चीनी हैकरों का दुनियाभर में आतंक है। इसी क्रम में अमेरिका के न्याय विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चीन में रह रहे सात हैकरों पर आरोप तय किए हैं। ब्रिटेन के उप प्रधानमंत्री ने कहा है कि उनकी सरकार चीन के राजदूत को तलब करेगी।
अमेरिका और चीन में तनातनी बनी रहती है। चाहे वो ताइवान के मुद्दे पर हो या दक्षिण चीन सागर में चीन की दादागिरी की बात हो। इसी बीच अमेरिका की एफबीआई ने बड़ी चेतावनी दी है कि चीनी हैकर्स अमेरिका के इंफ्रास्ट्रक्चर को निशाना बनाकर तबाही ला सकते हैं।
क्लाउडसेक ने कहा कि हैकर ने किसी भी उल्लंघन में शामिल होने से इनकार किया है और कानूनी रूप से अघोषित स्रोत के माध्यम से आंकड़े प्राप्त करने का दावा किया है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, दूरसंचार विभाग ने दूरसंचार परिचालकों से अपनी प्रणाली का सुरक्षा ऑडिट कराने को कहा है।
असम के सीएम हिमंत विश्व शर्मा का फेसबुक अकाउंट हैक करने की कोशिश हुई। इसकी जानकारी खुद उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए दी है।
आसानी से इस्तेमाल होने वाले पासवर्ड से बचें। यदि संभव हो तो जटिल पासवर्ड बनाएं और उन्हें याद रखें या उन्हें ऐसे स्थान पर सुरक्षित रूप से संग्रहीत करें जहां केवल आप ही पहुंच सकें।
उत्तर कोरिया के हैकरों ने अमेरिका और दक्षिण कोरिया के सैन्य अभ्यास पर हमला कर दिया है। इससे दोनों देशों में खलबली मच गई है। अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रमों और मिसाइल परीक्षणों के जवाब में यह संयुक्त सैन्य अभ्यास आयोजित किया था।
दुनिया भर में डेटा चोरी, सिस्टम हैकिंग और साइबर फ्राड यूं ही नहीं हो रहा, बल्कि इसके पीछे चीन ने हैकरों की एक बड़ी फौज तैयार कर रखी है। यह बात अमेरिका की एक रिपोर्ट में कही गई है। अमेरिका ने चीन को दुनिया भर में हो रहे साइबर हमलों का जिम्मेदार ठहराया है। इससे चीन बौखला गया है।
अमेरिका ने चीनी साजिश का बड़ा पर्दाफाश किया है। अमेरिका के दावे के अनुसार चीनी हैकर्स उसके रेल नेटवर्क समेत पाइपलाइन परियोजनाओं और महत्वपूर्ण आधारभूत ढांचों पर साइबर हमला करने के फिराक में थे और अभी भी हैं।
ब्रिटेन ने रूस पर एक ऐसी गंभीर आशंका जाहिर की है, जिससे दुनिया भर में खलबली मच गई है। ब्रिटिश सरकार के अधिकारियों ने बुधवार को दावा किया कि रूसी हैकर ब्रिटेन के अहम बुनियादी ढांचे को "बाधित या नष्ट" करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें रोकने के लिए पर्याप्त उपाय नहीं किए जा रहे हैं।
हैकर्स ने वेस्टर्न डिजिटल अधिकारियों को एक ईमेल में लिखा, "हम आपकी कंपनी में सेंध लगाने वाले अपराधी हैं। शायद आपके ध्यान की जरूरत है! इस रास्ते को जारी रखें और हम जवाबी कार्रवाई करेंगे।" हैकर्स ने लिखा, "हमें केवल एकमुश्त भुगतान की आवश्यकता है और फिर हम आपके नेटवर्क को छोड़ देंगे ।
इन दिनों हैकर्स हैकिंग के नए नए तरीके अपना रहे हैं। इसलिए हमें भी सिक्योरिटी बढ़ाने की जरूरत है।
हैकर्स अब पहले से अधिक तेज और चालाक हो गए हैं। वह यूजर्स को ठगने के लिए नए तरीके अपना रहे हैं। ऐसे में उनसे बचने के लिए क्या कुछ किया जाना चाहिए। आइए समझते हैं।
Chinese Hackers: चीनी हैकरों पर पहले भी बैद्धिक संपदा की चोरी के आरोप लग चुके हैं। अब उसके हैकरों पर कोविड-19 राहत कोष से 2 करोड़ डॉलर चोरी करने के आरोप लगे हैं। इन हैकरों को सरकार का समर्थन प्राप्त है।
इंडिया पोस्ट पेमेंट्स बैंक (आईपीपीबी) ने ग्राहकों को बैंक खाता खोलने के लिए किसी तीसरे व्यक्ति के मोबाइल नंबर का उपयोग नहीं करने की सलाह दी है।
इन हमलों से असम, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब और तमिलनाडु की सरकारों की वेबसाइटें प्रभावित हुईं।
San Francisco: एक लोकप्रिय स्कूल मैसेजिंग ऐप को हैकरों ने हैक कर के उसके यूजर्स को न्यूड फोटोज़ और गंदे मैसेज शेयर कर दिया। जिसके बाद यह मैसेज कुछ पेरेंट्स और टीचर्स के पास पहुंच गया। पेरेंट्स ने बताया कि यह मैसेज हमें लिंक के रूप में भेजा गया था हमने जैसे ही लिंक पर क्लिक किया वैसे ही ये फोटोज़ दिखे।
America News: अमेरिका के न्याय विभाग ने बुधवार को कहा कि ईरान के तीन नागरिकों पर देश में रैंसमवेयर हमले करने के आरोप लगाए गए हैं। उन पर बिजली कंपनियों, स्थानीय सरकारों, छोटे कारोबारों और घरेलू हिंसा के पीड़ितों के एक आश्रय गृह समेत कई गैर-लाभकारी संगठनों को निशाना बनाने का आरोप है।
आईटी मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले सीईआरटी-इन ने यूजर्स को लेटेस्ट मोजिला फायरफॉक्स वर्जन्स को अपडेट करने की सलाह दी है।
Prophet Row: पहले कई अरब देशों के बाद, अब पाकिस्तान भी इस विवाद में हाथ थोने से पीछे नहीं रहा। शनिवार को असम के एक डिजिटल न्यूज चैनल 'TIME8' को पाकिस्तान के हैकर्स ने हैक कर लिया।
हैकरों की एक वेबसाइट पर 50 करोड़ से अधिक फेसबुक यूजर (उपयोगकर्ताओं) के डेटा की जानकारी उपलब्ध है। यह सूचना कई साल पुरानी प्रतीत होती है, लेकिन यह फेसबुक एवं अन्य सोशल मीडिया साइट द्वारा एकत्र की जाने वाली विस्तृत जानकारी की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े करती है।
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