ED की ओर से भूषण स्टील पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कार्रवाई की गई है। प्रवर्तन निदेशालय ने 325 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की है।
Vibhor Steel IPO: विभोर स्टील ट्यूब्स का आईपीओ 13 फरवरी से निवेशकों के लिए खुलेगा। इसका लॉट साइज 99 शेयरों का है।
देश के स्टील मैन्यूफैक्चरर्स का कहना है कि भारत में स्टील की डंपिंग से कंपनियों की लाभप्रदता और स्टील इंडस्ट्री की निवेश योजनाओं को नुकसान पहुंच सकता है। उन्हें उम्मीद है कि सरकार बढ़ते आयात को रोकने के लिए बजट में कुछ कदम उठाएगी।
दक्षिण चीन क्षेत्र में चादरों से बनी एक इमारत अचानक धराशाई हो गई। इसमें दबकर 6 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि अवैध कार्यशाला होने की वजह से मानकों की अनदेखी की गई थी। ऐसे में आशंका है कि निर्माण में लापरवाही बरते जाने से यह हादसा हुआ है।
‘इंडियाज स्टील एंड कोकिंग कोल डिमांड 2030’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में कहा गया कि सर्वोत्तम स्थिति में यह 2030 तक 23 करोड़ टन तक भी पहुंच सकती है। मांग को वाहन और इंजीनियरिंग जैसे क्षेत्रों द्वारा भी बढ़ावा दिया जाएगा। जनसंख्या वृद्धि, बढ़ते शहरीकरण, विभिन्न सरकारी पहल आदि इसके प्रमुख कारक होंगे।
चिलचिलाती गर्मी में सिर को ठंडा रखने के लिए मार्केट में कई हेलमेट्स उपलब्ध हैं। इनमें बेस्ट 2 इन 1 हेलमेट स्टीलबर्ड कंपनी की है। इससे दोनों ही मौसम में यूज कर सकते हैं। खासकर गर्मियों के मौसम में वातानुकूल गैजेट को बनाया गया है। इससे सिर को हमेशा ठंडा रख सकते हैं।
पीएम मोदी 12 फरवरी को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के दिल्ली-दौसा-लालसोट खंड का उद्घाटन करेंगे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे बनाने में 12 लाख टन स्टील का इस्तेमाल किया जा रहा है जो 50 हावड़ा ब्रिज के बराबर है। जानिए और क्या है खास?
इस्पात की कीमतों में उतार-चढ़ाव का सीधा असर रियल एस्टेट और आवास, बुनियादी ढांचे तथा निर्माण, वाहन और उपभोक्ता वस्तुओं जैसे उद्योगों पर पड़ता है।
भारत की पहली स्टील की सड़क गुजरात के सूरत में बन गई है। एक किलोमीटर लंबी स्टील की यह सड़क बहुत खास है। यह सड़क छह लेन की है।
Big Relief : रोलिंग मिलों को एक जुलाई, 2022 से 31 मार्च, 2023 तक की अवधि में उपभोग की गई बिजली की मात्रा पर देय ऊर्जा प्रभार में 24 प्रतिशत की छूट
चीन और कोरिया से आयात किये जाने वाले 'सोडियम हाइड्रोसल्फाइट' रसायन पर भी शुल्क लगाने की सिफारिश. इसका इस्तेमाल कपड़ा और साबुन उद्योग में होता है
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 22 जुलाई को देश में स्पेशियल्टी स्टील का उत्पादन बढ़ाने के लिए 6,322 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना को मंजूरी दी है। इससे निवेश और रोजगार बढ़ने की उम्मीद है।
वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन के अनुसार जून में भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन सालाना आधार पर 21.4 प्रतिशत बढ़कर 94 लाख टन हो गया। एक साल पहले इसी महीने में भारत का कच्चे इस्पात का उत्पादन 69 लाख टन था।
साल 2020-21 में स्टील के कुल 10.2 करोड़ उत्पादन में वैल्यू एडेड और विशेष स्टील का हिस्सा सिर्फ 1.8 करोड़ टन था। वही कुल स्टील के आयात में इसका हिस्सा 60 प्रतिशत था।
एमएसएमई संगठन के मुताबिक बढ़ती कीमतों की वजह से कई छोटे उद्योग बंदी की कगार पर पहुंच गये हैं, इसलिये सरकार को उनकी राहत के जल्द कदम उठाना बेहद जरूरी है।
73 प्रतिशत ने मौजूदा स्थिति का मुकाबला करने के लिये अपने कर्मचारियों के टीकाकरण को सबसे महत्वपूर्ण रणनीतिक योजना बताया
वहीं सरकार इस्पात सहित ऑटो कलपुर्जे, और कपड़ा जैसे क्षेत्रों में घरेलू विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए घोषित उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना को अधिसूचित करने पर विचार कर रही है।
अप्रैल 2021 में प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, इस्पात, सीमेंट और बिजली उत्पादन में क्रमश: 25 प्रतिशत, 30.9 प्रतिशत, 400 प्रतिशत, 548.8 प्रतिशत और 38.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई
घरेलू स्टील विनिर्माताओं ने हॉट रोल्ड कॉयल (एचआरसी) और कोल्ड रोल्ड कॉयल (सीआरसी) की कीमतों में क्रमश: 4,000 रुपए और 4,500 रुपए प्रति टन की वृद्धि की।
जनवरी-फरवरी, 2021 में चीन का इस्पात उत्पादन सालाना आधार पर 8.86 प्रतिशत बढ़कर 17.32 करोड़ टन पर पहुंच गया। जापान का इस्पात उत्पादन छह प्रतिशत घटकर 1.5 करोड़ टन रह गया वहीं अमेरिका का उत्पादन भी एक साल पहले की समान अवधि के 1.49 करोड़ टन से घटकर 1.32 करोड़ टन रह गया।
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