ये ऑपरेशन 41 हिन्दुस्तानियों की जिंदगी और मौत का फैसला करने वाला मिशन था। पूरे भारत की दुआएं लगीं, पूरा सिस्टम लगा, सारी सरकारी ताकत लगी और 17 दिन की लंबी जंग के बाद आखिरकार जिंदगी जीत गई। पहाड़ का सीना चीर कर सभी 41 मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाला गया और इस खबर ने हर हिन्दुस्तानी के चेहरे पर खुशी ला दी।
उत्तरकाशी की सिलक्यारा टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन में बड़ी सफलता मिली है। टनल में फंसे मजदूरों को बाहर निकाल लिया गया है। मजदूरों को बाहर निकालने के लिए बीते 16 दिन से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा था।
उत्तरकाशी की सुरंग में 41 मजदूर अबतक फंसे हुए हैं और उन्हें किसी तरह से बचाने की जुगत लगाई जा रही है। हालांकि किसी भी तरह से इसमें फिलहाल सफलता नहीं मिली है। टनल में फंसे एक मजदूर ने अपने भाई से ऐसी बात कही जिसे सुनकर रो पड़ेंगे आप भी।
सोशल मीडिया पर आजकल एक वीडियो वायरल हो रहा जिसमें एक घर की खिड़की पर करीब 10 फीट लंबा अजगर लटका हुआ दिखाई दे रहा है। दो लोगों ने बड़ी ही मुश्किल से इसका रेस्क्यू किया।
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें एक शख्स पाइप काटते हुए नजर आ रहा है। कुछ ही देर में वह ड्रेन पाइप में फंसी बिल्ली के बच्चे को बाहर निकालता है।
समुद्र में मछली के बड़े-बड़े जाल फेंके गए होते हैं। कभी-कभी इन जालों में बहुत बड़ी मछलियां भी फंस जाती हैं। इन मछलियों के जाल में फंस जाने के बाद इनकी जान भी चली जाती है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जिनके दम पर आज भी इंसानियत बची हुई है।
भारत, पाकिस्तान और जापान के साथ ही साथ अमेरिका भी बाढ़ की चपेट में है। न्यूयॉर्क में भारी बारिश और बाढ़ के प्रकोप ने एक व्यक्ति की जान ले ली है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार अमेरिका बाढ़ संवेदनशील इलाकों में फंसे व्यक्तियों को सुरक्षित ठिकानों की ओर जाने को कहा गया है।
इंडोनेशिया में शुक्रवार को भूकंप से भगदड़ मच गई। अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 5.8 मापी गई। अभी तक किसी बड़े नुकसान की सूचना नहीं है।
सोशल मीडिया पर वाइल्डलाइफ से जुड़ा एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक तेंदुआ कुंआ में गिर जाता है और उसे बचाने के लिए गांव वाले गजब का जुगाड़ लगाते हैं।
फ्रांस में हुए संदिग्ध विस्फोट से एक इमारत ताश के पत्तों की तरह देखते ही देखते ढह गई। इस इमारत के नीचे मलबे में 10 लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि यह विस्फोट किस वजह से हुआ, इसके कारणों की जानकारी अभी तक नहीं हो सकी है। मलबे में दबे लोगों को रेस्क्यू करने के लिए टीमें जुट गई हैं।
तुर्की और सीरिया में विनाशकारी भूकंप के 13 दिन बाद भी चमत्कार दिखना जारी है। बचाव दलों ने तुर्की और सीरिया में छह फरवरी को आये भूकंप के मलबे से और भी जीवित लोगों को बाहर निकाला है, जबकि लोगों के जीवित मिलने की संभावना घटती जा रही है। भूकंप के बाद शनिवार को हुए घटनाक्रम इस प्रकार हैं:- हेते में तीन लोगों को बचाया गया।
तुर्की और सीरिया के विनाशकारी भूकंप में अभी भी चमत्कार होने का सिलसिला जारी है। आज तबाही के 100 घंटे बीत जाने के बाद भी राहत और बचाव दलों ने 6 लोगों को मलबे से जिंदा निकाला है। यह देखकर हर कोई हैरान रह गया। कुदरत के कहर के बाद उसका ऐसा करिश्मा देखना अद्भुद है।
तुर्की और सीरिया के विनाशकारी भूकंप में अब तक 21 हजार से भी ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। सीरिया में इसी त्रासदी के दौरान एक गर्भवती मां मलबे के नीचे दबकर अपनी जान गवां बैठी। मगर वह इसी वक्त एक बच्ची को जन्म दे गई। यह नवजात भी मलबे में दबी थी। इस नवजात के माता-पिता और भाई-बहन भूकंप में मारे जा चुके हैं।
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के रोंगटे खड़े कर देने वाले वीडियो सामने आ रहे हैं। तबाही का ऐसा तांडव देखकर हर किसी का कलेजा फटा जा रहा है और आत्मा रो रही है। तुर्की और सीरिया में भूकंप के अब 3 दिन हो चुके हैं। इसके बावजूद चमत्कारिक रूप से काफी संख्या में लोगों को जिंदा निकाला जा रहा है।
तुर्की और सीरिया के भयावह भूकंप को आए दो दिन होने को हैं। राहत और बचाव दल लगातार मलबे के नीचे दबे लोगों को जीवित निकालन के प्रयास में जुटे हैं। मंगलवार को राहत दलों ने उत्तर सीरिया में 40 घंटे तक मलबे में दबे एक पूरे परिवार को जीवित निकालने में सफलता पाई है। आखिर में परिवार के दो बच्चों तकबीर और जॉय को जिंदा निकाला।
तुर्की और सीरिया में आए विनाशकारी भूकंप के वीडियो और तस्वीरें बेहद डरावने हैं। एक बड़े पत्थर के मलबे में दबी 7 वर्षीय एक बच्ची की तस्वीर अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसने अपने नन्हें भाई को आगोश में छुपाए रखा है। ताकि मौत उसका बाल बांका न कर सके। इस पत्थर के नीचे अपने भाई के समेत यह बच्ची 17 घंटे तक दबी रही।
27 जनवरी की सुबह भारतीय सेना को एक सुमवाली गांव के एक निवासी का कॉल आया। जिसमें उसने बताया कि एक 19 साल की लड़की अपने रिश्तेदार के यहां कुराली गांव में कड़ाके की ठंड के बीच बेहोशी की हालत में लेटी हुई है। इस पर सेना के जवानों ने तुरंत एक्शन लिया।
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चांपा जिले में सूखे बोरवेल में गिरे 11 साल के बच्चे को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान पिछले लगभग 24 घंटे से चल रहा है।
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास ने राज्य सरकार पर इतनी बड़ी दुर्घटना के बाद भी निष्क्रिय रहने का आरोप लगाया और दावा किया कि क्षेत्र के मंत्री मौके पर नहीं गए। दास ने मृतकों के परिजनों के लिए एक करोड़ रुपये मुआवजे की मांग करते हुए कहा, 'राज्य सरकार को लोगों के जीवन की परवाह नहीं है। त्वरित निर्णय नहीं ले पाने के कारण यात्री रात भर हवा में लटके रहे।'
सेना के जवानों ने बाबू नामक युवक को पहाड़ी से सुरक्षित निकालने से पहले भोजन और पानी मुहैया कराया।
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