पाकिस्तान कंगाली से बाहर नहीं आ पा रहा है। लोगों को खाने-पीने के भी लाले पड़ गए हैं। महंगाई आसमान छू रही है। ऐसे में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने अब भारत की पंचवर्षीय योजना की नकल करके देश के हालात को सुधारने का प्रण किया है।
इसके अलावा, निदेशक मंडल ने आरबीआई की गतिविधियों पर भी चर्चा की। इनमें चालू लेखा वर्ष 2023-24 के दौरान डिजिटल भुगतान, उपभोक्ता शिक्षा और जागरूकता में हुई प्रगति शामिल है।
कंगाली और पाकिस्तान अब एक सिक्के के दो पहलू हो गए हैं। खस्ताहाली से पाकिस्तान में आमजनों को भोजन नसीब होना मुश्किल हो गया है। महंगाई ने जनता की कमर तोड़ दी है। पाकिस्तान सरकार इस स्थिति का सामना करने के लिए अभी तक सिर्फ कर्ज का सहारा लेती थी। मगर अब पीएम समेत उनका कैबिनेट बिना वेतन काम करेगा।
श्रीलंका में आए आर्थिक संकट के बीच भारत उसका प्रमुख मददगार बनकर खड़ा था। श्रीलंका के हटाए गए पूर्व राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने अपनी एक किताब में इस घटना के पीछे विदेशी हाथ होने का संकेत दिया है। साथ ही इशारों ही इशारों में भारत का नाम लिए बगैर यह भी लिखा है कि प्रमुख लोकतांत्रिक पड़ोसी देश उनके साथ था।
केंद्र सरकार इस बार इकोनॉमिक सर्वे पेश नहीं करेगी। आम चुनाव के बाद पेश होने वाले पूर्ण बजट से पहले इकोनॉमिक सर्वे पेश किया जाएगा। सरकार ‘द इंडियन इकोनॉमी: ए रिव्यू’ नाम से एक आर्थिक रिपोर्ट लेकर आई है।
पाकिस्तान को भीख मांगने से फुरसत नहीं मिल पा रही है। कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक ने अब अपने करीबी चीन से 2 अरब डालर की मदद मांगी है। इससे पहले पाकिस्तान ने सऊदी अरब से 2 अरब डॉलर का उधार लिया था, जिसे सऊदी ने वापस ले लिया है। इससे पाकिस्तान की हालत फिर बिगड़ गई है।
रिपोर्ट में आर्थिक वृद्धि के लिए एक नए दृष्टिकोण का आह्वान किया गया जो दीर्घकालिक स्थिरता और समानता, गति और गुणवत्ता की जांच के साथ दक्षता को संतुलित करे।
31 जनवरी, 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में इकॉनोमिक सर्वे पेश करेगी। इसे देश की आर्थिक सेहत का लेखा-जोखा भी कहा जाता है। इकोनॉमिक सर्वे को वित्त मंत्रालय के आर्थिक मामलों की इकोनॉमिक्स डिविजन तैयार करती है।
अमेरिका भले ही यूक्रेन से लेकर इजरायल जैसे देशों को बड़े-बड़े रक्षा सहायता पैकेज दे रहा हो। वह भले ही पाकिस्तान जैसे आतंक के समर्थक देशों को रक्षा और रखरखाव के नाम पर अरबों डॉलर की मदद देता है, लेकिन उसकी खुद की हालत नाजुक हो चुकी है। अमेरिका पर राष्ट्रीय कर्ज अब रिकॉर्ड 34 हजार अरब डॉलर के पार पहुंच गया है।
अमेरिका के मेसाच्यूसेट्स में एक धनी भारतीय मूल का जोड़ा बेटी के साथ अपनी हवेली में मृत पाया गया है। इससे आसपास के इलाकों में भी दहशत फैल गई है। घटना की वजह की कोई सटीक जानकारी नहीं है। मगर पुलिस के अनुसार ऑनलाइन रिकॉर्ड से पता चलता है कि वह वित्तीय समस्याओं से जूझ रहे थे। घटना की पड़ताल कराई जा रही है।
2003 में राज्य की जीडीपी यानी 71,594 करोड़ रुपये थी, जो कि 2023 तक बढ़कर 13,22,821 करोड़ रुपये हो गई है। वहीं, प्रदेश की आर्थिक विकास दर 2023 में 16.43% पर पहुंच गई है, जो कि 20 वर्ष पहले 4.43% हुआ करती थी।
Special Report: PoK के बर्फीले पहाड़ों में बगावत का उबाल
इजरायल हमास युद्ध ने भारत-पश्चिम एशिया-यूरोप आर्थिक गलियारे की परियोजना पर भी ग्रहण लगा दिया है। ग्लोबल थिंक टैंक ने चेतावनी दी है कि इससे योजना में देरी हो सकती है। क्योंकि इजरायल हमास युद्ध लंबं खिंच सकता है। बीते 6 अक्टूबर से यह युद्ध लगातार चल रहा है।
हावर्ड विश्वविद्यालय की प्रोफेसर क्लाउडिया गोल्डिन को अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबल पुरस्कार दिया गया है। उन्हें यह पुरस्कार श्रम बाजार में महिलाओं पर उनके शोध के लिए दिया गया है। क्लाउडिया को अमेरिकी अर्थव्यवस्था में महिलाओं पर उनके ऐतिहासिक काम पर किए गए शोध के लिए जाना जाता है।
पाकिस्तान बुरी तरह गरीबी और भुखमरी के चंगुल में फंस चुका है। 1 वर्ष के दौरान विश्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार 39.4 फीसदी गरीब बढ़ गए हैं। पाकिस्तान की कुल जनसंख्या 23 करोड़ है और इनमें से 9.5 करोड़ लोग गरीबी में जी रहे हैं। इससे पाकिस्तान की बदहाली का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है।
पीएम मोदी ने इजरायल के उस वीडियो की तारीफ की है, जिसमें उन्होंने भारत को कुछ अलग अंदाज में हिंदी दिवस के अवसर पर एक वीडियो जारी कर एक्स लिंक पर शेयर किया है। इसे देखने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने इजरायल के दूतावास की अपने अंदाज में सराहना की है।
चीन के BRI को भारत-मिडिल ईस्ट-यूरोप इकोनॉमिक कॉरिडोर से करारा जवाब मिलने जा रहा है। इस पर जी20 समिट में घोषणा के बाद से काम शुरू होने को लेकर बैठक भी हो गई है। भारत किन कारणों से इस इकोनॉमिक कॉरिडोर प्रोजेक्ट में जुड़ा है। यह चीन के 'बीआरआई' का कैसे बेहतर विकल्प होगा? कितना बड़ा होगा रूट। यहां मिलेगा इन सवालों का जवाब।
’ रामास्वामी के दो बेटे कार्तिक (तीन) और अर्जुन (एक) हैं। उन्होंने उनके परिवार के बारे में पूछे जाने पर कहा, ‘‘वे (रामास्वामी के बेटे) हमारी इस यात्रा को लेकर वास्तव में उत्साहित हैं। कार्तिक कह सकता है कि उसके पिता राष्ट्रपति चुनाव की उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल हैं। मैं नहीं जानता कि क्या उसे इस बात की समझ है।
इस साल बिजली, दूरसंचार, बंदरगाह और हवाई अड्डे, भंडारण और जल प्रबंधन, विशेष आर्थिक क्षेत्र, औद्योगिक, जैव प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी पार्क और सड़कें और पुल पर सरकार भारी खर्च करने जा रही है
ब्रिटेन के बिगड़े आर्थिक हालात को प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पटरी पर लाना शुरू कर दिया है। ब्रिटेन की बेकाबू महंगाई अब काबू में आने लगी है। अर्थव्यवस्था भी धीरे-धीरे पटरी पर लौट रही है। ब्रिटेन में मुद्रास्फीति अब 7.9 प्रतिशत से गिरकर 6.8 प्रतिशत पर आ गई है। यह आंकड़ा सुनक की सही आर्थिक नीतियों पर मुहर लगाती है।
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