यूपी में बड़ी मुस्लिम आबादी बसती है। यहां मुस्लिम युवतियों को कई दिक्कतों को सामना करना पड़ता है। वे चाहती हैं कि उन्हें पढ़ाई के बाद नौकरी और रोजगार मिले। वे उस समय में वापस नहीं जाना चाहतीं, जब पढ़ाई-लिखाई का उनका एकमात्र उद्देश्य यह था कि उन्हें एक अच्छा पति मिल सके।
Unemployment rate : भारत में लेबर की स्किल और बाजार में पैदा हो रही नौकरियों के बीच काफी मिसमैच है। रुझान बताते हैं कि भारत की खराब स्कूली शिक्षा समय के साथ उसकी आर्थिक संभावनाओं को बाधित करेगी।
इंटरनेशनल लेबर ऑर्गनाइजेशन और इंस्टिट्यूट फॉर ह्यूमन डेवलपमेंट ने मिलकर देश से जुड़ी बेरोजगारी पर एक आंकड़ा जारी किया है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, देश में 83 फीसदी युवा आबादी 2022 के दौरान बेरोजगार थी।
श्रमबल जनसंख्या का वह समूह है जो वस्तुओं एवं सेवाओं के उत्पादन के लिए आर्थिक गतिविधियां तेज करने को श्रम की आपूर्ति करता है या आपूर्ति करने की पेशकश करता है।
अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि मेरे विचार में बेरोजगारी वास्तव में भारत की समस्या नहीं है। हमारी समस्या अल्प-रोजगार है, इसलिए उत्पादकता कम है। ऐसे में जो काम एक व्यक्ति कर सकता है, वह अक्सर दो लोगों या शायद तीन लोगों द्वारा किया जाता है।
Unemployment rate in India : पुरुषों के लिए बेरोजगारी दर अक्टूबर-दिसंबर, 2022 के 6.5 प्रतिशत से घटकर अक्टूबर-दिसंबर, 2023 में 5.8 प्रतिशत रह गई। महिलाओं के लिए बेरोजगारी की दर 9.6 प्रतिशत से घटकर 8.6 प्रतिशत रह गई।
AAP ने खट्टर सरकार पर पदों को नहीं भरने का आरोप लगाया। सुशील गुप्ता ने कहा कि 2 लाख रिक्त पदों में से शिक्षा विभाग के 71 हजार, पुलिस विभाग के 21 हजार और परिवहन विभाग के 10 हजार पद शामिल हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था की समीक्षा रिपोर्ट में कहा गया है कि युवा बेरोजगारी दर में गिरावट आई है। समीक्षा में कहा गया है कि दर में गिरावट का नेतृत्व युवा आबादी की बड़ी हिस्सेदारी वाले राज्यों ने किया है।
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में यह सवाल किया है कि क्या राम मंदिर ही असली मुद्दा है? उन्होंने महंगाई, बरोजगारी जैस ज्वलंत मुद्दों पर भी बात की। उन्होंने ईवीएम के मुद्दे को भी उठाया।
साल 2023 कोरोना महामारी के बाद से आम आदमी के लिए एक सबसे बढ़िया साल रहा है। सब्जियों की महंगाई को छोड़ दें, तो यह साल आम आदमी के लिए अच्छा रहा। इस साल बेरोजगारी दर में कमी आई है। काम-धंधे अच्छे चले, तो जीडीपी ग्रोथ भी अनुमान से अधिक रही।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सिर्फ पिछले आठ सालों में, भारत साल 2014 में 10वीं से आज पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है। गतिविधियां पूरी अर्थव्यवस्था में हैं। ऐसा नहीं है कि एक क्षेत्र अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
देश तेजी से विकास कर रहा है लेकिन बेरोजगारी की स्थिति में कोई खास सुधार नहीं हो रहा है। अभी भी कई राज्यों में बेरोजगारी चरम पर है। एनएसएसओ के तजा आंकड़ों से इसकी जानकारी मिली है।
त्योहारी सीजन में युवाओं के लिए एक और अच्छी खबर आई है। देश में बेरोजगारी दर छह साल के निचले स्तर पर पहुंच गई है। यानी रोजगार के अवसर बढ़ने से बेरोजगारी घटी है। जानकारों का कहना है कि त्योहारी सीजन में रोजगार के और मौके बनेंगे। इससे बेरोजगारी दर में और गिरावट की उम्मीद है।
देश में एक बार फिर गरीबी पर बहस छिड़ी है...लेकिन इस बार एक साकारात्मक बहस...देश में गरीबी कितनी घटी...कितनी तेजी से घटी
जून में, चीन के शहरी क्षेत्रों में 16 से 24 वर्ष के युवाओं की बेरोजगारी दर 20 प्रतिशत से अधिक की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई।
चीन में बेरोजगारी बढ़ रही है। चीन के एक प्रोफेसर की रिपोर्ट में हुए इस खुलासे से कोहराम मच गया है। प्रोफेसर की रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन में युवा बेरोजगारी दर 50 फीसदी के करीब पहुंच गई है।
उन्होंने कहा कि अप्रैल की तुलना में मई में श्रम भागीदारी दर (एलपीआर) 1.1 प्रतिशत घटकर 39.6 प्रतिशत रह गई। उन्होंने आगे कहा, ''मई में एलपीआर में इस गिरावट की उम्मीद थी, क्योंकि अप्रैल में बड़ी संख्या में लोगों ने श्रम बल में प्रवेश किया था।
बेरोजगारी दर पिछले साल जनवरी-मार्च तिमाही में सबसे ज्यादा थी। इसका मुख्य कारण देश में कोविड संबंधित बाधाएं थी। सर्वेक्षण के अनुसार, बेरोजगारी दर पिछले साल जुलाई-सितंबर और अक्टूबर-दिसंबर में 7.2 प्रतिशत थी।
बेरोजगार युवाओं को नए फाइनेंशियल ईयर की शुरुआत में ही सरकार की तरफ से सौगात मिली है। अब पढ़े-लिखे बेरोजगार युवा हर महीने गुजारा भत्ता के रूप में 2500 रुपये ले सकते हैं। इसके लिए जरूरी डॉक्यूमेंट पात्रता और शर्तें क्या है यहां जानिए डिटेल में।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि प्रदेश के शिक्षित युवाओं को हर महीने 2500 रुपये का बेरोजगारी भत्ता दिया जाएगा।
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