Vinayak Chaturthi 2024 Vrat: विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से भगवान गणेश सभी मनोकामनाओं की पूर्ति करते हैं। ऐसे में आज के दिन शुभ फलों की प्राप्ति के लिए व्रत रखने के साथ ही इस शुभ मुहूर्त में ही गणपति जी की पूजा करें।
Wednesday Remedies: अगर आपके जीवन में तमाम परेशानियां चल रही हैं तो इनका समाधान पाने के लिए बुधवार के दिन इन उपायों को जरूर आजमाएं। इन उपाय को करने से आपको जल्द ही समस्त समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है।
Sankashti Chaturthi Vrat: संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखने से भगवान गणेश की विशेष कृपा प्राप्त होती है। इस दिन गणपति जी की पूजा अर्चना करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
Budhwar ke upay: बुधवार के दिन भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करने से आपको विशेष लाभ प्राप्त होते हैं। साथ ही कुछ उपाय भी हैं जिनको करने से आपको करियर से लेकर पारिवारिक जीवन में सुखद परिणाम मिलेंगे, आइए जानते हैं कौन से हैं ये उपाय।
28 फरवरी 2024 को बुधवार के दिन फाल्गुन माह की पहली संकष्टी चतुर्थी है। यदि आप जीवन में अपार सफलता और सुख-समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं तो इस दिन भगवान गणेश के निमित्त कुछ विशेष उपाय आपको करना होगा। क्या हैं वो उपाय आइए जानते हैं आचार्य इंदु प्रकाश से।
प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। यह शुभ तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस बार यह पर्व कब है और क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त? यहां जानिए हिंदू पंचांग के अनुसार।
आज माघ माह की गणेश जंयती का व्रत लोग गणपति बप्पा की कृपा पाने के लिए रखते हैं। माघ माह की इस गणेश जंयती को विनायक चतुर्थी भी कहते हैं। जिस तरह इसका व्रत रखना महत्वपूर्ण है उसी प्रकार इसके व्रत का पारण करना भी जरूरी होता है। आइए जानते हैं इसका व्रत कब खोला जाएगा और क्या रहेगा चंद्रोदय का समय।
माघ माह की गणेश जयंती का हिंदू धर्म में बहुत विशेष महत्व होता है। इस दिन विघ्नहर्ता की वंदना करने से सभी कष्ट मिट जाते हैं और उनकी कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस बार माघ महीने की गणेश जयंती कब मनाई जाएगी और क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त? यहां जानिए हिंदू पंचांग के अनुसार।
आज सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा। यह व्रत संतान की दीर्घायु और उनके सुखी जीवन के लिए माताओं द्वारा रखा जता है। जिस प्रकार इस व्रत को रखने का महत्व है उसी प्रकार इसका नियमित रूप से पारण करना भी जरूरी होता है। सकट चौथ के व्रत को आज किस समय खोला जाएगा और क्या है इसका सही नियम आप भी जान लीजिए।
माघ माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सोमवार के दिन सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा। यह व्रत माताएं संतान सुख और उनकी दीर्घायु के लिए रखती हैं। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए इस दिन किए जाने वाले उन उपायों के बारे में, जिसे अपनाने से जीवन में अपार धन की प्राप्ति के साथ ही साथ संतान की उन्नति भी होती है।
प्रत्येक वर्ष माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। इस पर्व को माघी चतुर्थी, संकष्टी चतुर्थी और तिलकुटा चौथ के नाम से भी जाना जाता है। आखिर इस व्रत को क्यों और किसके लिए रखा जाता है? साथ ही जानिए इस व्रत को रखने का सही नियम।
Sakat Chaturthi 2024 Vrat Date: अगर आप भगवान गणेश की कृपा पाना चाहते हैं तो माघ माह में आने वाले सकट चतुर्थी के दिन व्रत जरूर रखें। इसके साथ इस दिन गणपति जी की आराधना करने से पुण्यकारी फलों की प्राप्ति होती है।
Vinayak Chaturthi 2024: श्री गणेश को चतुर्थी तिथि का अधिष्ठाता माना गया है। साथ ही इन्हें बुद्धि, समृद्धि और सौभाग्य के देवता के रूप में पूजा जाता है। ऐसे में विनायक चतुर्थी का व्रत रखने से मनचाही इच्छा की पूर्ति होती है।
प्रत्येक माह को पड़ने वाली चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस बार पौष माह की पहली चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी। इस दिन गजानन की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है, आइए जानते हैं इस बार अंखुरथ संकष्टी चतुर्थी कब मनाई जाएगी और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त।
आज साल 2023 की आखिरी विनायक चतुर्थी है। आज विघ्नहर्ता श्री गणेश की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। विनायक चतुर्थी पर आखिर कैसे श्री गणेश को प्रसन्न कर साल के जाते-जाते उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाए। आइए जानते हैं उन लाभकारी उपायों के बारे में जिसे आज के दिन करने से धन-धान्य का सुख प्राप्त होता है।
यह मार्गशीर्ष मास चल रहा है और वैदिक पंचांग के अनुसार प्रत्येक चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। मार्गशीष मास की अगामी शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी कहते हैं और यह साल 2023 की आखिरी चतुर्थी है। इस बार यह कब मनाई जाएगी और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त नोट कर लीजिए।
श्री गणेश हिंदू धर्म में प्रथम पूज्यनीय देवता हैं। कोई भी धार्मिक अनुष्ठान बिना इनकी पूजा के नहीं शुरू होता है। वैसे इनके देश भर में कई सारे मंदिर हैं लेकिन आज हम आपको इनके आठ प्रमुख पावन धामों के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्हें अष्टविनायक मंदिर कहा जाता है।
आज के दिन श्री गणेश की गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी। व्रत के साथ आज के दिन कुछ उपायों को करने से गणपति देव अपने भक्तों का बेड़ा पार लगा देते हैं। आइए जानते हैं आचार्य इंदु प्रकाश से आज कौन से उपायों को करने से गजानन की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
वैसे तो हम सभी जानते है कि भगवान गणेश हिंदू धर्म में प्रथम पूज्यनीय दवेता हैं। इनको सभी देवताओं की पूजा करने से पहले पूजा जाता है। बुधवार का दिन इनकी पूजा के लिए सबसे शुभ होता है। क्या आप जानते हैं भगवान गणेश को टूटे हुए दांत से महाभारत क्यों लिखनी पड़ी थी।
हिंदू धर्म में प्रत्येक साल मार्गशीर्ष मास की चतुर्थी तिथि के दिन गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। हिंदू धर्म में पहले पूजे जाने वाले देव भगवान गणपति ही हैं। आइए जानते हैं इस बार गणाधिप संकष्टी चतुर्थी कब मनाई जाएगी और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त।
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