दिल्ली के बुराड़ी में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत के बाद अब चुण्डावत परिवार के पालतु कुत्ते की संदिग्ध हालात में मौत हो गई है.........
चुंडावत परिवार के दस सदस्यों के शव एक जुलाई को घर में लटके पाए गए थे जबकि नारायण देवी घर के एक अन्य कमरे में फर्श पर पड़ी हुई मिली थी।
एक जुलाई को एक ही परिवार के 10 सदस्यों के शव छत से लगी लोहे की जाली से लटकते पाए गए थे। वहीं, नारायण देवी का शव दूसरे कमरे में जमीन पर पड़ा पाया गया था।
इसी रजिस्टर में लिखा है कि जब घर के सभी सदस्यों ने बड़ पूजा में हिस्सा लिया तो बड़े भाई दिनेश और दूसरी बेटी सुजाता को इससे दूर क्यों रखा गया। रजिस्टर के मुताबिक दोनों मांसाहारी थे इसलिए उन दोनों के लिए निर्देश था कि उन्हें इससे दूर रखा जाए और अनुष्ठान की भनक भी ना दी जाए।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मृतकों में से एक ललित सिंह चुंडावत के शरीर में कथित तौर पर उसके पिता की आत्मा आती थी और इसके बाद वह अपने पिता की तरह हरकतें करता था और नोट लिखवाया करता था...
मृतक के बड़े भाई इस घटना के बाद से काफी आहत है। उनका कहना है कि उनका पूरा परिवार ही खत्म हो गया है, जिसके बाद अब कुछ नहीं बचा है...
30 जून की रातो को मौत का अनुष्ठान हुआ और उसकी अगली सुबह एक पड़ोसी ने जो देखा उससे सबके होश उड़ गए। मौत सबको दिख रही थी लेकिन इसकी वजह कोई नहीं जानता था और इस अंधेरे में जब पुलिस की तफ्तीश शुरू हुई तो ललित का एक अनदेखा चेहरा सबसे सामने आ गया...
श्रीलंका में रणनीतिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बंदरगाह शहर हंबनटोटा में हवाईअड्डे का परिचालन भारत करेगा......
दिल्ली पुलिस ने बुराड़ी में रहस्यमय तरीके से एक परिवार के 11 सदस्यों की मौत मामले की तह तक जाने के लिए पुलिस ने शवों का मनोवैज्ञानिक पोस्टमॉर्टम......
परिवार के घर के सामने वाले घर के बाहर लगे कैमरे के फुटेज में दिखता है कि परिवार की बड़ी बहू सविता और उसकी बेटी नीतू पांच स्टूल ला रही हैं। इन्हीं स्टूलों को बाद में परिवार के लोगों ने फांसी लगाने में प्रयोग किया...
पूजा स्थल के पास एक डायरी में मिले नोट से रहस्यवाद का संकेत मिलता है। इसमें अध्यामिकता, मोक्ष, रीति-रिवाज और पिछले महीने की कुछ तिथियों का जिक्र है...
उत्तरी दिल्ली के बुराड़ी के संत नगर इलाके में एक ही परिवार के 11 लोगों की आत्महत्या के बाद देश भर में सनसनी मच गई है। वहीं, परिवार के सदस्य इसे आत्महत्या मानने के लिए तैयार नहीं है...
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