आईआरसीटीसी (IRCTC) का लक्ष्य स्टेशन, ट्रेन और अन्य स्थानों पर खानपान तथा आतिथ्य सेवाओं को उन्नत करना, पेशेवर बनाना और प्रबंधित करना है।
मारुति सुजुकी इंडिया (Maruti Suzuki India) ने जुलाई-सितंबर तिमाही में 5,52,055 व्हीकल्स की बिक्री की। इनमें से 4,82,731 व्हीकल्स घरेलू बाजार में जबकि बाकी 69,324 कारों का एक्सपोर्ट किया।
Axis Bank की ओर से वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही के नतीजे पेश किए गए हैं। बैंक के मुनाफे में सालाना आधार पर बड़ी बढ़त देखने को मिली है। एफडी में डिपॉजिट 22 प्रतिशत बढ़ा है।
छमाही के दौरान नेट एनपीए 5.97 प्रतिशत से घटकर 4.87 प्रतिशत के स्तर पर आ गये । वहीं मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी को 110 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ है
सितंबर तिमाही के अंत तक कंपनी का एआरपीयू 4.8 प्रतिशत की बढ़त के साथ 109 रुपये के स्तर पर पहुंच गया, हालांकि सब्सक्राइबर बेस में कमी दर्ज हुई
पावर फाइनेंस कॉरपोरेशन (पीएफसी) का चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 17 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5,023.42 करोड़ रुपये रहा है।
ऑयल इंडिया ने 2021-22 के लिए 3.50 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम लाभांश का ऐलान किया है।
दूसरी तिमाही में कंपनी का राजस्व 15 प्रतिशत बढ़कर 13,305 करोड़ रुपये हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 11,590 करोड़ रुपये था।
बैंक के एनपीए सितंबर, 2021 के अंत तक कुल अग्रिम पर 12 प्रतिशत से नीचे रहे हैं। एक साल पहले एनपीए 13.79 प्रतिशत था। शुद्ध एनपीए भी पहले के 2.89 प्रतिशत से गिरकर 2.79 प्रतिशत पर आ गया
पीएनबी की सकल गैर-निष्पादित आस्तियां मामूली रूप से बढ़कर 13.63 प्रतिशत हो गईं। यह पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 13.43 प्रतिशत थी।
एक अनुमान के मुताबिक इलेक्ट्रॉनिक्स कम्पोनेंट की शॉर्टेज के चलते 116,000 वाहनों का उत्पादन नहीं किया जा सका, इनमें से अधिकांश घरेलू बाजार में बिकने वाले मॉडल हैं।
तिमाही के अंत तक कंपनी के कर्मचारियों की संख्या 1,41,193 थी। यह इससे पिछली तिमाही की तुलना में 14,930 अधिक है।
30 सितंबर, 2021 तक कुल कर्ज पर बैंक का एनपीए बढ़कर 1.35 प्रतिशत पर पहुंच गया, जबकि पिछले साल इसी तिमाही के अंत में यह 1.08 प्रतिशत था।
TCS की कंसोलिडेटेड आय पिछले साल के मुकाबले 16.8 प्रतिशत की बढ़त के साथ 46867 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गयी। कंपनी ने 7 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान किया है।
पिछली तिमाही के मुकाबले बैंक की एसेट क्वालिटी सुधरी है। तिमाही के दौरान बैंक की सकल गैर- निष्पादित राशि (एनपीए) इस दौरान उसके कुल अग्रिम का 13.43 प्रतिशत रह गई जो कि पहली तिमाही में 14.11 प्रतिशत पर थी। वहीं इस दौरान शुद्ध एनपीए घटकर 4.75 प्रतिशत रह गया।
चालू वित्त वर्ष 2020-21 की दूसरी तिमाही में शुद्ध लाभ 15 प्रतिशत घटकर 9,567 करोड़ रुपये रहा। इससे पूर्व वित्त वर्ष 2019-20 की इसी तिमाही में कंपनी को 11,262 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। कंपनी की आय 2020-21 की दूसरी तिमाही में घटकर 1.2 लाख करोड़ रुपये रही जो एक साल पहले 2019-20 इसी तिमाही में 1.56 लाख करोड़ रुपये थी।
सितंबर तिमाही में कंपनी ने 3,93,130 वाहनों की बिक्री की, जो साल भर पहले की समान अवधि की तुलना में 16.2 प्रतिशत अधिक है। इस दौरान घरेलू बिक्री 18.6 प्रतिशत बढ़कर 3,70,619 इकाइयों पर पहुंच गयी। हालांकि विदेशों में कोरोना के असर की वजह से इस अवधि के दौरान निर्यात में गिरावट देखने को मिली।
स्टैंडअलोन आधार पर कंपनी को दूसरी तिमाही में 1,212.45 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा हुआ। जबकि पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी को 1,281.97 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। वहीं कंपनी की परिचालन आय इस दौरान 9,668.10 करोड़ रुपये रही।
पिछले साल के मुकाबले प्रोविजन में 9.6 फीसदी और पिछली तिमाही के मुकाबले प्रोविजन में 61.7 फीसदी की गिरावट रही है। वहीं तिमाही के दौरान बैंक की नेट इंट्रस्ट इनकम पिछले साल के मुकाबले 16.8 फीसदी की बढ़त के साथ 3913 करोड़ रुपये रही है।
सितंबर में खत्म हुई तिमाही के दौरान बैंक को 129.37 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ है। पिछले साल की इसी तिमाही में बैंक ने 600 करोड़ रुपये का घाटा दर्ज किया था। वहीं जून तिमाही में बैंक को 45 करोड़ रुपये का प्रॉफिट हुआ था। तिमाही के दौरान बैंक की एसेट क्वालिटी में सुधार देखने को मिला है।
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