पूर्वोत्तर माली में विद्रोहियों के घातक हमले में 49 सामान्य नागरिकों समेत 15 सैनिकों की मौत हो गई है। हमला उस वक्त हुआ जब नागरिक बाढ़ क्षेत्रों से सुरक्षित ठिकानों पर जाने के लिए नाव पर सवार थे। इसी दौरान आर्मी कैंप पर भी हमला कर दिया। वर्ष 2012 में अलकायदा और इस्लामिक स्टेट की मौजूदगी से यह क्षेत्र अशांत है।
पिछले कुछ दिनों में यह ऐसा दूसरा आतंकी हमला है। हमले की जिम्मेदारी टीआरएफ नाम के आतंकी संगठन ने ली है जिसे आतंकी सगंठन लश्कर का सहयोगी माना जाता है
पुलवामा ने लगातार दूसरे दिन आतंकवादियों ने हमला किया है। इस बार पुलवामा थाने को ग्रेनेड से निशाना बनाने की कोशिश की गई। लेकिन ग्रेनेड रोड के किनारे गिरा और ब्लास्ट की चपेट में आम लोग आ गए।
भाजपा नेता हमले में बाल-बाल बच गए, जबकि उनके पीएसओ, कांस्टेबल बिलाल अहमद घटना में घायल हो गए...
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