मानसून सीजन में सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। ऐसे में क्या खाएं और क्या नहीं ये सबसे बड़ा सवाल होता है।
मानसून में आंखाें से जुड़ी समस्याएं हाेना बेहद सामान्य हाेता है। लेकिन, सावधानी बरतने से इन समस्याओं को दूर रखा जा सकता है।
स्वामी रामदेव के कैसे योग, एक्यूप्रेशर प्वाइंट्स और घरेलू उपायों के द्वारा स्किन एलर्जी से कैसे अपना बचाव किया जा सकता है।
इस बार प्रश्नकाल को भी संसद की कार्यवाही से हटा दिया है। इसे लेकर विपक्ष ने ऐतराज जताया और सरकार पर लोकतंत्र का गला घोंटने का आरोप लगाया है।
कोरोना वायरस महामारी की छाया के बीच संसद आज से 18 दिन के मॉनसून सत्र के लिए पूरी तरह तैयार है। इस सत्र में कई चीजें पहली बार हो रही हैं जिनमें दोनों सदनों की बैठक सुबह-शाम की पालियों में होना और सत्र में एक भी अवकाश नहीं होना शामिल हैं।
मध्य प्रदेश विधानसभा का 20 जुलाई से शुरू होने वाला मॉनसून सत्र कोरोना वायरस के कारण स्थगित कर दिया गया है। भोपाल में आज बुलाई सर्वदलीय बैठक में ये फैसला किया गया।
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून (पहली जून से 30 सितंबर) सीजन के दौरान देशभर में औसतन 968.3 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देशभर में औसतन 880.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की जाती है।
तीन महीने की अवधि का मॉनसून से पहले का सीजन- मार्च, अप्रैल और मई 25 प्रतिशत कम वर्षा के साथ समाप्त हुआ।
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून सीजन के दौरान सामान्य यानि 96 प्रतिशत बरसात का अनुमान है। इसमें 5 प्रतिशत बरसात ऊपर-नीचे हो सकती है।
संसदीय कार्य मंत्री अनंत कुमार ने कहा कि पिछले 20 वर्षों में संसद का मानसून सत्र सबसे अधिक सार्थक सत्र रहा।
जाते-जाते मानसून निराश करने वाला है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, मानसून सीजन के महत्वपूर्ण महीने जून से सितंबर के आखिरी दो महीनों के दौरान देश में औसत बारिश होने की संभावना है।
देश में मानसून सीजन आधा खत्म हो चुका है और अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान देशभर में सामान्य के मुकाबले 6 प्रतिशत कम बरसात दर्ज की गई है
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक मानसून सीजन के शुरुआती 10 दिन यानि पहली से 10 जून के दौरान देश में औसत के मुकाबले 15 प्रतिशत अधिक बरसात हुई है, इस दौरान देशभर में औसतन 41.7 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर 36.2 मिलीमीटर बारिश होती है
मानसून सीजन यानि पहली जून से लेकर 30 सितंबर तक सबसे कम बरसात रही है उनमें मणिपुर, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और मध्य प्रदेश सबसे आगे हैं
IMD ने कहा कि देश में दक्षिण पश्चिमी मानसून की रफ्तार लगातार तेज हो रही है और यह तय समय से दो दिन पहले यानी 30 मई को केरल तट पर दस्तक दे सकता है।
आईएमडी ने मानसून को लेकर अपना पहला पूर्वानुमान जारी किया है। आईएमडी के मुताबिक इस साल देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रहने की संभावना है।
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