Sankashti Chaturthi 2024: 28 मार्च को संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाएगा। इस दिन इन विशेष उपायों को करने से अलग-अलग शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
13 मार्च 2024 को आज बुधवार के दिन फाल्गुन माह की विनायक चतुर्थी है। हिंदू धर्म में विघ्नहर्ता गणेश सभी कष्टों को हरने वाले और सुख-समृद्धि प्रदान करने वाले देवता माने जाते हैं। अतः आज के दिन आचार्य इंदु प्रकाश के बताए हुए कुछ लाभकारी उपायों को करने से गणपति भगवान की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
28 फरवरी 2024 को बुधवार के दिन फाल्गुन माह की पहली संकष्टी चतुर्थी है। यदि आप जीवन में अपार सफलता और सुख-समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं तो इस दिन भगवान गणेश के निमित्त कुछ विशेष उपाय आपको करना होगा। क्या हैं वो उपाय आइए जानते हैं आचार्य इंदु प्रकाश से।
प्रत्येक वर्ष फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। यह शुभ तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस बार यह पर्व कब है और क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त? यहां जानिए हिंदू पंचांग के अनुसार।
आज माघ माह की गणेश जंयती का व्रत लोग गणपति बप्पा की कृपा पाने के लिए रखते हैं। माघ माह की इस गणेश जंयती को विनायक चतुर्थी भी कहते हैं। जिस तरह इसका व्रत रखना महत्वपूर्ण है उसी प्रकार इसके व्रत का पारण करना भी जरूरी होता है। आइए जानते हैं इसका व्रत कब खोला जाएगा और क्या रहेगा चंद्रोदय का समय।
माघ माह की गणेश जयंती का हिंदू धर्म में बहुत विशेष महत्व होता है। इस दिन विघ्नहर्ता की वंदना करने से सभी कष्ट मिट जाते हैं और उनकी कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इस बार माघ महीने की गणेश जयंती कब मनाई जाएगी और क्या रहेगा पूजा का शुभ मुहूर्त? यहां जानिए हिंदू पंचांग के अनुसार।
बॉलीवुड के जाने माने कोरियोग्राफर गणेश आचार्य ने हाल ही में अपनी जिंदगी के शुरुआती समय को याद किया और अपनी सफलता पर भी खुलकर बात की है।
आज सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा। यह व्रत संतान की दीर्घायु और उनके सुखी जीवन के लिए माताओं द्वारा रखा जता है। जिस प्रकार इस व्रत को रखने का महत्व है उसी प्रकार इसका नियमित रूप से पारण करना भी जरूरी होता है। सकट चौथ के व्रत को आज किस समय खोला जाएगा और क्या है इसका सही नियम आप भी जान लीजिए।
माघ माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सोमवार के दिन सकट चौथ का व्रत रखा जाएगा। यह व्रत माताएं संतान सुख और उनकी दीर्घायु के लिए रखती हैं। आचार्य इंदु प्रकाश से जानिए इस दिन किए जाने वाले उन उपायों के बारे में, जिसे अपनाने से जीवन में अपार धन की प्राप्ति के साथ ही साथ संतान की उन्नति भी होती है।
प्रत्येक वर्ष माघ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को सकट चौथ का व्रत रखा जाता है। इस पर्व को माघी चतुर्थी, संकष्टी चतुर्थी और तिलकुटा चौथ के नाम से भी जाना जाता है। आखिर इस व्रत को क्यों और किसके लिए रखा जाता है? साथ ही जानिए इस व्रत को रखने का सही नियम।
Sakat Chaturthi 2024 Vrat Date: अगर आप भगवान गणेश की कृपा पाना चाहते हैं तो माघ माह में आने वाले सकट चतुर्थी के दिन व्रत जरूर रखें। इसके साथ इस दिन गणपति जी की आराधना करने से पुण्यकारी फलों की प्राप्ति होती है।
प्रत्येक माह को पड़ने वाली चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस बार पौष माह की पहली चतुर्थी तिथि को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी। इस दिन गजानन की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है, आइए जानते हैं इस बार अंखुरथ संकष्टी चतुर्थी कब मनाई जाएगी और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त।
आज साल 2023 की आखिरी विनायक चतुर्थी है। आज विघ्नहर्ता श्री गणेश की विशेष पूजा अर्चना की जाती है। विनायक चतुर्थी पर आखिर कैसे श्री गणेश को प्रसन्न कर साल के जाते-जाते उनका आशीर्वाद प्राप्त किया जाए। आइए जानते हैं उन लाभकारी उपायों के बारे में जिसे आज के दिन करने से धन-धान्य का सुख प्राप्त होता है।
यह मार्गशीर्ष मास चल रहा है और वैदिक पंचांग के अनुसार प्रत्येक चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। मार्गशीष मास की अगामी शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को विनायक चतुर्थी कहते हैं और यह साल 2023 की आखिरी चतुर्थी है। इस बार यह कब मनाई जाएगी और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त नोट कर लीजिए।
आज के दिन श्री गणेश की गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई जाएगी। व्रत के साथ आज के दिन कुछ उपायों को करने से गणपति देव अपने भक्तों का बेड़ा पार लगा देते हैं। आइए जानते हैं आचार्य इंदु प्रकाश से आज कौन से उपायों को करने से गजानन की विशेष कृपा प्राप्त होगी।
हिंदू धर्म में प्रत्येक साल मार्गशीर्ष मास की चतुर्थी तिथि के दिन गणाधिप संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है। यह दिन भगवान गणेश को समर्पित होता है। हिंदू धर्म में पहले पूजे जाने वाले देव भगवान गणपति ही हैं। आइए जानते हैं इस बार गणाधिप संकष्टी चतुर्थी कब मनाई जाएगी और क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त।
दीपावली में मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा का विधान है। आखिर ऐसा क्यों है कि भगवान गणेश की पूजा सभी जगह पहले की जाती है। आइये आज हम जानते हैं कैसे बने भगवान गणेश प्रथम पूज्यनीय देवता।
बेटे के शव की तलाश कर रहे पिता को पुलिस से जानकारी मिली कि लखन जीवित है तो उनके जीवन में एक नई ऊर्जा आ गई और आंसुओं के साथ उसके चेहरे पर खुशी की लहर दौड़ गई। कहते है न जाको राखे साइयां मार सके न कोई इस कहावत को सच साबित करता हुआ यह किस्सा है।
मध्य प्रदेश के खंडवा में गणपति विसर्जन के लिए गहरे पानी में गया एक युवक वापस लौटकर नहीं आया। जब गांव वालों ने उसे तालाब में खोजा तो उसकी लाश मिली। बताया जा रहा है कि मृतक संजय ने डूबने से पहले 8-10 मूर्तियां विसर्जित भी की थीं, लेकिन फिर अचानक गायब हो गया।
गणेश उत्सव अब खत्म हो चुका है। 28 सितंबर को देशभर में भगवान गणेश की प्रतिमा का विसर्जन किया गया। इस दौरान लालबाग के राजा को जब विसर्जित करने के लिए ले जाया जा रहा था, तब भगवान के दर्शन करने के लिए मुकेश अंबानी अपने परिवार समेत वहां पहुंच गए।
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