तेजी से बदल रहे वैश्विक परिवेश में भारत और जापान ग्लोबल पार्टनर हैं। दोनों देशों में लोकतंत्र और पारदर्शी व डिजिटल लेनदेन की व्यवस्था दुनिया में वैश्वीकरण को आगे बढ़ा रहा है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भी भारत और जापान के बीच अहम साझेदारी है। क्वाड के माध्यम से भारत, जापान, अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया अहम काम कर रहे हैं।
संयुक्त अरब अमीरात में चल रहे जलवायु परिवर्तन शिखर सम्मेलन में भारत के सहयोगी देशों वाले समूह बेसिक ने ग्लोबल स्टॉकटेक से विकसित देशों की विफलताओं का हिसाब मांग लिया है। इससे विकसित देशों में खलबली मच गई है।
संयुक्त राष्ट्र ने ग्लोबल साउथ की आवाज बनने और उसकी मजबूत पैरोकारी के लिए भारत की जमकर सराहना की है। भारत ने जी-20 की अध्यक्षता के दौरान ही ग्लोबल साउथ की आवाज उठाना शुरू कर दिया था। भारत को ग्लोबल साउथ का भरोसा जीतने और उसका लीडर बनने से चीन और पाक परेशान हो गए हैं।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच दूसरे वॉयस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट के उद्घाटन सत्र में पीएम मोदी ने हिंसा और आतंकवाद के खिलाफ भारत के अटूट रुख को फिर दोहराया है। उन्होंने इजरायल पर हमास के आंतकी हमले की निंदा की। साथ ही गाजा में सामान्य नागरिकों की मौत पर भी दुख जाताया। उन्होंने आम नागरिकों की मौत की निंदा भी की।
अमेरिकी विदेश मंत्री ब्लिंकन और रक्षा सचिव ऑस्टिन अपने भारतीय समकक्षों, विदेश मंत्री एस जयशंकर और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ-साथ अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। चर्चा में द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने, वैश्विक चिंताओं को दूर करने और भारत-प्रशांत में सहयोग को बढ़ावा देने सहित कई मुद्दे होंगे।
भारत में कई आतंकी हमलों और घटनाओं को अंजाम देने वाले कई आतंकी अज्ञात दुश्मनों द्वारा दुनिया के विभिन्न भागों में मारे गए। ज्यादातर घटनाओं में गैंगवार की बात सामने आई। हाल ही में खालिस्तानी आतंकी और भारत के दुश्मन हरदीप सिंह निज्जर और सुक्खा की कनाडा में अज्ञात हमलावरों ने गोली मार कर हत्या कर दी।
रूस-यूक्रेन युद्ध, कोरोना महामारी, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के हालात के अलावा दुनिया के अन्य देशों के बीच तनाव, ईरान-इराक तनाव, चीन-ताईवान तनाव व इजरायल-फिलीपींस तनाव, आर्मीनिया-अजरबैजान युद्ध इत्यादि के चलते वैश्विक खाद्य, ऊर्जा और उर्वरक आपूर्ति श्रृंखला टूट चुकी है। इससे दुनिया भर में बड़ा मानवीय संकट पैदा हो गया है
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने भी वैश्विक समस्याओं से जूझ रहे विश्व के लिए भारत को उम्मीद की किरण माना है। संयुक्त राष्ट्र महासभा के अध्यक्ष साबा कोरोसी ने कहा है कि युद्ध, आतंकवाद, महंगाई,महामारी, ऊर्जा और खाद्य संकट का सामना कर रहे दुनिया के तमाम देशों की हालत खस्ता हो चुकी है। बावजूद भारत दुनिया के लिए उम्मीद बना है
India's Economy Crossed & Global Forum: देश में नोटबंदी के बाद शुरू हुए डिजिटल लेन-देन की रफ्तार अब अमेरिका को अचरज में डाल रही है और चीन को चौंका रही है। भारत के शहरों से लेकर गांवों तक डिजिटल इकोनॉमी का पहिया तेजी से भाग रहा है।
वैश्विक अर्थव्यवस्था की मौजूदा स्थिति में भारत कहीं अच्छा प्रदर्शन कर रहा है। जहां तक मुद्रास्फीति का सवाल है तो यह मांग से नहीं बल्कि आपूर्ति से जुड़ा हुआ पहलू है।
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और विश्व बैंक की वार्षिक बैठक से पहले यहां एक प्रमुख नीतिगत भाषण में आईएमएफ की प्रबंध निदेशक जॉर्जिवा ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगले सप्ताह जारी होने वाले विश्व आर्थिक परिदृश्य में वैश्विक वृद्धि अनुमानों को और घटाया जाएगा।
India Will Lead G-20 Summit: क्वाड सम्मेलन से लेकर एससीओ और संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) में नए ग्लोबल लीडर के तौर पर उभरते भारत का दमखम अब जी-20 सम्मेलन के दौरान भी दिखेगा। इस बार भारत ही जी-20 देशों की मेजबानी और अध्यक्षता कर रहा है।
Netherlands: दुनिया का एक ऐसा देश जहां 90 फ़ीसदी लोग मांसाहारी है फिर भी हैरान कर देने वाली बात है कि यहां आप लोग मांस से दूरी बना रहे हैं। हम बात कर रहे हैं नीदरलैंड की।
World News: चीन को भारत की उपलब्धियों से हमेशा जलन होती है। इस बार चीन को विमानवाहक पोत आईएनएस विक्रांत और भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था से मिर्ची लगी है।
The Earth will End: पृथ्वी का जन्म लगभग 4.5 करोड़ों वर्ष पूर्व में हुआ था। जीवाश्म के मुताबिक, अब तक हम सभी पृथ्वी पर 3.5 करोड़ वर्ष बिता चुके हैं। पृथ्वी के निर्माण होने के बाद कई प्राकृतिक आपदा और मानवीय महामारियों का सामना किया गया
Global Warming: एक समय दुनिया में ऐसे जीव होते थे जिनके बार हम आज सिर्फ किताबों में पढ़ा करते हैं। ऐसे कई जीव समय के साथ गायब हो गए। इसके पीछ की सबसे बड़ी कारण हम तेजी से जंगलों को काटते जा रहे हैं जिसके कारण अन्य जीवों पर काफी प्रभाव पड़ा है।
Global Hunger: संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में यह सामने आया कि वर्ष 2021 में खाद्य संकट गहराया है। तेजी से होने वाली और भीषण जलवायु से जुड़ी घटनाएं भी आपूर्ति श्रृंखला को बाधित कर रही हैं, खासकर कम आय वाले देशों में यह देखने को मिला है।
Global Peace Index 2022: दुनिया के 163 स्वतंत्र देशों और क्षेत्रों की रैंक जारी की गई है। इस रैंकिंग में भारत 3 स्टेप चढ़कर अब 135वें स्थान पर पहुंच गया है। पिछले साल इसका नंबर 138वां था।
रूस और यूक्रने के बीच चल रही जंग को अब 28 दिन हो गए हैं। दोनों देश पूरी ताकत के साथ युद्ध लड़ रहे हैं। ताकतवर रूस यूक्रेन को हर दिन तबाह कर रहा है। ऐसे में यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की रूस के खिलाफ वैश्विक विरोध का आग्रह कर रहे हैं।
वैश्विक व्यवसायों पर प्रभाव की मात्रा इस बात पर निर्भर करेगी कि वायरस पर कितनी जल्दी नियंत्रण पा लिया जाता है। वैश्विक अर्थव्यवस्था में चीन की भूमिका कई गुना बढ़ चुकी है।
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