Single Use Plastic News: IIT गुवाहाटी के डीन (अनुसंधान और विकास) डॉ.विमल कटियार ने इंदौर में बताया कि संस्थान देश में विकसित बायोडिग्रेडेबल प्लास्टिक, पॉलीमर और रेजिन के जरिये थैलियां (carry bag), आदि अलग-अलग सामान बनाने के प्रोजेक्ट पर काम कर रहा है।
Single Use Plastic Ban: दिल्ली में इको क्लब के सदस्य पर्यावरण पर SUP के प्रभाव और इसके मौजूद ऑप्शनों के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद करेंगे। बता दें कि दिल्ली में करीब दो हज़ार इको-क्लब हैं।
Plastic Ban: प्लास्टिक बैन लागू होते ही पार्ले एग्रो, डाबर, अमूल और मदर डेयरी जैसी प्रमुख कंपनियों ने टेट्रा पैक के साथ अब दूसरे समाधानों की पेशकश करनी शुरू कर दी है।
कारोबारियों का मानना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन पर्यावरण के लिए तो अच्छा कदम है, लेकिन इसका खामियाजा आम उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ेगा।
सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध को टालने के लिए अब सरकार के सामने घरेलू व्यापारियों के संगठन कैट ने अनुरोध किया है। संगठन का कहना है कि सिंगल यूज प्लास्टिक का अभी कोई विकल्प नहीं है। सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध 1 जुलाई 2022 से लागू होगा।
अमूल को प्रतिदिन 10 से 12 लाख प्लास्टिक स्ट्रॉ की जरूरत होती है। पारले के लोकप्रिय ब्रांड में ‘फ्रूटी’ और ‘एप्पी’ शामिल हैं।
केंद्र सरकार ने प्लास्टिक कचरा प्रबंधन संशोधन नियम-2021 को अधिसूचित कर दिया है जिसके तहत एक जुलाई 2022 से लॉलीपॉप की डंडी, प्लेट, कप और कटलरी सहित एकल इस्तेमाल प्लास्टिक के तौर पर चिह्नित वस्तुओं के उत्पादन, आयात, भंडारण, वितरण और बिक्री पर रोक होगी।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने ई-कॉमर्स कंपनियों को उनके प्लैटफार्म से बिकने वाले उत्पादों की पैकेजिंग में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग धीरे-धीरे कम करने का सुझाव दिया है। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
सड़क निर्माण में सरकार बड़े पैमाने पर प्लास्टिक के कचरे का इस्तेमाल करेगी। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में यह जानकारी दी।
सरकार द्वारा दो अक्टूबर से एक बार उपयोग वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगाने के प्रस्ताव के साथ प्लास्टिक उद्योग का कहना है कि वह आगे किसी तरह की पहल करने से पहले मामले में स्पष्ट परिभाषा का इंतजार कर रहा है।
2 अक्टूबर से भारत में सिंगल यूज़ प्लास्टिक के खिलाफ जंग छिड़ने जा रही है। आइए हम आपको बताते हैं कि ऐसी कौन सी चीजें हैं जो प्लास्टिक के विकल्प के तौर पर इस्तेमाल की जा सकती हैं।
आखिर कैसे सिंगल प्लास्टिक का यूज करना हमारे पर्यावरण के साथ-साथ हमारी सेहत के लिए कितना खतरनाक है। साथ ही जानें किस तरह इससे बनाएं दूरी।
देश में PET बोतल्स का कारोबार करीब 4,000 करोड़ का हो गया है। सरकार ने एक रिपोर्ट एनजीटी को सौंपी है जिसमें बताया गया कि PET बोतल्स से कोई नुकसान नहीं है।
आप सड़क पर जिस प्लेट में गोलगप्पे खाते हैं, वो सिंगल यूज प्लास्टिक है...जानिए कौन कौन सा सामान सिंगल यूज प्लास्टिक से बना है। लिस्ट देखिए
प्रधानमंत्री मोदी ने इस बार त्योहारों, गांधी जयंती और सिंगल यूज प्लास्टिक के बारे में खास तौर पर बात की। आइए, आपको बताते हैं प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम Mann Ki Baat से जुड़ी खास बातों के बारे में:
दिल्ली मेट्रो अपने परिसर में एकल उपयोग प्लास्टिक के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रही है और जल्द ही इस बारे में दिशानिर्देश जारी किए जाने की उम्मीद है।
शुरुआत में थोड़ी-बहुत दिक्कतें हो सकती हैं, लेकिन एक प्लास्टिक-मुक्त भारत हमारी भावी पीढ़ी के लिए और हमारी खूबसूरत धरती के लिए जरूरी है। कृपया प्लास्टिक से दूर रहें। जहां तक संभव हो सके, प्लास्टिक की जगह कपड़े या जूट के बैग का इस्तेमाल करें।
एक बार इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक पर प्रतिबंध के मोदी सरकार के प्रस्ताव की आलोचना करते हुए कांग्रेसी नेता जयराम रमेश ने बुधवार को कहा कि यह केवल सुर्खियां बटोरने और शासन के पर्यावरण संबंधी वास्तविक रिकॉर्ड को छिपाने के लिए है।
सिंगल-यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध की खबरों के बीच सबसे ज्यादा फायदा देश की पेपर कंपनियों को होता दिखाई दे रहा है।
पर्यावरण को बचाने की शानदार पहल करते हुए लोकसभा सचिवालय ने संसद भवन परिसर के अंदर सिंगल यूज प्लास्टिक की बोतलें और अन्य सामान के इस्तेमाल पर रोक लगा दी है
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