पाकिस्तान पर जब गरीबी, कंगाली की तलवार लटकी, तो उसे आतंकवाद पर लगाम लगाने की याद आई। टेरर फंडिंग करने वाले पाकिस्तान के पीएम ने आतंकवाद पर शिकंजा कसने के लिए अहम बैठक बुलाई। हालांकि पाकिस्तान खुद तालिबानी आतंकियों से परेशान है। लेकिन आतंकियों की पनाहगाह भी यहीं है। जानिए आतंक पर लगाम के पीछे चीन का क्या कनेक्शन है।
अनुराग ठाकुर ने कहा, बड़े शर्म की बात है कि गांधी परिवार के करप्शन की कहानी केस स्टडी बनाकर पूरी दुनिया को बताई जा रही है, वो भी ऐसी संस्था द्वारा जो टैरर फाइनेंसिग को रोकने के लिए काम करती है।
बिलावल भुट्टो के बयान पर भारत के जवाब से पाकिस्तान बुरी तरह तिलमिला गया है। पाकिस्तान ने कहा है कि भारत का बयान वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने में नाकाम रहने पर उसकी हताशा को दर्शाता है।
ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है कि भारत की आजाद विदेश नीति से खफा अमेरिका ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से निकलवाने में पर्दे के पीछे से अहम भूमिका निभाई है।
पाकिस्तान भले ही FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर आ गया हो, लेकिन अभी भी उसके सामने कई मुश्किलें मुंह बाए खड़ी हैं।
Pakistan & FATF: दुनिया में टेरर फंडिंग और आतंकवाद के सबसे बड़े हब पाकिस्तान को अब फाइनेंशियल एक्शन टास्कफोर्स (एफएटीएफ) की ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया गया है। आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए आतंकवादियों को किसी देश द्वारा फाइनेंशियल मदद दिए जाने पर एफएटीएफ कड़ी निगरानी रखता है।
Pakistan Grey List: विश्वभर में टेरर फडिंग और मनी लॉन्डिरिंग पर नजर बनाए रखने वाली संस्था एफएटीएफ (FATF)ने पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट से बाहर कर दिया है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने राहत की सांस ली।
Pakistan Fatf Grey List: ग्रे लिस्ट में डालते ही पाकिस्तान पागल हो जाता है। इस लिस्ट निकलने के लिए कई सालों से पाकिस्तान लगा हुआ है। पेरिस में कल फैसला आ जाएगा। इस लिस्ट में कई बार पाकिस्तान को डाला गया और निकाला गया है।
Pakistan Grey List: पाकिस्तान एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट से बाहर हो सकता है। इस हफ्ते एफएटीएफ की बैठक होने वाली है। जिसमें पाकिस्तान का दौरा करने वाले प्रतिनिधिमंडल द्वारा तैयार रिपोर्ट को पेश किया जाएगा।
FATF PAKISTAN: टेरर फंडिंग पर नजर रखने वाले अंतरराष्ट्रीय संगठन फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) ने गुपचुप तरीके से पाकिस्तान का दौरा खत्म कर ली। FATF की 15 सदस्यीय टीम पाकिस्तान का पूरा भ्रमण कर लिया है।
FATF (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) ने शुक्रवार को बताया कि उसने पाकिस्तान को अपनी आतंकी फंडिंग 'ग्रे लिस्ट' पर बरकरार रखा है। FATF ने बर्लिन में हुई समीक्षा बैठक के बाद पाकिस्तान को फिलहाल ग्रे-लिस्ट में बनाए रखने का फैसला किया है।
फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की ग्रे लिस्ट से पाकिस्तान के बाहर आने की पूरी संभावना है। पाकिस्तान को भी पूरा भरोसा है कि फैसला उसके पक्ष में ही आएगा। सूत्रों के मुताबिक चीन, तुर्की और मलेशिया जैसे देश पर्दे के पीछे से पाकिस्तान की मदद कर रहे हैं। यदि आज पाकिस्तान इस लिस्ट से बाहर आ जाता है तो उसके लिए विदेशी मदद के रास्ते खुल जाएंगे।
Pakistan FATF News: पाकिस्तान को उसके ‘करीबी दोस्तों’ ने भरोसा दिया है कि वे ग्रे लिस्ट से निकलने में उसकी मदद करेंगे।
पाकिस्तान जून 2018 से एफएटीएफ की 'ग्रे लिस्ट' में है, जो मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने में विफल रहा है, जिसके कारण आतंकी वित्तपोषण हुआ है। इसे अक्टूबर 2019 तक पूरा करने की कार्य योजना दी गई थी। लेकिन देश आतंकी संगठनों और उनके प्रायोजकों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई करने में विफल रहा।
ऊर्जा मंत्री हम्माद अजहर ने ट्वीट कर कहा कि पाकिस्तान ने एक अभूतपूर्व समयसीमा में धनशोधन संबंधी कार्ययोजना को संबोधित किया है।
प्लेयर ने कहा कि पाकिस्तान की कार्रवाई योजना को लेकर एफएटीएफ चाहता है कि पाकिस्तान की तरफ से आतंक वित्त पोषण के खिलाफ की जाने वाली जांच प्रदर्शित हो और संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकी नेताओं और उनके सहयोगियों के खिलाफ कर्रवाई की जाए।
पाकिस्तान अप्रैल 2022 में होने वाली बैठक तक ग्रे लिस्ट में ही बना रहेगा क्योंकि वह आतंकी फंडिंग को रोकने में विफल रहा है। एफएटीएफ की यह बैठक डॉ. मार्कस प्लेयर की जर्मन प्रेसीडेंसी के तहत हुई।
2020-21 में भारत में मॉरिशस के जरिये आया प्रत्यक्ष विदेशी निवेश कुल निवेश का 9 प्रतिशत रहा है। हालांकि साल 2018-19 में ये हिस्सा 32 प्रतिशत था। बीते 2 साल से इसमें गिरावट है।
कुरैशी की यह टिप्पणी फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) की 21-25 जून को हुई पूर्ण बैठक के एक दिन बाद आई है, जिसमें मनी लॉन्ड्रिंग को रोकने में विफल रहने के कारण पाकिस्तान को अपनी 'ग्रे लिस्ट' में रखा गया था, जिससे आतंकी वित्तपोषण हुआ था।
पाकिस्तान को शुक्रवार को बड़ा झटका लगा है। FATF की बैठक में फैसला किया गया है कि पाकिस्तान अभी ग्रे लिस्ट में रहेगा। पाक को लेकर कहा गया है कि उसे FATF की 17 अक्टूबर से 22 अक्टूबर के बीच होने वाली अगली बैठक से पहले एक्शन प्लान में बताए सभी पॉइंट्स को पूरा करने के लिए काम करना पड़ेगा।
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