Indian Railways: भारत में पहली बार मालगाड़ी के डिब्बे एल्युमिनियम के बनाए गए हैं, जिसे आज रेल मंत्री ने भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
Railway News: है। कोयले के क्षेत्र में इंक्रीमेंटल लोडिंग 6.8 मिलियन टन रही। इसके बाद लौह अयस्क में 1.2 एमटी और शेष अन्य वस्तुओं में 1.22 एमटी रही।
वित्त वर्ष 2018-19 में मालवहन के नए मानक लागू होने से भारी वाहनों की ढुलाई क्षमता में खासी कमी आई और वर्ष 2019-20 में भारत चरण-छह (बीएस-6) मानक लागू होने से नए ट्रकों के दाम 10-15 प्रतिशत बढ़ गए।
भारतीय रेलवे फिलहाल सबसे लंबी ट्रेन वासुकी ऑपरेट कर रही है जो 5 मालगाड़ियों के बराबर लंबी है, वहीं एक और ट्रेन शेषनाग 4 मालगाड़ियों के बराबर लंबी है।
रेल मंत्रालय के मुताबिक पिछले 18 महीनों में माल ढ़ुलाई की गति दोगुनी हुई है। वहीं 4 सेक्शन में माल गाड़ियों की गति 50 किलो मीटर प्रति घंटे से अधिक दर्ज की गयी है
मई 2021 में माल गाड़ियों की औसत गति 45.42 किमी प्रति घंटे रही है जो पिछले साल की समान अवधि की 36.84 किमी प्रति घंटे की तुलना में 23 प्रतिशत अधिक है।
रेलवे के मुताबिक बीडीयू के प्रयासों से अब कई ऐसी वस्तुओं का भी रेलमार्ग से परिवहन प्रारंभ हुआ है, जिसका परिवहन अब तक सड़क मार्ग द्वारा किया जा रहा था। इन वस्तुओं में साड़ी, चिरौंजी, पेपर रोल, मोटर पम्प एवं पीतल निर्मित सामान शामिल हैं
भारतीय रेलवे ने जनवरी 2021 में 11.979 करोड़ टन माल ढुलाई की। यह अब तक किसी एक महीने माल ढुलाई का सर्वाधिक आंकड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर का उद्घाटन करते हुए कहा कि जब नए साल में देश का आगाज अच्छा है तो आने वाले समय और भी शानदार होना तय है
29 दिसंबर को शुरू हुए इस खंड से 3 जनवरी तक 53 मालगाड़ियों का परिचालन किया जा चुका है। मंत्रालय के मुताबिक न्यू खुर्जा से न्यू भाउपुर के बीच डाउन डायरेक्शन में इस अवधि के दौरान 32 मालगाड़ियों का संचालन किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि पहले की सरकारों की कार्य संस्कृति की वजह से फ्रेट कॉरिडोर का काम लटका और इसकी लागत 11 गुना बढ़ गई।
खुर्जा से भाउपुर के बीच रेल फ्रेट कॉरिडोर का उद्घाटन करने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में कहा, “मैं यहां एक और मानसिकता का भी जिक्र करना जरूरी समझता हूं, जो अक्सर प्रदर्शनों और आंदोलनों के दौरान देखते हैं, यह मानसिकता देश की संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की है।”
इस मौके पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रेल मंत्री पीयूष गोयल भी उपस्थित रहेंगे। ईडीएफसी के भाउपुर-न्यू खुर्जा खंड का निर्माण 5,750 करोड़ रुपये की लागत से किया गया था।
पिछले साल, देहलीवेरी ने सॉफ्टबैंक विजन फंड के नेतृत्व में आयोजित फंडिंग राउंड में 2766.82 करोड़ रुपये की राशि जुटाने की घोषणा की थी।
नवंबर के दौरान मालढुलाई 2020 के अब तक के सर्वोच्च शिखर पर पहुंच गई है। वहीं इसमें पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 9 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। आंकड़ों के मुताबिक नवंबर 2020 में भारतीय रेलवे के द्वारा माल ढुलाई करीब 11 करोड़ टन रही है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही की समाप्ति पर भारतीय रेलवे की यात्री किराये से कुल आय 1,258.74 करोड़ रुपए रही, जबकि माल ढुलाई से आय 49,347.62 करोड़ रुपए रही।
अध्ययन के अनुसार, वित्त वर्ष 2018-19 से वित्त वर्ष 2023-24 के बीच रेलवे की आय की वार्षिक वृद्धि दर 10-12 प्रतिशत रहने की उम्मीद है।
सितंबर महीने के पहले 6 दिनों में भारतीय रेलवे द्वारा की गई मालढुलाई पिछले साल की इसी अवधि से 11 फीसदी ज्यादा है। इसके साथ ही इस अवधि में रेलवे के द्वारा मालढुलाई से आय भी पिछले साल के मुकाबले 7.5 फीसदी बढ़ गई है।
भारतीय रेलवे ने एक बयान में कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए उसने ऑल-इंडिया टेलीफोन नंबर जारी किया है।
आवश्यक वस्तुओं की भारी मांग को देखते हुए और सड़क मार्ग से माल की आवाजाही बहुत कम होने के चलते इन मालगाड़ियों को फलों, सब्जियों, खाद्यान्नों, नमक और चीनी जैसी जरूरी वस्तुओं की आपूर्ति के लिए मुक्त कराना जरूरी है।
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