अधिक ब्याज वाले लोन जल्द चुकाने से आपको अच्छी बचत हो जाएगी। यह आप पर वित्तीय बोझ को कम करेगा। होम लोन पर ब्याज की दर कम होती है। इसएि उसे जल्द चुकाने की कोशिश नहीं करें।
जब हम कई लोन को एक साथ चुकाने के बारे में सोच रहे हैं तो यह आवश्यक है कि आपको अपने लोन की पूरी समझ हो। यह भी जानकारी हो कि आप एक साथ इसे कैसे मैनेज करेंगे। कई लोन को एक साथ करने में सभी मौजूदा लोन की ईएमआई के साथ एक चुकाना होता है। यह रीपेमेंट प्रक्रिया को सरल बनाता है और कई लाभ भी प्रदान करता है।
Home Loan: आप अपने होम लोन की ईएमआई को कम कर सकते हैं। बैंक मैनेजर से बात करना और होम लोन ट्रांसफर ईएमआई कम करने का एक असरदार तरीका माना जाता है।
ओवरनाइट एमसीएलआर दर 8 प्रतिशत निर्धारित की गई है, जबकि एक महीने और तीन महीने की अवधि के लिए दरें 8.15 प्रतिशत से बढ़ाकर 8.20 प्रतिशत कर दी गई हैं। बैंकिंग सेक्टर में एसबीआई अग्रणी बैंक है। इसलिए संभावना है कि अन्य बैंक भी इसका अनुसरण करेंगे और ब्याज दरों में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
Personal Loan लेते समय हमेशा ईएमआई का बजट तैयार कर लेना चाहिए। इसके साथ कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, जो आपकी ईएमआई कम रखने में मदद करते हैं।
HDFC Bank की ओर से MCLR को बढ़ा दिया है। एमसीएलआर सीधे लोन से जुड़ा होता है और इसमें बढ़ोतरी होने से ईएमआई भी बढ़ जाती है।
अगर आप किसी कारण से समय पर लोन की ईएमआई नहीं चुका पा रहे हैं। हम इस आर्टिकल में कुछ टिप्स बता रहे हैं, जिससे आपको राहत मिलेगी।
फेस्टिवल में महंगी खरीदारी करने में यह सुविधा बेहद मददगार साबित हो सकता है। रुपे क्रेडिट कार्ड (Rupay Credit Card) पर ईएमआई की शुरुआत से ग्राहकों को क्रेडिट तक बेहतर पहुंच मिलेगी।
होम और कार लोन की बढ़ी ईएमआई से जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। आरबीआई गवर्नर ने इसकी जानकारी दी है। ऐसे में जो लोग बढ़ी ईएमआई से परेशान हैं, उनको और इंतजार करना पड़ सकता है।
यह प्रक्रिया काफी हद तक क्रेडिट कार्ड की तरह काम करती है। इसमें प्रत्येक बैंक डेबिट कार्ड पर ईएमआई का लाभ उठाने के लिए न्यूनतम सीमा निर्धारित करता है। यह 50000 रुपये से लेकर 5 लाख तक हो सकता है।
उआरबीआई ने पिछले साल फरवरी में रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद से मुद्रास्फीति में आई तेजी के बीच ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी कर इसे 6.50 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है।
हर दो महीने में होने वाली रिजर्व बैंक की बैठक के बाद बैंक धड़ाधड़ ब्याज दरें बढ़ा रहे हैं।आइए जानते हैं कुछ ऐसे उपाय, जिनसे आप बिना EMI की बढ़ोत्तरी से डरे बिना आसानी से कर्ज चुका सकते हैं
आज के दौर में होम लोन के जरिये अपना खुद का मकान बनाना और भी आसान हो गया है, लेकिन इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातों को हमें जान लेना चाहिये।
एक साल के भीतर रेपो रेट की दरें 2.5 फीसदी तक बढ़ गई है। जिसका असर घर और कार के कर्ज पर हुआ है। कर्ज महंगा होने से EMI का बोझ भी बढ़ता जा रहा है।
रिजर्व बैंक एक साल में करीब 2.5 प्रतिशत ब्याज दरें बढ़ा चुका है, जिसके बाद साल भर में 30 लाख के कर्ज पर औसतन 3000 से 4000 रुपये तक ईएमआई बढ़ गई हैं। लेकिन आप चाहें तो इसे कम कर सकते हैं।
अलफांसो आम के दाम में बेतहाशा बढ़ोतरी को देखते हुए पुणे के एक कारोबारी ने फलों के राजा को खरीदने के लिए ग्राहकों को आसान मासिक किस्तों की अनूठी सुविधा पेश की है।
दास ने कहा, ‘‘यदि मुझे एक लाइन में आज की मौद्रिक समीक्षा के बारे में बोलना हो, तो मैं यही कहूंगा कि रेपो दर में बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन यह कदम स्थायी नहीं है।’’
RBI Repo Rate: आज कार से लेकर होम लोन लेने वालों के लिए एक बुरी खबर आने वाले है। आरबीआई रेपो रेट में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। आइए जानते हैं कि इससे किसे फायदा तो किन लोगों को नुकसान होने वाला है।
बैंक से पर्सनल होम या फिर कार लोन लेने के बाद लोग इसे हर महीने ईएमआई के रूप में चुकाना शुरू कर देते हैं। नौकरी जाने या फिर सैलरी कम होने के बाद हर महीने इसे दे पाना मुश्किल होता है। ऐसी स्थिति में ईएमआई की रकम को कम करवाने के अलावा सेटलमेंट भी कर सकते हैं।
आपके पास क्रेडिट कार्ड के EMI ऑफर्स स्वीकार करने का विकल्प होगा। इसके अलावा आप एक निश्चित रकम भी चुका सकते हैं और बकाया बचे हुए बिल की अगले महीने के लिए किश्तें बनवा सकते हैं। हालांकि, ये दोनों ही विकल्प अच्छे नहीं हैं।
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