करीब 92,000 करोड़ रुपये बचत खातों में जमा किए जाएंगे जिसका 60 प्रतिशत यानी करीब 55,000 करोड़ रुपये निकासी के बाद लोगों के पास खर्च के लिए पहुंच जाएंगे।
जानकारों का कहना है कि नोटबंदी के दौरान भी बड़ी मात्रा में ब्लैक मनी रियल एस्टेट में खपा था। इस बार भी इसकी उम्मीद काफी है क्योंकि बड़े रकम को जगह लगाना रियल एस्टेट में ही संभव है।
उन्होंने कहा कि ज्यादा कीमत वाले नोटों का इस्तेमाल बार में भी होता है जिससे गांधी का अपमान हो रहा है। साथ ही फोटो के नीचे ना खाऊंगा ना खाने दूंगा लिखने को कहा।
भारतीय रिजर्व बैंक ने पिछले साल एक आरटीआई के जवाब में कहा था कि केंद्रीय बैंक ने 2000 रुपए के नए नोटों की छपाई बंद कर दी है।
मार्केट में आने के करीब 17 महीने के बाद 2000 रुपए के नोट की सप्लाई अब बंद की जा चुकी है। मंगलवार को केंद्र सरकार की तरफ से कहा गया है कि फिलहाल थोड़े समय के लिए 2000 रुपए के नोट की सप्लाई बंद हो चुकी है, हालांकि सिर्फ सप्लाई बंद हुई है नोट बंद नहीं हुए हैं।
वित्तमंत्री ने कहा है कि फिलहाल सरकार के अंदर 2000 रुपए के नोट को बंद करने को लेकर किसी तरह की चर्चा नहीं है।
वित्त राज्यमंत्री संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि ऐसी कोई खबर नहीं है कि 2000 का नोट बंद हो रहा है।
जनता का एक बहुत बड़ा वर्ग ऐसा मान रहा है कि सरकार 2,000 रुपए के नोट पर रोक लगा सकती है। बुधवार को राज्यसभा में भी 2,000 रुपए की नोटबंदी को लेकर सवाल उठे हैं
RSS से जुड़े विचारक एस गुरुमूर्ति ने कहा कि 2000 रुपए के नोट अगले पांच साल में बंद हो जाएंगेे और 500 का नोट ही सबसे बड़ी करेंसी होगा।
संपादक की पसंद