पंजाब में शिरोमणि अकाली दल (SAD) को जोरदार झटका देते हुए तीन बार के विधायक पवन कुमार टीनू ने पार्टी की सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया और सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर चुनावी तैयारियां तेज हो गई हैं। इस बीच पंजाब की 7 सीटों पर शिरोमणि अकाली दल ने अपने 7 उम्मीदवारों को उतार दिया है। बता दें कि पंजाब में अकाली दल भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ रही है।
लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शिरोमणि अकाली दल ने अपने उम्मीदवारों के नाम तय कर लिए हैं। सूत्रों की मानें तो जिन उम्मीदवारों को जिन सीटों से चुनाव लड़ाना है, उसपर सहमति बन गई है, हालांकि आगामी 3-4 दिनों में अधिकारिक पुष्टि भी कर दी जाएगी।
पंजाब में शिरोमणि अकाली दल और भाजपा के गठबंधन के बीच पेंच फंसा हुआ है। इस बीच शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने भाजपा के साथ गठबंधन में मिलकर चुनाव लड़ने को लेकर मीडिया से बात की है।
वरिष्ठ अकाली नेता दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अकाली दल ने हमेशा पूरे देश के लिए समान नागरिक संहिता का विरोध किया है और वह इस मुद्दे पर 22वें विधि आयोग के साथ-साथ संसद में भी अपनी आपत्ति दर्ज कराएगा।
प्रकाश सिंह बादल देश के सबसे अनुभवी और बुजुर्ग नेता थे। आपको जानकर हैरानी होगी कि प्रकाश सिंह बादल का राजनीतिक करियर देश की आजादी के साथ ही शुरू हो गया था। प्रकाश सिंह बादल 1947 में सरपंच चुने गए थे।
सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि राज्य में अब कोई भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने कहा कि पंजाब में कोई निवेश नहीं आ रहा है और उद्योगपति और व्यापारी राज्य से बाहर जाने पर भी विचार कर रहे हैं।
Simranjit Singh Mann: पंजाब में संगरूर से सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह को ‘आतंकवादी’ बताने वाली अपनी विवादित टिप्पणी का सोमवार को ‘बचाव’ किया।
सुखबीर बादल ने कहा, अपने राजनीतिक मतभेदों को अलग रखते हुए, हमने सही रास्ता चुनने का फैसला किया है।
पार्टी द्वारा जारी एक बयान के अनुसार समिति शिअद के मूल सिद्धांतों की रक्षा के सिलसिले में व्यापक बदलावों की सिफारिश करने के अलावा संगठनात्मक स्तर पर आवश्यक बदलावों के बारे में सुझाव देगी।
2019 में कांग्रेस से Raminder Singh Awla ने शिरोमणि अकाली दल के राज सिंह को 16633 मतों के अंतर से पराजित किया था। जलालाबाद विधानसभा सीट फिरोजपुर के अंतर्गत आती है।
अब शिरोमणि अकाली दल (Akali Dal) ने ये भी ऐलान किया है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल (Parkash Singh Badal) भी चुनावी मैदान में उतरेंगे।
बादल ने आरोप लगाया कि पंजाब कांग्रेस में अंदरूनी कलह ने मुख्यमंत्री को पूरी तरह निष्प्रभावी कर दिया है और दावा किया कि कानून-व्यवस्था मशीनरी पर किसी तरह का नियंत्रण नहीं है।
नोटिस में कहा गया है, यह LOC तब तक लागू रहेगा जब तक कि आव्रजन ब्यूरो को इसे शुरू करने वालों से हटाने का अनुरोध प्राप्त नहीं होता है।
पंजाब में अगले साल यानी 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए शिरोमणि अकाली दल ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी है। शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने सोमवार को 64 उम्मदीवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि पंजाब कांग्रेस के नए प्रमुख नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच ‘झगड़ा’ एक ‘नाटक’ था।
कोटकपूरा गोलीकांड मामले में मंगलवार को प्रकाश सिंह बादल आज एसआईटी के सामने पेश होंगे और मामले से जुड़े एसआईटी के सवालों का जवाब देंगे। आपको बता दें कि अक्टूबर 2015 में हुए कोटकपूरा गोलीकांड मामले में 9 जून को समन भेजा था और प्रकाश सिंह बादल को 16 जून को पेश होने को कहा था।
पंजाब: शिरोमणि अकाली दल (SAD) के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सिसवान में मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के आवास के बाहर राज्य सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया।
शिरोमणि अकाली दल (SAD) के अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से किसानों के समर्थन में दिल्ली की सीमाओं पर पहुंचने की अपील के दो दिनों बाद पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने रविवार को किसान नेता राकेश टिकैत को सम्मानित किया।
शिरोमणि अकाली दल ने भाजपा से पूछा कि उसने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की विचारधारा को क्यों ‘त्याग’ दिया है।
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