यह तीसरा महीना है जब कोर सेक्टर के उद्योगों में वृद्धि दर्ज की गयी है। कोयला, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, इस्पात, सीमेंट और बिजली का उत्पादन बढ़ा है।
कोयला, प्राकृतिक गैस, रिफायनरी प्रोडक्ट, स्टील, सीमेंट और बिजली उत्पादन में बढ़त देखने को मिली है। औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) में आठों कोर सेक्टर की हिस्सेदारी 40 प्रतिशत है।
अप्रैल 2021 में प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पादों, इस्पात, सीमेंट और बिजली उत्पादन में क्रमश: 25 प्रतिशत, 30.9 प्रतिशत, 400 प्रतिशत, 548.8 प्रतिशत और 38.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई
प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, इस्पात और सीमेंट क्षेत्र के खराब प्रदर्शन की वजह से बुनियादी उद्योगों के उत्पादन में गिरावट आई है। नवंबर, 2019 में आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन 0.7 प्रतिशत बढ़ा था।
यह लगातार आठवां महीना है, जब इन क्षेत्रों का उत्पादन कम हुआ है, इस दौरान कोयला, उर्वरक, सीमेंट और बिजली क्षेत्रों में वृद्धि दर्ज की गयी। अक्टूबर 2019 में इन आठ क्षेत्रों के उत्पादन में 5.5 प्रतिशत की गिरावट आयी थी।
स्टील और सीमेंट सेक्टर में अप्रैल के दौरान सबसे तेज गिरावट दर्ज
मार्च के महीने में सभी 8 कोर सेक्टर में रहा गिरावट का रुख
दिसंबर के महीने में कोर सेक्टर में बढ़त दर्ज हुई है।
देश में बुनियादी क्षेत्रों (Core Sector) के आठ उद्योगों का उत्पादन अक्टूबर में 5.8 प्रतिशत घटा है जो आर्थिक नरमी के गहराने की ओर इशारा करता है।
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय द्वारा जुलाई-सितंबर के लिए त्रैमासिक वृद्धि के आंकड़े शुक्रवार को जारी किए जाने हैं।
आठ बुनियादी उद्योगों का उत्पादन सितंबर में 5.2 प्रतिशत घट गया है। बुनियादी क्षेत्र के आठ उद्योगों में से सात के उत्पादन में सितंबर में गिरावट आई है।
आठ प्रमुख उद्योगों में कोयला, कच्चा तेल, प्राकृतिक गैस, रिफाइनरी उत्पाद, उवर्रक, इस्पात, सीमेंट और बिजली शामिल हैं। पिछले साल अगस्त में इन क्षेत्रों का उत्पादन सालाना आधार पर 4.7 प्रतिशत ऊंचा रहा था।
कच्चा तेल और उर्वरकों के उत्पादन में गिरावट के साथ आठ बुनियादी उद्योगों की नवंबर की वृद्धि दर 3.5 प्रतिशत रही। यह बुनियादी उद्योगों की 16 महीने की न्यूनतम दर है।
बुनियादी क्षेत्र के आठ प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर सितंबर में गिरकर 4.3 प्रतिशत रही।
आठ बुनियादी उद्योगों की जुलाई में वृद्धि दर 6.6% रही। इसकी प्रमुख वजह कोयला, रिफाइनरी उत्पाद, सीमेंट और उवर्रकों का उत्पादन बेहतर रहना है।
देश के आठ प्रमुख उद्योगों की वृद्धि दर दिसंबर (2017) में घटकर 4 प्रतिशत पर आ गई, जबकि नवंबर (2017) के दौरान यह 7.4 प्रतिशत थी। आधिकारिक आंकड़ों से बुधवार को यह जानकारी मिली।
बुनियादी ढांचा की वृद्धि जनवरी में 3.4% रही जो पांच महीने का न्यूनतम स्तर है। रिफाइनरी उत्पादों, उर्वरक और सीमेंट के उत्पादन में गिरावट से वृद्धि दर घटी है।
अक्टूबर में कोर सेक्टर की आउटपुट ग्रोथ 6.6 प्रतिशत रही है, जो कि पिछले छह महीने का सबसे ऊंचा स्तर है, जो एक साल पहले इसी माह में 3.8 प्रतिशत थी।
कोर सेक्टर इंडस्ट्रीज की ग्रोथ दर सितंबर में 5 प्रतिशत रही है। यह पिछले तीन महीने में सबसे ज्यादा है। सीमेंट, स्टील और रिफाइनरी ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
सरकार और अर्थव्यवस्था के लिए यह खबर झटका देने वाली है। मई में आठ बुनियादी कोर सेक्टर की वृद्धि दर घटकर 2.8 फीसदी रही है। पिछले साल यह दर 4.4 फीसदी थी।
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