युगांडा की राजधानी कंपाला में " जयशंकर ने श्रीलंका, फिलिस्तीनी, बहरीन, सर्बिया, बोलीविया, अजरबैजान और वेनेजुएला के अपने समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें कीं। इस दौरान उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की।
भारत ने आर्थिक संकट से जूझ रहे अपने पड़ोसी देश को 1.5 करोड़ डॉलर की मदद करने की पेशकश की है। इस मसौदे पर भारतीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की मौजूदगी में हस्ताक्षर किए गए।
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने कैबिनेट मे बदलाव किया है। उधर, विपक्ष ने राष्ट्रपति विक्रमसिंघे पर चुनाव स्थगित करने की योजना बनाने का आरोप लगाया है।
दुबई एयरपोर्ट पर श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुलाकात हुई। इस मुलाकात में के दौरान श्रीलंका के राष्ट्रपति ने ममता बनर्जी से जो कुछ भी पूछा उसे सुनकर ममता को भी यकीन नहीं हुआ।
भारत के रक्षामंत्री राजनाथ सिंह 2 से 3 सितंबर तक श्रीलंका की दो दिवसीय यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वह भारत-श्रीलंका के संबंधों को मजबूती देने को लेकर द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। साथ ही श्रीलंका में चीन की दखलंदाजी को खत्म करने और उसकी बदनीयती पर अंकुश लगाने को लेकर भी चर्चा होगी। राजनाथ सिंह की इस यात्रा से चीन परेशान है।
श्रीलंका चीन की फांस में अब नहीं फंसना चाहता है। मगर चीन कर्ज के एहसान तले श्रीलंका की राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ तो कर रही रहा है। साथ ही साथ वह भारत की सुरक्षा में भी ताक-झांक कर रहा है। श्रीलंका के बंदरगाहों पर चीनी जासूसी जहाजों का दबाव बनाकर आना इसका एक उदाहरण है। इसलिए श्रीलंका अब सतर्क है।
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने भारत से जुड़े एक मामले में सभी राजनीतिक दलों को मिलकर एक साथ सहयोग करने की अपील की है। यह अपील करने से पहले वह नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिल चुके हैं।
भारत और श्रीलंका के बीच आर्थिक, रणनीति रिश्तों को और बेहतर करने व आगे बढ़ाने के उद्देश्य से श्रीलंकाई राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे और पीएम मोदी के बीच मुलाकात हुई। इस दौरान दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों के प्रगाढ़ होने और आपसी विकास पर बात की।
भारत और श्रीलंका के संबंध फिर से नई ऊंचाइयों पर पहुंचने वाले हैं। श्रीलंका शुरू से भारत का सहयोगी रहा है, लेकिन सत्ता बदलने के साथ श्रीलंका का सुझाव बीच में चीन की तरफ होने लगा था। मगर जब श्रीलंका की अर्थव्यवस्था डूबने लगी तो भारत ने ही उसकी सबसे ज्यादा मदद की। इसका एहसास अब राष्ट्रपति रानिल विक्रम समेत उनके देश को है।
श्रीलंका और भारत एकदूसरे के परंपरागत मित्र हैं। चीन भले ही श्रीलंका पर कितने डोरे डाले, भारत से श्रीलंका की दोस्ती अटूट है। यही कारण है कि भारत ने श्रीलंका के बुरे वक्त में उसकी मदद की। हालांकि इसी बीच श्रीलंका में पिछले साल हुए विद्रोह के बाद परिस्थितियां काफी बदली हैं। पढ़िए पूरी रिपोर्ट।
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे 20 जुलाई को भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। दोनों देशों के संबंधों का इतिहास भी आजादी के वक्त का है। दोनों देशों के राजनयिक रिश्तों के 75 साल पूरे हो रहे हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रम सिंघे अगले हफ्ते से भारत की यात्रा पर आने वाले हैं। मगर उससे पहले श्रीलंका में भारत समर्थित संविधान संशोधन 13 ए लागू करने की मांगों ने जोर पकड़ लिया है। हालांकि श्रीलंका भी इसके पक्ष में है। मगर वहां का विपक्ष इसका विरोध कर रहा है। 13 ए लागू होने से तमिलों का विशेष फायदा होगा।
भारत और श्रीलंका के प्राचीन समय से अच्छे संबंध रहे हैं। मगर चीन भारत और श्रीलंका के संबंधों को खराब करने पर तुला है। श्रीलंका को इस बात का एहसास तब हुआ, जब उसके आर्थिक संकटकाल में केवल भारत काम आया। इसलिए अब श्रीलंका चीन को नजरंदाज करने लगा है। राष्ट्रपति रानिल विक्रम सिंघे भारत यात्रा पर आने वाले हैं।
श्रीलंकाई राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने भारत को अपना हितैषी बताया और चीन को संदेश दिया कि उनके देश का इस्तेमाल कभी भारत के खिलाफ नहीं किया जा सकेगा।
श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने अपने संदेश में कहा, ‘‘औपनिवेशिक शासन से आजादी की हमारी 75वीं वर्षगांठ देश में अत्यधिक महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण वक्त के दौरान मनाई जा रही है।’’
आईएमएफ ने श्रीलंका के लिए 2.9 अरब डॉलर के सशर्त बेलआउट पैकेज पर सहमति जताई है, लेकिन देश को भारत, चीन और जापान सहित द्विपक्षीय लेनदारों को राजी करना होगा।
Sri Lanka Tamils: श्रीलंका में तमिल अल्पसंख्यक राजनीतिक दल संघीय व्यवस्था की मांग वाला प्रस्ताव रखने के लिए सहमत हो गए हैं। उन्हें राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की तरफ से वार्ता का न्योता दिया गया है।
Sri Lanka News: श्रीलंका की जनता एक बार फिर आक्रोशित है। पहले से ही टैक्स की मार से बुरी तरह प्रभावित जनता ने फिर प्रदर्शन किया है। इसी माह नए राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे बजट पेश करेंगे। इससे टैक्स बढ़ोतरी के खिलाफ जनता सड़कों पर उतरी है।
विक्रमसिंघे ने भरोसा जताया कि यदि वार्ता आगे बढ़ती है तो श्रीलंका ''व्यवस्थित ढंग से'' आगे बढ़ेगा और अपने सबसे बुरे आर्थिक संकट से उबरने में सफल रहेगा।
Sri Lanka News: 37 नए मंत्री पद राष्ट्रपति विक्रमसिंघे के 20 सदस्यीय मंत्रिमंडल के अतिरिक्त हैं, जिसने जुलाई के अंत में पदभार संभाला था। कम से कम 12 और कैबिनेट मंत्रियों को जल्द ही नियुक्त करने की चर्चा चल रही है।
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