Monkey Fever: कर्नाटक से लेकर महाराष्ट और गोवा में मंकी फीवर के केस सामने आ रहे हैं। उत्तर कन्नड़ जिले में 'मंकी फीवर' के अब तक 49 मामले सामने आ चुके हैं। जान लें ये मंकी फीवर कैसे फैलता है, इसके लक्षण क्या हैं और कैसे बचाव करें?
Ayurvedic Tips In Fever: बुखार आने पर कुछ बातों का खास ख्याल रखना चाहिए। आयुर्वेद के मुताबिक डाइट में ऐसी कई चीजें है जिनसे आपकी परेशानी बढ़ सकती है। इसके अलावा बॉडी को हाइड्रेट रखना बहुत जरूरी है। आयुर्वेद के मुताबिक बुखार आने पर ये काम नहीं करने चाहिए।
Chikungunya Vaccine: संक्रमित मच्छरों के काटने से फैलने वाला चिकनगुनिया तेजी से लोगों को संक्रमित कर रहा है। पिछले 15 सालों में चिकनगुनिया के मामले 5 मिलियन का आंकड़ा पार कर चुके हैं। अफ्रीका, दक्षिण पूर्व एशिया और अमेरिका में इसका सबसे ज्यादा खतरा है। खुशी की बात ये है कि चिकनगुनिया का पहला वैक्सीन आ चुका है।
Fever Causes: कुछ बच्चों को बार-बार बुखार आता रहता है। दवा खाकर एक-दो दिन में ठीक हो जाते हैं, लेकिन फिर अचानक बुखार परेशान करने लगता है। जल्दी-जल्दी बुखान आना इन बीमारियों का संकेत हो सकता है।
इस समय महानगर मुंबई में एक अजीबोगरीब वायरल बुखार तेजी से फैल रहा है। इस बुखार से पीड़ित मरीजों में कई अजीब तरह के लक्षण दिखाई दे रहे हैं।
वायरल फीवर इस मौसम में तेजी से फैल रहा है। यहां हम आपको कुछ ऐसे नुस्खे बताने वाले हैं जिन्हें अपनाकर आपको आराम मिल सकता है।
डॉक्टर से जानिए कि सीजनल फीवर और डेंगू में फर्क कैसे करें? साथ ही किन बातों का ध्यान रखना है और कब डॉक्टर के पास जाना है, ये भी जानिए।
Sadabahar Ke Fayde: सदाबहार फूल डायबिटीज सहित कई गंभीर बीमारियों को कंट्रोल करने में बेहद फायदेमंद है।
Chirata Benefits: चिरायता में पाए जाने वाले आयुर्वेदिक गुण कई बीमारियों को दूर करते हैं।
Dolo-650: पीठ ने अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल केएम नटराज को दस दिनों में याचिका पर अपना जवाब दाखिल करने को कहा और इसके बाद पारिख को अपना जवाब दाखिल करने के लिए एक सप्ताह का समय दिया है।
Fever Tips: कई बार गंभीर बुखार हमें परेशान कर देता है और उतरता नहीं है। आज हम आपको कुछ ऐसे आयुर्वेदिक उपाय बताने वाले हैं जिनकी मदद से आप आसानी से अपना बुखार कंट्रोल कर सकते हैं।
Japanese Encephalitis:जापानी बुखार, जिसे जापानी इन्सेफेलाइटिस भी कहते हैं, का पहली बार पता साल 1871 में जापान में चला था। यह मच्छरों के जरिए फैलता है, इसलिए बरसात आते ही इसका असर दिखने लगता है। इसके मामले जून की शुरूआत से ही दिखने लगते हैं।
ज्वरनाशक वटी, सुदर्शन घनवटी, इसके अलावा रात को गोधन अर्क और शहद को मिलाकर सेवन करने से गले में दर्द, बुखार जैसी परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। जानिए स्वामी रामदेव से अन्य समस्याओं का अचूक इलाज।
दो दिनों के भीतर एक ही परिवार में तीन बच्चों की मौत की खबर से पीलीभीत के गांव में दहशत फैल गई। डॉक्टर ने बताया कि मलेरिया विभाग की टीम गांव में पहुंचेगी तथा सभी घरों में साफ सफाई अभियान चलाया जाएगा।
स्वामी रामदेव ने बताया है कि बदलते मौसम में क्या-क्या सावधानी बरतनी चाहिए। बुखार आने पर गिलोय का रस पिएं। तुलसी के पत्ते चबाएं। जानिए इसी प्रकार के अन्य उपायों के बारे में।
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी चर्चित गौड़ को नोडल अधिकारी नियुक्ति किया है। जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने डेंगू एवं वायरल बुखार के बढ़ते प्रकोप के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप में बृहस्पतिवार देर शाम तीन चिकित्सकों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था।
मौसम के बदलने और तापमान में आने वाले बदलाव के कारण शरीर की रोग-प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है, जिससे बुखार के बैक्टीरिया आसानी से शरीर में प्रवेश कर जाते हैं।
स्वामी रामदेव के अनुसार अगर आप साधारण बुखार की समस्या का सामना कर रहे हैं तो इस काढ़ा का सेवन करे। इससे आपको नैचुरल तरीके से लाभ मिलेगा।
टाइफाइड या फिर कोरोना के कारण कई लोगों को लंबे समय कर बुखार की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही कई लोगों को शरीर अधिक कमजोर हो जाता है। स्वामी रामदेव से जानिए कैसे पाएं इस समस्या से निजात।
आमतौर पर बुखार कई तरीकों को होता है। जिनमें से 3 मुख्य माने जाते हैं। पहला शरीर में दर्द होना, दूसरा कफ बढ़ने और तीसरा पित्त बढ़ने के कारण आता है। कई बार शरीर में तेज दर्द, अकड़न की समस्या हो जाती है।
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