मार्च में ओवरऑल महंगाई घटकर 4.85 प्रतिशत पर आ गई जबकि कोर मुद्रास्फीति घटकर 3.3 प्रतिशत पर रही।
कार खरीदते समय आपको कम से कम 20 फीसदी या इससे अधिक का डाउन पेमेंट करना चाहिए। साथ ही ग्राहकों को 4 साल या इससे कम अवधि के लिए कार लोन लेना चाहिए।
रेपो रेट पर निर्णय करने वाली भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की द्विमासिक समीक्षा बैठक बुधवार को शुरू हुई थी। तीन दिन तक चले इस बैठक के बाद आज केंद्रीय बैंक रेपो रेट पर अपना फैसला सुनाएगी।
लंबे समय से लोन की ईएमआई कम होने का इंतजार कर रहे लोगों के लिए अच्छी खबर है। फाइनली लोन की ईएमआई कब कम होगी, इस बात की जानकारी मिल गई है। दुनियाभर समेत भारत में महंगाई कम होने से लोन सस्ता होने की उम्मीद बढ़ गई है।
अगर आरबीआई आगामी एमपीसी बैठकों में रेपो रेट नहीं घटाता है, तो ऑटो लोन महंगा होने की आशंका है। रेपो रेट में अब तक हुई 2.50 प्रतिशत की बढ़ोतरी में से 1.3 प्रतिशत रिटेल ऑटो लोन में आया है। यदि इस साल नीतिगत दर में कटौती नहीं होती है, तो ऑटो लोन 1.2 प्रतिशत और महंगा हो सकता है।
इस समय लगभग सभी बड़ी कार कंपनियों ने ईयर एंड ऑफर्स निकाले हुए हैं। इनमें डिस्काउंट और एक्सचेंज ऑफर्स शामिल हैं। ज्यादातर लोग कार खरीदने के लिए लोन लेते हैं। कार लोन में 20/4/10 का नियम बड़ा मददगार है। यह आपको बताता है कि आपको कैसा कार लोन लेना चाहिए।
Car Loan 8.60 प्रतिशत की ब्याज दर से शुरू है। कम से कम ब्याज दर पर लोन लेने के लिए आपका क्रेडिट स्कोर 750 से अधिक होना चाहिए।
SBI vs BoB vs PNB: अगर आप लोन पर गाड़ी लेने का प्लान बना रहे हैं तो यहां जानें कि बड़े सरकारी बैंकों में से किसमें सबसे सस्ता कार लोन मिल रहा है।
PNB Loan Offers: पंजाब नेशनल बैंक की ओर से कार लोन ऑफर निकाला गया है। इसमें जीरो प्रोसेसिंग फीस के साथ जल्द रीपेमेंट करने पर कोई अपफ्रंट चार्ज भी नहीं लिया जा रहा है।
धनतेरस और दिवाली में अब कुछ ही दिन बचे हैं। सालभर में सबसे ज्यादा गाड़ी और घर की बिक्री इस दौरान होती है। ऐसे में अगर आप कार या घर खदीने जा रहे हैं तो लोन की रकम पर बड़ी बचत कर सकते हैं। देश के कई बैंक फेस्टिव ऑफर लेकर आएं हैं।
होम और कार लोन की बढ़ी ईएमआई से जल्द राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। आरबीआई गवर्नर ने इसकी जानकारी दी है। ऐसे में जो लोग बढ़ी ईएमआई से परेशान हैं, उनको और इंतजार करना पड़ सकता है।
जानकारों का मानना है कि मैक्सिमम डाउनपेमेंट और मिनिमम कार लोन लेना एक समझदारी भरा फैसला है। कार लोन लेने का मतलब है कि आपको एक तय राशि मासिक किस्त यानी ईएमआई (EMI) के तौर पर चुकानी है।
उआरबीआई ने पिछले साल फरवरी में रूस-यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद से मुद्रास्फीति में आई तेजी के बीच ब्याज दरों में लगातार बढ़ोतरी कर इसे 6.50 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित भारत की खुदरा मुद्रास्फीति जून में बढ़कर तीन महीने के उच्चतम स्तर 4.81 प्रतिशत पर पहुंच गई।
आपको बता दें कि सेकेंड हैंड कार के लिए बैंक जो लोन देते हैं उस पर न्यूनतम ब्याज दर 9.25 फीसदी से शुरू होती है। कुछ बैंक 20 फीसदी तक ब्याज वसूलते हैं।
महंगाई को काबू में लाने के लिये रिजर्व बैंक पिछले साल मई से इस साल फरवरी तक रेपो दर में 2.5 प्रतिशत की वृद्धि कर चुका है।
आपको बता दें कि पिछले 11 महीने में आरबीआई ने रेपो रेट में 250 आधार अंकों की बढ़ोतरी किया है।
ब्याज दरों की समीक्षा के लिए RBI हर दो महीने में बैठक करता है। यह उन महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है, जिन पर शेयर मार्केट की नजर है।
आज हम आपको 50:20:4 का एक फॉर्मूला बता रहे हैं। अगर आप इसको फॉलो करेंगे तो कार खरीदने के बाद न ही आपका सेविंग का ब्रेक फेल होगा और न ही बाद में ईएमआई चुकाने में टेंशन आएगी।
एचडीएफसी बैंक और आईओबी बैंक की ओर से एमसीएलआर में बढ़ोतरी का सीधा असर इस बैंक के ग्राहकों पर होगा। बैंक से होम लोन, कार लोन, पर्सनल लोन समेत सभी तरह के लोन की ईएमआई बढ़ जाएगी।
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