छत्तीसगढ़ में हुए नक्सली एनकाउंटर को लेकर ग्रामीणों ने बड़ी बात कही है। उन्होंने आरोप लगाया है कि जो मारे गए हैं वो नक्सली नहीं मनरेगा मजदूर थे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी बजट में कई घोषणाएं की हैं। वित्त मंत्री ने कई बड़ी योजनाओं में आवंटन बढ़ाया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मनरेगा की भूमिका और महत्ता कोरोना काल में स्पष्ट दिखायी दी जब यह जरूरतमंद लोगों के लिए संकट काल में आशा की किरण बनी।
आरोपियों की पहचान सहायक कार्यक्रम अधिकारी शक्तिसिंह जडेजा, सहायक लेखा अधिकारी विमलसिंह बसन, एमआईएस समन्वयक जिग्नेश वाडिया और तकनीकी सहायक अश्विन शियाल के रूप में हुई है।
बीजेपी नेता ने मनरेगा के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं की सीबीआई जांच की मांग की। याचिका में विपक्ष के नेता ने इस मामले में CAG से ऑडिट कराने की भी मांग की।
MNREGA Scam: स्थानीय ग्रामीण सुखबीर सिंह ने सरकार की जन-शिकायत और हरियाणा 'सीएम विंडो पोर्टल' पर कई शिकायतें दर्ज कर आरोप लगाया था कि नूंह में मनरेगा योजना के तहत करीब दो-तीन साल पहले मृत हो चुके लोगों के नाम पर राशि जारी की जा रही है।
Tejashwi yadav on Agneepath scheme: तेजस्वी यादव ने शनिवार को अग्निपथ योजना के बारे में कहा कि योजना को लेकर युवाओं के मन में काफी शंकाएं हैं और इसे वापस लिया जाना चाहिए।
लोकसभा में कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि, कुछ साल पहले कई लोगों ने महात्मा गांधी मनरेगा का मजाक उड़ाया था, उसी मनरेगा ने कोरोना और लॉकडाउन में करोड़ों प्रभावित गरीबों को ठीक समय पर मदद करते हुए सरकार की बचाव में सकारात्मक भूमिका निभाई।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि कोरोना वायरस महामारी में लगाए गए लॉकडाउन से पैदा हुई आर्थिक तंगी से निपटने के लिए महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) को मजबूती दी जानी चाहिए।
राहुल गांधी ने कहा कि गरीबों को न्याय योजना के तहत नकदी मदद उपलब्ध कराई जानी चाहिए।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को कहा कि मौजूदा समय में शहरों में बेरोजगारी की मार झेल रहे लोगों की मदद के मकसद से ‘मनरेगा’ जैसी योजना और पूरे देश में गरीबों के लिए ‘न्याय’ लागू करने की जरूरत है।
यूपी में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 24,056 पहुंच गई है, जबकि रिकवरी रेट बढ़कर 69.12 फीसदी है। यूपी में अब तक कोरोना से 718 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
लॉकडाउन की वजह से अन्य राज्यों से उत्तर प्रदेश में 30 लाख से ज्यादा श्रमिक लौटे हैं। दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी श्रमिकों को रोजगार के लिए लगातार रोजगार के अवसर तलाश कर रही है और शुरुआत में मनरेगा के तहत दिए जाने वाले काम के दिनों को बढ़ाने पर फैसला हो सकता है।
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