17वीं लोकसभा का कार्यकाल समाप्त होने वाला है। ऐसे में इस दौरान सिर्फ दो सांसद ही ऐसे रहे हैं, जिन्होंने 100 प्रतिशत उपस्थिति दर्ज कराई है। आइये बाकी के सांसदों का भी क्या हाल है, ये जानते हैं।
नई सरकार के गठन से पहले संसद भवन में कई बदलाव किए जा रहे हैं। यह बदलाव जून तक संपन्न होने की संभावना है। प्लान के अनुसार, अब सांसदों के कार्यालय भी बनवाये जा रहे हैं।
Lok Sabha Election: तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने लोकसभा चुनाव 2024 के लिए पश्चिम बंगाल में सभी 42 लोकसभा सीटों के लिए कैंडिडेट की लिस्ट जारी कर दी है। इस लिस्ट में भारत के लिए 2 वर्ल्ड कप जीत चुके खिलाड़ी का नाम भी शामिल है।
जयपुर ग्रामीण लोकसभा सीट प्रदेश की हॉट सीटों में से एक है। इस संसदीय क्षेत्र में कोटपुतली, शाहपुरा, विराटनगर, फुलेरा, झोटवाड़ा, आमेर, जमवारामगढ़ और बानसूर विधानसभा सीटें आती हैं।
लखनऊ जिले में 9 विधानसभा सीटें हैं जिनमें से सात पर बीजेपी और दो पर समाजवादी पार्टी (सपा) का कब्जा है। जिले में दो लोकसभा सीटें हैं। लखनऊ और मोहनलाल गंज संसदीय क्षेत्र। दोनों सीटों पर बीजेपी का कब्जा है।
मिली जानकारी के अनुसार, मस्जिदों-मदरसों के आसपास उर्दू में 'फिर एक बार मोदी सरकार' के पोस्टर लगाए जाएंगे। उर्दू साहित्य मुस्लिम समाज के बीच बांटा जाएगा। उर्दू में मन की बात पुस्तक का भी वितरण होगा।
लोकसभा चुनाव और राज्यों के विधानसभा चुनावों को लेकर मुख्य चुनाव आयुक्त ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि चुनावों को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। इसके साथ ही उन्होंने मतदाताओं से भी इसमें भाग लेने की अपील की है।
केंद्र सरकार की चुनावी बॉन्ड योजना की कानूनी वैधता को चुनौती देने वाली याचिकाओं पर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ का कहना है कि दो अलग-अलग फैसले हैं। एक उनके द्वारा लिखा गया और दूसरा न्यायमूर्ति संजीव खन्ना द्वारा और दोनों फैसले सर्वसम्मत हैं।
सनी देओल (भाजपा) पंजाब के गुरदासपुर लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। वहीं, शत्रुघन सिन्हा को ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने 2022 में पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट पर हुए उपचुनाव में टिकट देकर लोकसभा भेजा था।
India TV Poll: देश में कुछ ही महीनों के बाद लोकसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में लोकसभा चुनावों से पहले पांच हस्तियों के लिए केंद्र सरकार ने भारत रत्न सम्मान देने की घोषणा की है। ऐसे में भारत रत्न के ऐलान का 2024 के लोकसभा चुनाव पर असर पड़ेगा या नहीं इसे लेकर INDIA TV ने एक पोल किया।
शनिवार को लोकसभा राम मंदिर पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया गया। इस दौरान पीएम मोदी ने कई मुद्दों पर खुलकर चर्चा की। धारा 370 हो या राम मंदिर, ट्रिपल तलाक हो युवाओं की बात हो। पीएम मोदी ने सभी मुद्दों पर लोकसभा को संबोधित किया।
संसद में राम मंदिर पर चर्चा के दौरान शाह ने कहा कि जो देश को जानना चाहते हैं, जीना और पहचानना चाहते हैं, वो राम और रामचरितमानस के बिना जी नहीं सकते।
पीएम मोदी ने लोकसभा में G-20, 17वीं लोकसभा, 18वीं लोकसभा, जम्मू कश्मीर, धारा 370, नारी वंदन अधिनियम, तीन तलाक, आतंकवाद समेत तमाम मुद्दों पर बात की। उन्होंने कहा कि हमने 21वीं सदी की पीढ़ी को सुरक्षित किया है।
संसद में राम मंदिर के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान असदुद्दीन औवेसी ने केंद्र सरकार पर जोरदार हमला किया। ओवैसी ने कहा, ''मोदी सरकार सिर्फ एक मजहब की सरकार है? या पूरे देश के धर्मों को मानने वाली सरकार है? 22 जनवरी का जश्न मनाकर आप करोड़ों मुसलमानों को क्या मैसेज दे रहे हैं?''
शनिवार को राम मंदिर पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव लाया गया। इस दौरान अमित शाह ने सदन को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी का दिन महान भारत की यात्रा की शुरुआत का दिन है। ये दिन मां भारती विश्व गुरु के मार्ग पर ले जाने को प्रशस्त करने वाला दिन है।
लोकसभा में बागपत से बीजेपी सांसद सत्यपाल सिंह राम मंदिर का प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि प्रभु श्रीराम सिर्फ हिंदुओं के ही नहीं हैं, वह सबके हैं, भगवान राम हम सबके पूर्वज भी हैं और हम सबके लिए प्ररेणा भी हैं।
राम मंदिर निर्माण के बाद अब लोकसभा और राज्यसभा में भाजपा धन्यवाद प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रही है। ऐसे में शनिवार को लोकसभा और राज्यसभा में धन्यवाद प्रस्ताव लाया जाएगा, जिसमें कुछ बातों पर खास जोर रहेगा।
जब निर्मला सीतारमण श्वेत पत्र पर ब्योरा प्रस्तुत कर रही थीं तब सदन में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी उपस्थित थीं और उनके पार्टी के सांसद भाषण के बीच में टोका-टोकी कर रहे थे। इस पर निर्मला सीतारमण ने कांग्रेस पर तीखा तंज कसा है।
लोकसभा में केंद्र की मोदी सरकार के द्वारा श्वेत पत्र पेश किया गया है। श्वेत पत्र को तीन हिस्सों में बांटा गया है। जिसमें एक पार्ट में यूपीए सरकार की आर्थिक नाकामियों को जिक्र है। दूसरे पार्ट में यूपीए सरकार दौरान के घोटालों का जिक्र है और तीसरे पार्ट में मोदी सरकार द्वारा किए गए रिफॉर्म के बारे में बताया गया है।
लोकसभा में गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यूपीए शासन के दौरान आर्थिक कुप्रबंधन पर श्वेत पत्र पेश कर दिया है। इस श्वेत पत्र में इस बात का जिक्र है कि वर्ष 2014 तक हम कहां थे और अब कहां हैं। इस श्वेत पत्र का मकसद उन वर्षों के कुप्रबंधन से सबक सीखना है।
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