SU7 चार वेरिएंट में उपलब्ध होगा: एक एंट्री-लेवल एडिशन, एक प्रो वेरिएंट, एक मैक्स एडिशन और एक लिमिटेड फाउंडर एडिशन। चार-दरवाजे वाली सेडान डिजाइन के साथ, SU7 की लंबाई 4,997 मिमी, चौड़ाई 1,963 मिमी और ऊंचाई 1,455 मिमी है।
ये डीसी ड्युअल गन CCS2 DC चार्जर होंगे, जो डायनेमिक लोड-शेयरिंग मोड के जरिये एक साथ दो वाहनों को चार्ज कर सकेंगे। इन चार्जिंग स्टेशनों को आईओसी आउटलेट्स पर जरूरत के मुताबिक़ स्थापित किया जाएगा और ये निर्बाध चार्जिंग मुहैया कराएंगे।
इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है। उसी अनुपात में ईवी चार्जिंग सॉल्यूशन की मांग बढ़ी है।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि ईवी नीति के जरिये भारत को ईवी के मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में बढ़ावा देने और टेस्ला समेत विभिन्न वैश्विक ईवी मैन्युफैक्चरिंग से निवेश आकर्षित करने का प्रयास किया गया है।
योजना के तहत प्रति दोपहिया वाहन के लिए 10,000 रुपये की सहायता प्रदान की जाएगी। इसका उद्देश्य लगभग 3.3 लाख दोपहिया वाहनों को सहायता प्रदान करना है। छोटे तिपहिया वाहनों (ई-रिक्शा और ई-कार्ट) की खरीद के लिए 25,000 रुपये तक की सहायता दी जाएगी। ऐसे 41,000 से अधिक वाहनों को शामिल किया जाएगा।
रिसर्च फर्म गार्टनर का कहना है कि मैन्यूफैक्चरिंग लागत कम होने के चलते 2027 तक ईवी की कीमत पैट्रोल और डीजल वाहनों से सस्ती हो जाएगी।
भारी उद्योग मंत्रालय ने पिछले महीने कहा था कि फेम योजना के दूसरे चरण के तहत सब्सिडी 31 मार्च, 2024 तक या धन उपलब्ध होने तक बेचे जाने वाले ई-वाहनों के लिए मिलेगी।
Paisalo Digital की ओर से इरडा से 200 करोड़ रुपये की फंडिंग जुटाई गई है। इसका इस्तेमाल ईवी फाइनेंसिंग के लिए किया जाएगा।
पेट्रोल-डीजल-गैस से चलने वाली गाड़ियां बच्चों के लिए खतरनाक हो गया है। अमेरिकन लंग एसोसिएशन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इलेक्ट्रिक गाड़ियों में स्विच करने से लाखों बच्चों को सांस संबंधित गंभीर बीमारियों से बचाया जा सकता है। हालांकि, इतना बड़ा ट्रांसफोर्मेशन आसान नहीं होने वाला है।
ओकाया ईवी लिथियम आयरन फॉस्फेटद्ध बैटरी से लैस हैंए जिसे भारतीय मौसम की स्थिति के लिए सुरक्षित तकनीक माना जाता है।
रिपोर्ट में कहा गया कि कम परिचालन लागत और कम शुरुआती अधिग्रहण लागत के चलते ई-बसों के प्रति रुझान बढ़ रहा है। एजेंसी के एक निदेशक सुशांत सरोदे ने कहा कि ई-बसों में वृद्धि इसलिए भी हो रही है क्योंकि 15 वर्षों के अनुमानित जीवन काल में पेट्रोल/डीजल या सीएनजी बसों की तुलना में इनकी स्वामित्व लागत 15-20 प्रतिशत कम है।
लोगों को जो इलेक्ट्रिक कारें सबसे अधिक पसंद आ रही हैं, उनमें टाटा टियागो, टाटा नेक्सॉन, टाटा टिगोर, एमजी कॉमेट और महिंद्रा एक्सयूवी 400 शामिल हैं। मर्सिडीज ईक्यूएस 875 किलोमीटर के साथ सबसे अधिक ड्राइविंग रेंज का दावा करती है।
इलेक्ट्रिक वाहन को चार्ज करने में अधिक समय लगता है और लम्बी यात्रा के दौरान जगह-जगह रुककर चार्ज करना पड़ता है। इस प्रोजेक्ट के पूरा होने पर इलेक्ट्रिक वाहनों चालकों को काफी सहूलियत होने की उम्मीद है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि जैसे-जैसे अधिक ईवी बाजार में आ रही हैं और वाहन निर्माता प्रत्येक मॉडल को अधिक संख्या में बना रहे हैं, हम देख रहे हैं कि उनमें से कुछ में ईवी ड्राइव सिस्टम मोटर्स, ईवी चार्जिंग सिस्टम और ईवी बैटरी के साथ समस्याएं हैं।
त्योहारी सीजन में ऑटो कंपनियां भारी डिस्काउंट ऑफर कर रही है। कार से लेकर स्कूटर पर बंपर डिस्काउंट का ऑफर मिल रहा है। आप भी इस मौके का फायदा उठाकर कम कीमत में अपने सपने को पूरा कर सकते हैं।
इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग तजी से बढ़ने के चलते 2023 में 4.23 बिलियन डॉलर के इलेक्ट्रिक वाहन बाजार का आकार 68% की सीएजीआर से बढ़कर 2030 तक 152 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।
Ola Electric ने अपने 130 करोड़ रुपये के रिफंड बकाया में से केवल 4.25 करोड़ रुपये वापस किए हैं, जबकि Ather Energy ने ग्राहकों को अपने 140 करोड़ रुपये में से 3.97 करोड़ रुपये वापस किए हैं।
भारत में इलेक्ट्रिक कारों का बाजार लगातार बढ़ रहा है। टाटा जैसी कंपनी ने खुद को इलेक्ट्रिक अवतार में बदलते हुए पांस साल में 100 प्रतिशत से अधिक की ग्रोथ हासिल की है।
भारत में इलेक्ट्रिक स्कूटर का बाजार शुरू होने से पहले ही खत्म होता दिख रहा है। सब्सिडी के बलबूते बढ़ रही यह इंडस्ट्री बैसाखी छिनते ही बिखरने सी लगी है।
15 Minutes Charging EV: 15 मिनट की रैपिड चार्जिंग से ईवी की चार्जिंग लागत 33 फीसदी तक कम हो जाएगी। कंपनी इसे जल्द दिल्ली में लॉन्च करने जा रही है।
संपादक की पसंद
लेटेस्ट न्यूज़