असम के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा है कि अगर एनआरसी के लिए आवेदन नहीं करने वाले एक भी व्यक्ति को नागरिकता मिली तो इस्तीफा दे दूंगा। बता दें कि एक कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने ये बात कही है। दरअसल, सीएए लागू होने के बाद से उनसे एनआरसी को लेकर सवाल किया गया था।
असम में करीब 96,000 लोगों को संदिग्ध यानी D वोटर्स की श्रेणी में रखा गया है। उन्होंने बताया है कि अधिकरण ने पिछले साल के अंत तक 3,37,186 मामलों का निपटारा किया है
ममता बनर्जी ने बांग्लादेश की सीमा के पास रहने वालों से कहा है कि अगर बीएसएफ कोई पहचान पत्र दे तो न लें। अगर इसे लिया तो एनआरसी के दायरे में आ जाएंगे।
भारत का संविधान पूरे देश के लिए एकमात्र नागरिकता उपलब्ध कराता है। नागरिकता से संबंधित प्रावधानों को भारत के संविधान द्वितीय भाग के अनुच्छेद 5 से 11 में दिया गया है।
Imran Khan Protest Pakistan & CAA-NRC India Connection: भारत में सीएए-एनआरसी के विरोध में दिल्ली से लेकर हर राज्य में हुए प्रोटेस्ट का पाकिस्तान से सीधा कनेक्शन सामने आया है।
मुख्यमंत्री कोलकाता के नेताजी इनडोर स्टेडियम में राज्य सरकार द्वारा शरणार्थियों के भूमि के पट्टे वितरण को लेकर एक कार्यक्रम में शामिल हुई थी। इसी दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर बरसा।
Safoora Zargar: जामिया मिल्लिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) ने सफूरा जरगर के पीएचडी दाखिले को रद्द करने के बाद, कैंपस में उनके प्रवेश पर भी रोक लगा दी है। यानी जहां एक ओर सफूरा जरगर का पीएचडी दाखिला रद्द कर दिया गया, वहीं अब वह विश्वविद्यालय कैंपस में भी नहीं जा सकेंगी।
पुलिस के मुताबिक शरजील इमाम ने 13 दिसंबर 2019 को दिल्ली के जामिया मिलिया इस्लामिया में और 16 जनवरी 2020 को यूपी के अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया दिया। फिलहाल वो दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है।
क्या चुनावों के पहले पीएम मोदी के सामने टू फ्रंट चैलेंज खड़ा हो गया है? किसान अभी हटे नहीं और दो साल बाद एक बाऱ फिर आपको CAA और NRC का शोर सुनाई दे रहा है। आज असदुद्दीन ओवैसी ने जौनपुर में एक बार फिर CAA और NRC का डर दिखाया। क्या अब किसान आंदोलन और CAA प्रोटेस्ट साथ-साथ चलेंगे? देखिए कुरुक्षेत्र सौरव शर्मा के साथ।
CM योगी आदित्यनाथ ने AIMIM प्रमुख ओवैसी पर उनके शाहीन बाग़ वाले बयान को लेकर तीखा निशाना साधा। कानपुर में एक रैली को सम्बोधित करते हुए उन्होंने ओवैसी को शान्ति भांग करने के खिलाफ चेतावनी दे डाली। देखिए कुरुक्षेत्र सौरव शर्मा के साथ।
बता दें कि यूपी के बाराबंकी में एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने शोषित वंचित समाज सम्मेलन में कहा था कि बीजेपी सरकार ने जैसे तीनों कृषि बिल कानून वापस लिया है, उसी तरह CAA और NRC कानून को भी वापस लेना चाहिए।
ओवैसी ने कहा है कि प्रधानमंत्री कभी भी जन आंदोलन को हराने में कामयाब नहीं हुए हैं, सिर्फ उत्पीड़न किया है। ओवैसी ने प्रधानमंत्री मोदी के 'एक देश एक चुनाव' के आइडिया पर भी सवालिया निशान लगा दिया और कहा कि वह भी एक खराब आइडिया है।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने दावा किया है कि पिछले दरवाजे से राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (NRC) को लागू करने का प्रयास किया गया था। क्या वह जानबूझकर मुसलमानों में डर की भावना पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं? मुक़ाबला शो पर बहस देखें।
सुनवाई के दौरान, प्रसाद ने पश्चिम बंगाल के आसनसोल में इमाम द्वारा जनवरी 2020 में दिए गए भाषण को पढ़ा।
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि नागरिकता संशोधन अधिनियम, सीएए से देश की मुस्लिम आबादी प्रभावित नहीं होगी। उन्होंने कहा कि भारत लंबे समय से अपनी अल्पसंख्यक आबादी की देखभाल कर रहा है जबकि पाकिस्तान ऐसा करने में विफल रहा है।
मुंबई पुलिस ने इस साल की शुरुआत में CAA / NRC के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने वाली महिला पर लगा केस बंद करने का फैसला किया है।
असम में 2021 में होने वाले विधानसभा चुनाव में अब राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) से बाहर होने वाले लोग भी मतदान कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने एनआरसी से रिजेक्ट हो चुके अधिकतर लोगों को मतदान का अधिकार दिया है।
दिल्ली के जामिया इलाके में पिछले साल 15 दिसंबर को सीएए, एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन और हिंसा हुई थी। आज उस घटना को एक साल हो गया। एक साल होने पर आज वहां बाटला हाउस इलाके में कई लोगों ने केंडल मार्च निकाला और उमर खालिद की रिहाई को लेकर नारे लगाए गए।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार राज्य में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) या राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) को लागू नहीं करेगी।
भारत नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लागू करने की तैयारी कर रहा है, वहीं पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान इसे लेकर अपने देश पर इसके प्रभाव से चिंतित हैं। देखें फकीर-ए-आज़म की नवीनतम कड़ी।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़