वोडाफोन आइडिया के शेयर में बीते एक साल में काफी तेजी आई है। यह उछाल 136 प्रतिशत का है। वोडाफोन-आइडिया इस साल अपनी 5G सर्विस लॉन्च कर सकती है।
आर्थिक सलाहकार के मुताबिक प्रोत्साहन के बावजूद, महामारी प्रतिबंधों के हटने के बाद भी बैंक ऋण वृद्धि छह प्रतिशत के निम्न स्तर पर ही है। हालांकि और क्षेत्रों को खोले जाने से वृद्धि को गति मिलेगी।
जुलाई अंत तक म्यूचुअल फंड उद्योग के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां (एयूएम) 35.32 लाख करोड़ रुपये के सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गईं, जो जून के अंत तक 33.67 लाख करोड़ रुपये थीं।
बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, एफपीआई ने इक्विटी में 24,204 करोड़ रुपये और डेट में 761 करोड़ रुपये निवेश किए। इस तरह एक फरवरी से 19 फरवरी के बीच कुल निवेश 24,965 करोड़ रुपये रहा।
पार्टिसिपेटरी नोट्स (पी-नोट्स) के जरिये निवेश अक्टूबर में बढ़कर 78,686 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। अगस्त, 2019 के बाद पी-नोट्स के जरिये निवेश का यह सबसे ऊंचा स्तर है। अगस्त 2019 में विदेशी निवेशको के जरिए पी-नोट्स से निवेश का आंकड़ा 79,088 करोड़ रुपये रहा था।
अमेरिकी चुनाव पर चिंता और घरेलू अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच निवेशक लगातार निवेश को भुनाये जा रहे थे। सितंबर तिमाही के दौरान इक्विटी केंद्रित म्यूचुअल फंडों से निवेशकों ने 7,200 करोड़ से अधिक भुनाये।
एफपीआई ने एक से 25 सितंबर के दौरान शेयरों से शुद्ध रूप से 4,016 करोड़ रुपये निकाले। इस दौरान उन्होंने बांड मार्केट में 3,540 करोड़ रुपये का निवेश किया है। । एफपीआई ने जून से अगस्त के बीत लगातार तीन महीने बाजार से निवेश किया है।
अनुजा जोशी ने महिला समानता दिवस पर बहन अनीशा के साथ तस्वीरें शेयर करके मैसेज दिया है।
मार्च के महीने में ही 30,000 करोड़ रुपये का निवेश हुआ
यह लगातार छठा साल रहा जब इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में शुद्ध निवेश हुआ
विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने इस महीने अब तक भारतीय पूंजी बाजारों से कुल मिलाकर 15,500 करोड़ रुपए से अधिक की निकासी की है।
बेहतर आय की उम्मीदों के चलते विदेशी निवेशकों ने घरेलू पूंजी बाजार में जनवरी में 3.5 अरब डॉलर (तकरीबन 22,000 करोड़ रुपए से अधिक) का निवेश किया है।
केंद्र सरकार ने शेयरों में निवेश से होने वाले दीर्घकालिक पूंजीगत लाभ (LTCG) पर 10% कर लगाने का प्रस्ताव आम बजट में किया है। यह कर एक लाख रुपए से अधिक के LTCG पर लगेगा। सरकार के इस प्रस्ताव का असर शेयर बाजार पर भी देखने को मिला।
विदेशी निवेशकों ने 2017 में भारतीय ऋण बाजार में 1.5 लाख करोड़ रुपए का निवेश किया है।
बीएसई सेंसेक्स 2017 के आखिरी कारोबार दिन 209 अंक चढ़कर अपने नए लाइफटाइम हाई 34,056.83 अंक पर बंद हुआ।
सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने इस साल अप्रैल से नवंबर के दौरान शेयर बाजारों में 44 हजार करोड़ रुपये निवेश किया है। यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 52 प्रतिशत अधिक है।
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के सब्सक्राइबर्स को वित्त वर्ष 2017-18 के लिए अपनी जमा राशि पर पिछले साल की तुलना में कम ब्याज मिल सकता है।
निवेशकों ने अगस्त महीने में म्यूचुअल फंड की विभिन्न योजनाओं में करीब 62 हजार करोड़ रुपए का निवेश किया है।
घरेलू म्यूचुअल फंड कंपनियों ने अप्रैल-मई में भारतीय शेयर बाजारों में कुल मिला कर 20,600 अतिरिक्त करोड़ रुपए का निवेश किया।
घरेलू पूंजी बाजारों में पार्टिसिपेटरी नोट्स (P-Notes) के जरिए निवेश अप्रैल में चार महीने के निचले स्तर 1.68 लाख करोड़ रुपए पर आ गया।
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