नोबल पुरस्कार विजेता साइंडिस्ट पीटर हिग्स का निधन हो गया है। वो 94 वर्ष के थे। पीटर को गॉड पार्टिकल की खोज के लिए जाना जाता है।
विश्व उइगर कांग्रेस को वर्ष 2024 के लिए नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना गया है। ऐसा दूसरी बार है, जब विश्व उइगर कांग्रेस को लगातार इस पुरस्कार के लिए नामित किया गया है। इससे पहले वर्ष 2023 में भी इस अधिकार संगठन को नोबेल के शांति पुरस्कार से नावाजा जा चुका है।
बांग्लादेश की अदालत ने नोबेल पुरस्कार विजेता को श्रम कानून के उल्लंघन मामले में बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने मुहम्मद यूनुस की याचिका को स्वीकार करते हुए उन्हें 30 दिनों के लिए जमानत दे दी है। इससे यूनुस को बड़ी राहत महसूस हो रही है।
नोबल शांति पुरस्कार विजेता नरगिस मोहम्मदी ने मेडिकल सुविधायें देने में प्रशासन द्वारा की जा रही आनाकानी और हिजाब अनिवार्य किए जाने के विरोध में जेल में ही भूख हड़ताल शुरू कर दी है।
हावर्ड विश्वविद्यालय की प्रोफेसर क्लाउडिया गोल्डिन को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबल पुरस्कार दिया गया है। उन्हें यह पुरस्कार श्रम बाजार में महिलाओं पर उनके शोध के लिए दिया गया है। क्लाउडिया को अमेरिकी अर्थव्यवस्था में महिलाओं पर उनके ऐतिहासिक काम पर किए गए शोध के लिए जाना जाता है।
ईरान की महिला एक्टिविस्ट नरगिस मोहम्मदी को वर्ष 2023 का नोबल शांति पुरस्कार दिया जाएगा। मोहम्मदी ने महिलाओं के हक में काफी काम किया।
मौंगी जी. बावेंडी, लुईस ई. ब्रूस और एलेक्सी आई. एकिमोव को 'क्वांटम डॉट्स की खोज और संश्लेषण के लिए' वर्ष 2023 का नोबेल पुरस्कार प्रदान किया गया है। इससे पहले कल मंगलवार को फिजिक्स का नोबेल पुरस्कार दिया गया था।
नोबेल पुरस्कार पिछले एक साल में मानवता के लिए भलाई का काम करने वाले लोगों को दिया जाता है। पहला नोबेल पुरस्कार 10 दिसंबर 1901 को दिया गया था। सबसे पहला नोबेल पुरुस्कार विल्हेम रॉन्टगन को एक्स-रे की खोज के लिए मिला था।
''प्रथम मुख्यमंत्री कृष्ण सिंह के बाद, नीतीश कुमार एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने बिहार के लोगों के कल्याण के लिए अनुकरणीय कार्य किया है। इसलिए, वह नोबेल पुरस्कार के हकदार हैं। मैं भी यही मांग करता हूं।''
Nobel Peace Prize for Human Rights Organization of Ukraine: बेलारूस, रूस और यूक्रेन के नोबेल शांति पुरस्कार विजेताओं ने शनिवार हुए पुरस्कार समारोह में यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तीखी आलोचना की।
Nobel Prize 2022: तीन अमेरिकी अर्थशास्त्रियों बेन एस बर्नानके, डगलस डायमंड और फिलिप डायबविग को सोमवार को अर्थव्यवस्था में बैंकों की भूमिका समझाने के लिए इस साल के अर्थशास्त्र के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
Nobel Peace Prize: प्रत्येक क्षेत्र के नोबेल के तहत विजेताओं को एक स्वर्ण पदक और एक प्रमाणपत्र के साथ एक करोड़ क्रोनोर (लगभग नौ लाख डॉलर) की पुरस्कार राशि दी जाती है। विजेताओं का सम्मान हर साल 10 दिसंबर को किया जाता है।
Nobel Prize 2022: इस साल साहित्य यानी लिट्रेचर का पुरस्कार फ्रांस की लेखिका एनी एर्नाक्स को देने का ऐलान किया गया है। नोबेल की वेबसाइट के मुताबिक- एनी बहुत आसान भाषा में गंभीर मुद्दों पर बात करती हैं। उनके लेखन में साहस के साथ संवेदना भी नजर आती है। उन्होंने हर वर्ग और तबके को अपने लेखन में समेटा।
Nobel Prize 2022: वैज्ञानिक कैरोलिन बर्टोज़ी, मोर्टन मेल्डल और बैरी शार्पलेस ने बुधवार को "क्लिक केमिस्ट्री और बायोऑर्थोगोनल केमिस्ट्री के विकास के लिए" रसायन विज्ञान में 2022 का नोबेल पुरस्कार जीता।
एलेन एस्पेक्ट, जॉन एफ क्लॉसर और एंटोन जिलिंगर को संयुक्त रूप से क्वांटम मेकैनिक्स के क्षेत्र में शानदार काम करने के लिए फिजिक्स में नोबेल पुरस्कार मिला है।
Nobel Prize: साल 2022 का नोबेल पुरस्कार ‘मानव के क्रमिक विकास’ पर खोज के लिए स्वीडिश वैज्ञानिक स्वांते पाबो (Svante Paabo) को देने की घोषणा की गई है।
Russia Ukraine War: पुतिन ने यह दावा किया कि यह युद्ध नहीं है बल्कि यह विशेष सैन्य अभियान है। यह अभियान पूरी तरह से अंतरराष्ट्रीय कानून का अनुपालन करता है।
उन्होंने कहा कि फिलहाल एक बैंक कानून है जिसमें बैंकों के लिये कई नियमन के प्रावधान किये गये हैं। इसमें सबसे महत्वपूर्ण कर्ज के लिये गारंटी या गिरवी रखने से जुड़ा प्रावधान शामिल हैं।
तीन अमेरिकी अर्थशास्त्रियों को अनपेक्षित प्रयोगों, या तथाकथित ‘‘प्राकृतिक प्रयोगों’’ से निष्कर्ष निकालने पर काम करने के लिए अर्थशास्त्र के 2021 के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।
अमेरिका के डेविड कार्ड, जोशुआ डी.एंग्रिस्ट और गुइडो इम्बेन्स को अर्थशास्त्र के लिए 2021 का नोबेल पुरस्कार दिए जाने की घोषणा की गई है।
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