मराठा आरक्षण अब महाराष्ट्र में उग्र रूप लेता दिख रहा है। जालना में प्रदर्शनकर रहे लोगों ने एक सरकारी बस को आग के हवाले कर दिया है। इसके बाद जिले में एमएसआरटीसी बसों की परिचालन पर रोक लगा दी है।
सीएम एकनाथ शिंदे ने मराठा नेता मनोज जरांगे पाटिल को जूस पिलाकर उनका अनशन तोड़ा। जरांगे ने कल ही इस बात की जानकारी दी थी कि उनकी मांगे मान ली गई हैं।
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण को लेकर मराठा समुदाय के लोग नेताओं को निशाना बना रहे हैं। इस वजह से सीएम और बाकी मंत्रियों की सुरक्षा भी बढ़ाई गई है। ताजा मामला ये है कि महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और अजित पवार गुट के नेता हसन मुश्रीफ की गाड़ी में तोड़फोड़ की गई है।
मराठा समुदाय को लेकर महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, 'अजित दादा ने क्या कहा इसकी मुझे जानकारी नहीं है। लेकिन ओबीसी गणना में सरकार की भूमिका पहले ही स्पष्ट हो चुकी है।'
महाराष्ट्र के जालना जिले में मराठा समुदाय के लिए आरक्षण की मांग को लेकर जारी आंदोलन के हिंसक होने के बाद सूबे में सियासी पारा भी गरम हो गया है।
महाराष्ट्र के जालना में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर जारी आंदोलन के दौरान हिंसा भड़क गई थी। इसके बाद अब मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से जानकारी सामने आई है कि इस मुद्दे पर महाराष्ट्र कैबिनेट सब-कमिटी की बैठक आज होगी।
महाराष्ट्र के जालना जिले में प्रदर्शनकारियों पर हुए लाठीचार्ज के बाद मराठा संगठन आक्रामक हैं। राज्य के कई हिस्सों में बंद का ऐलान किया गया है। वहीं, जालना हिंसा को लेकर धुले-सोलापुर हाईवे पर चलने वाली बस सर्विस को रद्द कर दिया गया है।
मराठा आरक्षण पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने दिया फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने मराठा आरक्षण बरकरार रखा है, लेकिन निर्दश दिए हैं कि 12 से 13 प्रतिशत तक ही दिया आरक्षण दिया जाए।
महाराष्ट्र विधानसभा ने नौकरियों और शैक्षिक संस्थानों में मराठा समुदाय को 16 फीसदी आरक्षण देने वाले एक विधेयक को गुरुवार को सर्वसम्मति से पारित कर दिया जो राज्य की राजनीति में खासतौर से चुनाव नजदीक होने के समय समुदाय की महत्ता को दर्शाता है।
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लड़की ने उम्मीद जताई थी कि उसका बलिदान मराठा समुदाय को आरक्षण के लिए किए जा रहे आंदोलन को बढ़ावा देगा।
महाराष्ट्र में एक और युवक ने मराठा आरक्षण आंदोलन की मांग को लेकर रविवार को आत्महत्या कर ली।
बातचीत के जरिए समाधान ढूंढा जा सकता है। गाड़ियों को जलाने, पथराव करने, एंबुलेंस तोड़ने और मीडिया की गाड़ियों को निशाना बनाने से कुछ नहीं होगा।
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