सीटों के बारे में जानेंगे।
यूपी में लोकल बॉडी इलेक्शन में आज योगी आदित्यनाथ का एकतरफा जादू चला..यूपी के 100 परसेंट मेयर बीजेपी से ही जीतकर आए हैं....शुरुआत में आगरा और सहारनपुर की दो सीटों पर बीएसपी ने टक्कर दी लेकिन फाइनल नतीजे आते आते यहां भी हाथी की जगह खिल गया...यूपी में 17 के 17 मेयर बीजेपी के ही होंगे.
सीएम योगी ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के किसी भी शहर में शोहदों का आतंक नहीं बल्कि सेफ सिटी बन गयी है। योगी ने माफियाओं को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि गरीब - शरीफ को छेड़ना नहीं माफिया को छोड़ना नहीं।
योगी आदित्यनाथ ने लोकल बॉडी इलेक्शन में भी अपना ट्रंप कार्ड चल दिया है. उन्होने जिस मुद्दे पर विधानसभा का चुनाव लड़ा था उसी पर निकाय चुनाव भी लड़ रहे हैं. योगी जहां भी जा रहे हैं कानून व्यवस्था की ही बात कर रहे हैं. स्ट्रेटजी क्लियर है. बाबा को लगता है कि ये मुद्दा आज भी उनकी सबसे बड़ी यूएसपी है.
UP Nikay Chunav 2023 Updates: यूपी निकाय चुनावों में सभी प्रत्याशियों की तरफ से दावों और वादों का दौर जारी है. हर प्रत्याशी जनता को लुभाने की कोशिश में लगा हुआ है.
यूपी बदल चुका है. माफियाओं के मंसूबों से बदनाम रहा उत्तर प्रदेश अब सीएम योगी के धर्मचक्र चलने के बाद उत्तम प्रदेश बन चुका है. मंच चाहे कोई भी हो. मौका चाहे कैसा भी हो सीएम योगी का मैसेज क्लीयर है. यूपी में माफियाओं का सफाया ही उनका फंडा और एजेंडा दोनों है. यूपी में योगी राज है.
CM Yogi On Mafia: योगी आदित्यनाथ(Yogi Adityanath) का एजेंडा एकदम क्लियर है। अपराध मुक्त, भय मुक्त, माफिया मुक्त उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh)। योगी निकाय चुनाव का ताबड़तोड़ प्रचार कर रहे हैं, लेकिन जहां भी जाते हैं मंच से लोगों को ये अहसास दिलाते हैं कि पिछले और उनकी सरकार में कितना अंतर है।
बीजेपी नेतृत्व का स्पष्ट कहना था कि किसी भी सांसद, विधायक और मंत्री को अपने परिजनों की पैरवी नहीं करनी चाहिए। ऐसे में बीजेपी नेतृत्व का यह फैसला पार्टी के कई बड़े नेताओं के लिए झटका माना जा रहा है।
UP Nikay Chunav 2023: यूपी में निकाय चुनावों का ऐलान कर दिया गया है। इस बार दो चरणों में नगर निकाय के चुनाव होंगे। पहले चरण की वोटिंग 4 मई और दूसरे चरण की वोटिंग 11 मई को होगी, जबकि 13 मई को नतीजे आएंगे।
उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव का रास्ता अब साफ हो गया है। सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने चुनाव को हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही दो दिनों में चुनाव की अधिसूचना जारी कर दी जाएगी।
यूपी सरकार ने पिछड़ा वर्ग आयोग की रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में दाखिल कर दी है और अब अगर सब ठीक रहा तो अप्रैल में चुनाव की अधिसूचना जारी होगी और मई में वोटिंग होगी।
''हाउस टैक्स हाफ, वाटर टैक्स माफ'' नारे के साथ उत्तर प्रदेश में होने वाले शहरी स्थानीय निकाय चुनाव के लिए 633 सीटों पर ;चुनाव लड़ने का ऐलान किया है।
यूपी और महाराष्ट्र में हुए विधान परिषद चुनाव में बीजेपी ने यूपी में चार सीटों पर जीत दर्ज की है लेकिन महाराष्ट्र में उसे हार का सामना करना पड़ा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के अध्यक्ष जे पी नड्डा ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ राज्य में राजनीतिक स्थिति का जायजा लेने और स्थानीय निकाय चुनावों सहित आगामी चुनावों को लेकर पार्टी की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए एक बैठक की।
UP by election results 2022: 3 महीने के अंदर एक बार फिर यूपी में ब्रांड योगी की जीत की चर्चा, आजमगढ़ और रामपुर में कमल खिला, दोनों सीटों पर बीजेपी की ये जीत 2024 के लिए विपक्ष को बहुत बड़ा झटका है. #Loksabhabypolls #cmyogi #akhileshyadav #azamkhan #dineshlalyadav #bhagwantmann #Azamgarhbypolls #Rampurbypolls #Sangrurbypolls #Loksabhabyelectionresults #bypollsresultupdate #loksabhabyelections #loksabhabyelection #Loksabhabypolls
बसपा प्रमुख मायावती ने कहा था कि राहुल गांधी ने यूपी में विधानसभा चुनाव लड़ा ही नहीं। वह अपने बिखरे घर को तो संभाल नहीं पा रहे हैं। हम पर कटाक्ष कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी शुरू से घिनौने हाथकंडे अपना रही है।
इन 27 सीटों के लिए कुल 95 प्रत्याशी मैदान में हैं और इस वोटिंग के नतीजे 12 अप्रैल को घोषित किए जाएंगे। बता दें कि इस चुनाव में मुख्य मुकाबला सपा और बीजेपी के बीच ही है।
अपने अगले कदम के बारे में पूछे जाने पर शिवपाल यादव ने कहा कि वह इस मामले पर अपने समर्थकों से चर्चा करेंगे और फिर कोई फैसला लेंगे। इस बीच, प्रदेश सपा अध्यक्ष नरेश उत्तम ने स्पष्ट किया कि सपा के सहयोगियों को 28 मार्च को बैठक के लिए आमंत्रित किया जाएगा।
जयंत ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा, ‘‘हाल के विधानसभा चुनाव की समीक्षा के लिए एक समीक्षा समिति गठित की गई है जो जिलों के दौरे कर जानकारी जुटा रही है। समीक्षा के बाद लखनऊ में बड़े पैमाने पर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा।’’
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