मुंह में छाले होने पर टमाटर: मुंह में छाले होने पर आप टमाटर का इस्तेमाल कर सकते हैं जो कि कई समस्याओं को कम करने में मददगार है। क्यों और कैसे फायदेमंद है, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
त्योहारी सीजन खत्म होने के साथ ही प्याज और टमाटर की कीमतों में महीने-दर-महीने 14 प्रतिशत और 3 प्रतिशत की कमी दर्ज की गई। ब्रॉयलर की कीमत में महीने-दर-महीने 5-7 प्रतिशत की गिरावट से नॉन-वेज थाली की कीमत में तेजी से गिरावट आई।
आठ महीने पहले अंतरिक्ष में 2 टमाटर गुम हो गए थे, जिसके बारे में कहा जा रहा था कि अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रुबियो ने टमाटर खा लिए थे। अब नासा ने टमाटर को बरामद कर लिया है। नासा ने शानदार वीडियो शेयर किया है-देखें..
दालें, टमाटर, अदरक,प्याज, बीन्स, गाजर,मिर्च और टमाटर सहित कई चीजों के खुदरा दाम बहुत तेज रहे। आम आदमी की रसोई के बजट पर इन चीजों ने बड़ा असर डाला।
साल 2023 देश और दुनिया के लिए तमाम तरह की घटनाओं से भरा रहा और इंडिया टीवी आपको इन घटनाओं के बारे में लगातार जानकारियां मुहैया कराता रहा। यहां हम आपको इंडिया टीवी पर 10 सबसे ज्यादा पढ़ी गई खबरों के बारे में बता रहे हैं।
यूरिक एसिड में टमाटर: अगर आपका यूरिक एसिड बढ़ा हुआ है तो आपको टमाटर खाने से पहले एक बार सोचना चाहिए। ऐसा इसलिए कि ये जहां कुछ स्थितियों में फायदेमंद है वहीं ये कई बार नुकसानदेह भी हो सकता है। क्यों और कैसे तो, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
Tomato Benefits: सब्जियों में टमाटर जितना अहम है सेहतमंद रहने के लिए भी टमाटर उतना ही जरूरी है। टमाटर खाने से डायबिटीज और हार्ट की समस्याओं को कम किया जा सकता है। वजन घटाने और त्वचा को सुदंर बनाने में भी टमाटर असरदार काम करता है। जानिए टमाटर के फायदे।
नागपुर सहित पूरे विदर्भ में टमाटर के दाम फिर बढ़ने लगे हैं। खुदरा बाजार में टमाटर की कीमत ₹60 प्रति किलो पहुंच गई है। आलम ये है कि टमाटर और प्याज के दाम अब एक समान हो गए हैं। प्याज इन दिनों खुदरा बाजार में 60 से ₹70 प्रति किलो के रेट पर बिक रहा है।
आपको जानकर हैरानी हो सकती है कि रोजाना 1 कच्चा टमाटर खाना आपको कई बीमारियों से बचाने में मदद कर सकता है। ये जहां आपका बीपी बैलेंस करता है वहीं आपको दिल की कई बीमारियों से बचाता है। इसके अलावा भी रोज एक कच्चा टमाटर खाने के फायदे कई हैं। जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार के काफिले पर नाराज किसानों ने शनिवार की सुबह टमाटर और प्याज की बारिश कर दी। किसान इस कदर नाराज थे कि उन्होंने पवार के काफिले को काले झंडे भी दिखाए।
महाराष्ट्र के लातूर जिले के मुरुड गांव में किसान लोगों को मुफ्त में टमाटर बांट रहे हैं। टमाटर को भाव ना मिलने से टमाटर उत्पादक किसान मजबूरी में टमाटर बांट रहे हैं। लातूर के मार्केट में टमाटर की आवक बेहद ज्यादा हो गई है, जिस कारण दाम एक दम से जमीन पर आ गिरा है।
ईंधन के दाम का शाकाहारी और मांसाहारी थालियों की कुल लागत में क्रमशः 14 प्रतिशत और आठ प्रतिशत योगदान रहता है। इसमें सितंबर में क्रमिक रूप से 18 प्रतिशत की गिरावट आई, क्योंकि 14.2 किलोग्राम एलपीजी सिलेंडर की कीमत 1,103 रुपये से घटकर 903 रुपये हो गई।
कई किसान अपनी फसल खेतों में ही नष्ट करने लगे हैं। टमाटर की तुड़ाई और उसे मंडी पहुंचाने तक 8500 रुपये खर्च करने पड़ते हैं। मंडी में भाव कम होने से उन्हें ज्यादा नुकसान हो सकता है।
थोक बाजार में जरूर कीमतें गिरकर 3 रुपये प्रति किलो आ गई है लेकिन खुदरा बाजार में अब भी टमाटर 30 रुपये प्रति किलो बिक रही है। यानी 10 गुना अधिक भाव पर टमाटर की बिक्री की जा रही है, लेकिन इसका फायदा किसानों को नहीं दिया जा रहा है।
मंत्रालय ने जुलाई महीने की अपनी मासिक आर्थिक समीक्षा में कहा कि आगे चलकर घरेलू खपत तथा निवेश की मांग से वृद्धि जारी रहने की उम्मीद है।
सरकार ने इस साल तीन लाख टन प्याज का बफर स्टॉक बनाए रखा है। उसने पिछले सप्ताह से थोक बाजार में प्रमुख स्थानों पर इसका निपटान शुरू कर दिया है।
सरकार ने सब्सिडी पर टमाटर 90 रुपये प्रति किलो की दर से बेचना शुरू किया था, जो पहले 70, फिर 50 रुपये का हो गया था, अब कीमतें और कम हो गई हैं।
Tomato Price: टमाटर की कीमतों में जल्द राहत देखने को मिल सकती है। केंद्र सरकार इसके लिए कोशिश में लगी हुई है।
कथित तौर पर कुछ हास्य के साथ एक नोटिस लगाया है, जिसमें कहा गया है, ‘‘यहां तक कि टमाटर को भी छुट्टी की जरूरत है। हम अपने भोजन में टमाटर शामिल करने में असमर्थ हैं।
टमाटर के दाम महीनों से 200 से 300 रुपये प्रतिकिलो के हिसाब से चल रहे हैं। कई जगह सब्सिडी का टमाटर 70 से 120 रुपये किलो तक बेचा गया। बावजूद इसकी डिमांड अधिक होने और आवक कम होने से इसके दामों में कमी नहीं आई है। बारिश और बाढ़ को टमाटरों के महंगा होने की मुख्य वजह माना जा रहा है। अब नेपाली टमाटरों से राहत मिल सकती है।
संपादक की पसंद