अंतरिक्ष के क्षेत्र में जिस तरह से इसरो के कदम बढ़ रहे हैं उससे दुनियाभर में भारत की साथ बढ़ी है। चंद्रयान 3 मिशन से जुड़ी टीम को एक और उपलब्धि मिली है। टीम को जॉन एल ‘जैक’ स्विगर्ट जूनियर पुरस्कार मिला है।
Moon Sign In Astrology: ज्योतिष शास्त्र में चंद्र राशि का क्या महत्व है और इससे आपके व्यक्तित्व के बारे में क्या कुछ पता चलता है, विस्तार से जानें हमारे लेख में।
Moon In Astrology: ज्योतिष में चंद्रमा एक शुभ ग्रह है और कुछ भावों में इसकी स्थिति बेहद शुभ परिणाम दिलाती है। किन भावों में चंद्रमा का होना शुभ माना जाता है, विस्तार से जानें लेख में।
निजी अमेरिकन अंतरिक्ष यान का नाम ओडीसियस है। यह नाटकीय लैंडिंग के बाद चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरा। लेकिन चंद्रमा की सतह पर उतरने के दौरान यह यान पलट गया।
भारत के बाद अमेरिका ने चांद के दक्षिणी ध्रुव पर कदम रख दिया है। अमेरिका की प्राइवेट कंपनी इंटुएटिव मशीन्स ने अपने स्पेसक्राफ्ट को चांद की सतह पर उतार दिया है।
जापान के स्पेसक्राफ्ट कागुया ने चांद की सतह से एक वीडियो रिकॉर्ड किया है जो कि सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में चांद की सतह से पृथ्वी अस्त होते हुए दिख रही है।
जापान भी अपने महत्वाकांक्षी मून मिशन के लिए लंबे समय से प्रयासरत था। अब चंद्रमा पर जापान का लैंडर उतर चुका है। लेकिन दिक्कत की बात यह है कि बैटरी चार्ज न हो पाने के कारण यह सो गया। इसका संपर्क भी धरती से टूट गया है।
जापान का अंतरिक्ष यान मून स्नाइपर चंद्रमा पर पहुंच गया है। हालांकि जापानी अंतरिक्ष एजेंसी ने अभी तक यह पुष्टि नहीं की है कि यह लैंडिंग सफल रही है या नहीं? 25 दिसंबर को जापानी अंतरिक्ष यान चंद्रमा की कक्षा में प्रवेश हुआ था।
अगर सबकुछ ठीक रहा तो 50 से अधिक वर्ष बीत जाने के बाद फिर से चांद पर मानवों के कदम जल्द पड़ेंगे। हालांकि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का 2024 का यह मून मिशन तकनीकी वजहों से एक साल के लिए स्थगित हो गया है। अब यह 2025-26 में चांद के लिए रवाना होगा। चांद पर पहलीबार 20 जुलाई 1969 को मानव ने पहला कदम रखा था।
दुनिया की सबसे महंगी धूल की कीमत जानकर आप चौंक जाएंगे और ये कहां की धूल है यह भी सुन कर आप दंग रह जाएंगे। चलिए आपको बताते हैं इस महंगी धूल के बारे में।
भारतीय एजेंसी इसरो ने एक और बड़ी उपलब्धि को अपने नाम किया है। दरअसल इसरो ने जानकारी देते हुए बताया है कि चंद्रयान-3 के प्रोपल्शन मॉड्यूल को चंद्रमा की कक्षा से पृथ्वी की कक्षा में वापस सफलतापूर्वक लाया गया है।
चीन का रॉकेट चांद की सतह से टकराया था। लेकिन रॉकेट जिस जगह टकराया वहां कए की बजाय दो गड्ढे दिखाई दिए हैं। इस पर बड़े साइंटिस्ट ने दावा किया है कि चीन ने संभवत: यहां रॉकेट के साथ हथियार भी भेजा होगा।
एलन मस्क की स्पेसएक्स स्टारशिप ने शनिवार को सफलतापूर्वक अंतरिक्ष की उड़ान भरी। थोड़ी ही देर बाद उसका रॉकेट फ्लाइट से संपर्क टूट गया है। जानें अपडेट-
वैज्ञानिकों का दावा है कि दम घुटने से पृथ्वी पर जीवन का अंत हो जाएगा। उनका कहना है कि पृथ्वी पर ऑक्सीजन की मात्रा धीरे-धीरे कम हो रही है और इससे जीवन खतरे में है। दूसरे ग्रहों पर ऑक्सीजन की तलाश की जा रही है। पढ़ें पूरी खबर-
हाई कोलेस्ट्रॉल में अंकुरित मूंग: हाई कोलेस्ट्रॉल बढ़ जाने पर धमनियां ब्लॉकेज का शिकार हो जाती हैं। खराब फैट के कण आटर्री से चिपक जाते हैं। ऐसे में इस अनाज को अंकुरित करके खाना इस समस्या को कम करने में मदद कर सकता है। क्यों और कैसे, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
आसमान में अक्सर दुर्लभ खगोलीय घटनाएं देखने को मिलती है। इसी तरह एक और दुर्लभ खगोलीय घटना गुरुवार रात देखने को मिलेगी। ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब आपको आसमान में सबसे चमकीला ग्रह रात में कुछ देर के लिए देखने को नहीं मिलेगा।
Karwa Chauth 2023 Chand Samay: आज करवा चौथ का व्रत रखा जा रहा है। विवाहित स्त्रियां इस दिन निर्जला उपवास रखती हैं। करवा चौथ में चांद की पूजा का खास बताया गया है। तो चलिए जानते हैं कि आपके शहर में चांद कब दिखाई देगा।
Karwa Chauth 2023 Moon Puja: करवा चौथ व्रत में चंद्रमा की पूजा अत्यंत महत्वपूर्ण है। इस दिन चांद को अर्घ्य देने के बाद ही व्रत का पारण किया जाता है। ऐसे में अगर आपके शहर में चांद नजर नहीं आए तो ऐसे में क्या करना चाहिए जानिए।
चंद्रयान मिशन-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर सफल लैंडिंग कराकर इसरो ने इतिहास रच दिया था। अब इसके बाद दोनों चंद्रमा की सतह पर स्लीप मोड में मौजूद हैं। इसरो चीफ ने खुलासा किया है और बताया है कि दोनों वहां क्या कर रहे हैं और क्या वे धरती पर वापस भी लौटेंगे?
विदेशमंत्री जयशंकर ने कहा कि आज का भारत पहले के भारत से अलग है। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आपसे कहना चाहता हूं कि मैं जिसकी बात कर रहा हूं, वह वास्तव में एक अलग भारत है। जैसा कि आपने दूसरों से सुना है, यह वह भारत है, जो चंद्रयान-3 मिशन को पूरा करने में सक्षम है।’ भारत-अमेरिका के संबंध काफी गहरे हुए हैं।
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