एक डीमैट (डीमटेरियलाइज्ड) अकाउंट आपकी प्रतिभूतियों (सिक्योरिटीज) के लिए एक डिजिटल रिपॉजिटरी के रूप में कार्य करता है। ज्यादातर ब्रोकरेज कंपनियां डीमैट अकाउंट खोलने के लिए शुल्क लेती हैं।
बीमा कंपनियां जरूरी पॉलिसी डिटेल प्रस्तुत करेंगी जिसमें बीमा राशि, कवरेज डिटेल और दावा प्रक्रिया आदि शामिल होंगे। बीमा ट्रिनिटी प्रोजेक्ट में बीमा सुगम, बीमा विस्तार और बीमा वाहक शामिल हैं।
SEBI की ओर से डीमैट और म्यूचुअल फंड में नॉमिनेशन की तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है। आप ऑनलाइन आसानी से नॉमिनेशन दर्ज करा सकते हैं। इस स्टेप बाय स्टेप प्रोसेस हम इस आर्टिकल में बताने जा रहे हैं।
सेबी ने पहले चेतावनी दी थी कि फैसला नहीं लेने वाले डीमैट अकाउंट्स 30 सितंबर, 2023 से फ्रीज कर दिए जाएंगे।
भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के एक सर्कुलर के मुताबिक, डीमैट या म्यूचुअल फंड में निवेश करने वालों के लिए नॉमिनी की डिटेल डालनी जरूरी है।
SEBI News: सेबी ने आदेश जारी करते हुए कहा है कि कारोबार के साथ-साथ डीमैट खातों के मूल्यांकन और विभिन्न पक्षों से प्राप्त प्रतिवेदनों के आधार पर यह निर्णय किया गया है। आइए जानते हैं कि पूरी खबर क्या है?
सूचीबद्ध कंपनियों के शेयरों का हस्तांतरण पांच दिसंबर से अनिवार्य रूप से डीमैट फॉर्म में ही होना चाहिये। बाजार नियामक सेबी ने यह बात कही। सेबी ने अपनी हालिया अधिसूचना में शेयर ट्रासंफर एजेंट से जुड़े सूचीबद्धता दायित्व और डिसक्लोजर्स आवश्यकताओं (LODR) के नियमों में फेरबदल की घोषणा की।
Sebi ने 10 फर्मों के बैंक, डीमैट तथा म्यूचुअल फंड खातों को कुर्क करने का आदेश दिया है। यह कदम इन कंपनियों से 1.23 करोड़ रु के बकाए की वसूली के लिए उठाया है
संपादक की पसंद