अंतरिक्ष में वैज्ञानिकों ने अबतक के सबसे बड़े ब्लैक होल की खोज की है जिसमें 33 सूर्य समा सकते हैं। इसका नाम भी कुछ अनोखा रखा गया है। जानिए इसके बारे में रोचक तथ्य-
जयशंकर ने कहा, ''हमारे नेता पिछले साल हिरोशिमा और नयी दिल्ली में दो बार मिल चुके हैं। मुझे लगता है कि उनकी चर्चाओं ने हमें आगे बढ़ने के लिए मार्गदर्शन प्रदान किया है।'' जयशंकर ने दिसंबर में विदेश मंत्री पद पर नियुक्ति के लिए चो को बधाई भी दी। इस दौरान भारत-दक्षिण कोरिया की नई साझेदारी को व्यापक करने पर सहमति बनी।
National Science Day 2024: देश में आज यानी 28 फरवरी को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस (National Science Day 2024) को मनाया जाएगा। लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि हर साल नेशनल साइंस डे 28 फरवरी को क्यों मनाया जाता है? अगर नहीं जानते हैं तो कोई बात नहीं है आज हम आपको बताएंगे।
इसरो ने फ्यूल सेल का सफल परीक्षण है। इस परीक्षण का लाभ इसरो को भविष्य के मिशनों में मिलेगा। बता दें कि इसके जरिए स्पेस में बिजली और पानी की व्यवस्था आसानी से की जा सकेगी। साथ ही एक अच्छी बात यह भी है कि फ्यूल सेल किसी तरह का उत्सर्जन नहीं करता है।
अगर आपको लगता है कि हम मनुष्यों की याददाश्त सबसे तेज होती है तो आपको जानकर हैरानी होगी कि चिंंपैंजी और बोरोबोस की याददाश्त आपसे अधिक होती है। रिसर्च में पता चला है कि ये दोनों जीव 26 साल के बाद भी परिचित चेहरे नहीं भूलते। जानिए रोचक तथ्य-
कैलिफोर्निया की रहने वाली सबरीना हेंडर्सन ने अपने भाई और उसके पति को परिवार चलाने में मदद की। उसने सरोगेसी के जरिए अपने भाई के बच्चे को पैदा किया।
एस्ट्रोबॉय के नाम से मशहूर वेदांत पांडे ने एक ऐसे दुर्लभ तारे की तस्वीर खींची है, जो 400 साल बाद दिखाई दिया और अब आगे भी 400 सालों के बाद ही दिखाई देगा। उनकी इस तस्वीर को देखकर वैज्ञानिक भी हैरान हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि 21 वीं सदी अब प्रौद्योगिकी के लिए जानी जाएगी। जिस देश ने विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महारत हासिल नहीं की, वह पीछे छूट जाएगा। इसलिए 2047 तक भारत को विकसित करना है तो विज्ञान और प्रौद्योगिकी के मार्ग पर देश को आगे बढ़ना होगा। चंद्रयान-3 की सफलता से युवाओं को जोड़ना होगा।
नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) ने अब कक्षा 10वीं की रसायन विज्ञान(Chemistry) की पाठ्यपुस्तकों से आवर्त सारणी(Periodic Table), लोकतंत्र और ऊर्जा के स्रोत चैप्टर्स को हटाने का फैसला लिया है।
अगर आप बहुत देर तक सो सकते हैं, तो ये अनोखी नौकरी आपके लिए ही है। नासा और यूरोप की स्पेस एजेंसी रिसर्च कर रही है। इस रिसर्च के लिए शर्त रखी गई उसे जान हर कोई हैरान है....
आज की रात यानी 24 मई की रात खास होने वाली है। आप रात में चंद्रमा-मंगल और शुक्र तीनों ग्रहों को एक साथ देख सकेंगे। ये दुर्लभ नजारा सालों-साल बाद दिखाई देगा।
ट्रेन की पटरी अक्सर पानी में रहती है लेकिन फिर भी न तो इसमें जंग लगता है और न ही पटरियां कमजोर होती हैं। पटरियों का अगल-बगल के हिस्से में जंग दिख सकता है लेकिन ऊपरी हिस्सा हमेशा चम चमाता रहेगा। आइए आपको बताते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता हैं?
जेफ्री हिंटन ने कुछ समय पहले ही गूगल से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा वह गूगल जैसी दिग्गज टेक कंपनी को सिर्फ इस वजह से छोड़ रहे हैं ताकि दुनिया के सामने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से होने वाले खतरों पर खुलकर बात कह सकें।
राज्य सरकार ने 2022-23 के बजट में डीयूके से सटे 10 लाख वर्गफीट क्षेत्र में दो ब्लॉकों में डिजिटल साइंस पार्क बनाने का ऐलान किया था। पार्क में शुरुआत में 2,00,000 वर्ग फुट के कुल क्षेत्रफल के साथ दो भवन होंगे।
पांच ग्रहों को एक सीध में परेड करते हुए देखना अद्भुत होगा। आज अगर नहीं देखा तो फिर एक दशक आपको इंतजार करना होगा। आसमान में दिखेगा अद्भुत नजारा।
मंगलवार, 28 मार्च को आसमान में अद्भुत नजारा दिखेगा जब पांच ग्रहों की परेड होगी। इस दुर्लभ दृश्य का आनंद लेने के लिए तैयार रहिए। बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और यूरेनस कल आसमान में परेड करते नजर आएंगे। जानिए पूरी डिटेल्स-
वैज्ञानिकों ने चंद्रमा में पानी का जो मैप तैयार किया है उसमें चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव यानी साउथ पोल पर फोकस किया है। वैज्ञानिकों का मानना है कि चंद्रमा में पानी की खोज में इस मैप का बनना एक बड़ा कदम है।
Study: अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक दावा किया है कि उन्होंने एक ऐसा मैटेरियल खोज निकाला है, जिससे दुनिया में बड़ी क्रांति आ सकती है। इस मैटेरियल को उन्होंने रेडमैटर नाम दिया है।
अमेरिका ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से एक रोबोट को वकील बना दिया है। यह रोबोट जल्द ही अमेरिका की कोर्ट में बहस करेगा।
ऑक्टोपस का व्यवहार देखना इंसान को काफी रोमांचित करता है। ऑक्टोपस एक समुद्री जीव है, जिसके आठ हाथ होते हैं। शोधकर्ताओं ने ये पाया है कि ऑस्ट्रेलिया के जर्विस बे में ऑक्टोपस टेट्रिकस एक-दूसरे पर समुद्री मलबा फेंक रहे हैं। हालांकि वह ऐसा क्यों कर रहे हैं, इस बारे में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है।
संपादक की पसंद