ऐसे लर्नर लाइसेंस, ड्राइविंग लाइसेंस और कंडक्टर लाइसेंस, जिनकी वैधता 31 जनवरी 2024 और 15 फरवरी 2024 के बीच खत्म हो गई है, उन्हें 29 फरवरी 2024 तक बिना कोई जुर्माना लगाए वैलिड माना जाएगा।
घरों में रहने वाली महिलाओं के लिए खुशखबरी है। यूपी के गाजियाबाद जिले में फ्री में गृहणियों को ड्राइविंग सिखाई जा रही है। ये अभियान एनसीआरटीसी से शुरू किया है।
उत्तर प्रदेश में अब 18 साल के कम लोग दोपहिया और चार पहिया वाहन नहीं चला पाएंगे। इस संबंध में प्रशासन की ओर से आदेश जारी कर दिया गया है।
सड़क पर कुछ लोग बहुत ही लापरवाही से वाहन चलाते हुए दिखाई देते हैं। इससे उन्हें तो कोई दिक्कत नहीं होती है मगर दूसरों के लिए प्रॉब्लम खड़ी कर देते हैं। ऐसा ही एक वीडियो आजकल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
अगर आप किसी भी तरह की गाड़ी या व्हीकल चलाना चाहते हैं तो आपको ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई कर देना चाहिए। यह आसान है, बस आपको ड्राइविंग टेस्ट से गुजरना होता है।
लर्निंग लाइसेंस एक तय समय तक वैलिड होता है। इस बीच आपको गाड़ी चलानी सीखनी होती है। लाइसेंस की अवधि खत्म होने के बाद फिर आपको ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होता है।
कानपुर से एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जहां एक लड़की कार को बैक करते हुए वहां पर खड़ी स्कूटी और बाइक पर चढ़ा दी। आस-पास के लोगों का कहना है कि कार की स्पीड इतनी थी कि लड़की उसे कंट्रोल नहीं कर पाई और इसी दौरान उसकी कार बेकाबू होकर वहां पर खड़े स्कूटी-बाइक पर चढ़ गई।
Bike Riding Tips : गर्मियों में गर्म हवाओं और लू की वजह से आप बाइक चलाने में कतराते हैं? अगर हां, तो परेशान न हों। आप अप्रैल -मई की भीषण गर्मी में भी बेफिक्र होकर बाइक चला सकते हैं, बशर्ते आपको कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखने की जरूरत होती है। आइए जानते हैं बाइक राइडिंग के सुरक्षित टिप्स क्या हैं?
अगर आप कार खरीदने की तैयारी कर रहे हैं तो यह महत्वपूर्ण खबर आपके लिए है। बता दें कि रियल ड्राइविंग एमिशन के नए एमिशन नॉर्म्स 1 अप्रैल, 2023 से लागू हो रहे हैं, जिसके बाद कुछ कारें बंद हो जायेगी।
बस, कार, ट्रक किसी भी वहां को चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस का होना बहुत जरूरी है। इसे नहीं होने पर 10000 रुपये का चालान हो सकता है। ड्राइविंग लाइसेंस को ऑनलाइन डाउनलोड करने के 3 तरीके हैं। इनमें परिवहन सेवा, डिजिलॉकर और डायरेक्ट वेबसाइट शामिल है। ऑनलाइन ड्राइविंग लाइसेंस डाउनलोड करने के लिए फॉलो करें ये टिप्स।
ड्राइविंग लाइसेंस के गुम हो जाने पर हमें बड़ी परेशानी होती है, क्योंकि इसे बनवाने के लिए हमें फिर बड़े चक्कर काटने पड़ते हैं। वहीं अब यह परेशानी दूर होने वाली है आप नए तरीके से एक एप के जरिये ड्राइविंग लाइसेंस की सॉफ्ट कॉपी अपने स्मार्टफोन में हमेशा सुरक्षित रख सकते हैं।
Driving License पाने के लिए टेस्ट और उम्र के मानक पार करने पड़ते हैं। वैसे ड्राइविंग के लिए कम से कम 18 साल होना जरूरी, लेकिन अब 18 साल से कम उम्र वालों का भी Driving License बन सकता है।
गाड़ी चलाते समय हमेशा बेहद सतर्क रहने की ज़रूरत होती है. खासकर, जब बात हाईवे पर गाड़ी चलाने को हो, क्योंकि खाली और अच्छी सड़कों को देखकर लोगों की हाई स्पीड ड्राइविंग करने की इच्छा होने लगती है और यही कई बार बड़े हादसों का कारण बन जाते हैं.
ड्राइविंग लाइसेंस के नए नियम 2023 के कारण नया लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया बेहद आसान हो जाएगी। लाइसेंस बनवाने की प्रक्रिया सरकार के नए नियमों के अनुसार है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
अगर आपका नाबालिग बच्चा किसी भी तरह की गाड़ी चलाते हुए पाया जाता है तो आपकी मुसीबत बढ़ सकती है। गाजियाबाद में 22 पैरेंट्स के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
ड्राइविंग लाइसेंस टेस्ट इतना आसान भी नहीं है कि सिर्फ आप कार चलाकर दिखाएं और आपका लाइसेंस बन जाए। ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने के लिए टेस्ट देता पड़ता है जिसमें कई सवाल पूछे जाते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
ड्राइविंग सीट का सही पोजीशन पर होना बहुत जरूरी है। इसका ये कारण है कि आप किसी भी इमरजेंसी के लिए हमेशा तैयार रहते हैं, गर्दन पीठ और गंधे में दर्द नहीं होता है और लंबे समय तक ड्राइव कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है ड्राइविंग सीट की सही पोजिशन।
बहुत से लोग अपनी गाड़ी से ट्रैवल करना पसंद करते हैं। ऐसे में जब लोग विदेश जाते हैं तब अपनी गाड़ी बहुत मिस करते हैं। हालांकि अधिकतर लोगों को ये जानकारी नहीं है कि वो इंडिया में इंटरनेशनल ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त कर सकते हैं। आइए जानते हैं क्या है प्रोसेस।
अगर आपका ड्राइविंग लाइसेंस एक्सपायर हो गया है तो आप उसे रिन्यू करवा सकते हैं। ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों तरीकों से लाइसेंस को रिन्यू करवाया जा सकता है।
देश में 2021 में कुल 4,12,432 सड़क दुर्घटनाएं हुईं और अधिकतम 85,179 सड़क दुर्घटनाएं (20.7 प्रतिशत) शाम 6 बजे और रात 9 बजे के बीच हुईं, जबकि 73,467 दुर्घटनाएं (17.8 फीसदी) दोपहर बाद 3 बजे और शाम 6 बजे के बीच हुईं।
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