बिहार कांग्रेस को एक बार फिर तगड़ा झटका लगा है। दरअसल बिहार कांग्रेस के दो विधायक भारतीय जनता पार्टी नीत एनडीए में चले गए हैं। ऐसे में बिहार विधानसभा में मांग की गई है कि दोनों विधायकों को अयोग्य घोषित किया जाए।
क्या नीतीश कुमार बिहार विधानसभा भंग करना चाहते हैं? क्या बीजेपी और जेडीयू की खाई चौड़ी हो चुकी है? यह सवाल तेजस्वी यादव के ट्वीट के बाद उठने लगे हैं।
तेजस्वी यादव सहित राजद के अन्य नेताओं के खेला होने के बयान के बाद भाजपा ने सचेत होते हुए जबरदस्त फिल्डिंग सेट कर दी। सूत्रों का कहना है कि भाजपा के दिल्ली से लेकर प्रदेश तक के नेता सजग हो गए थे।
बिहार में एनडीए के साथ नीतीश कुमार की सरकार बनने के बाद वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने अपना पहला बजट पेश किया। इस दौरान उन्होंने आगामी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। वहीं बजट के दौरान विपक्ष द्वारा जमकर हंगामा किया गया।
नंदकिशोर यादव बिहार विधानसभा के स्पीकर होंगे। इसके लिए वह कल सुबह 10:30 बजे नामांकन करेंगे।
बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार को 12 फरवरी को विधानसभा में विश्वास मत साबित करना होगा। हालांकि, विधानसभा के वर्तमान स्पीकर और राजद नेता अवध बिहारी चौधरी ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया है।
बिहार विधानसभा का ये शीतकालीन सत्र बेहद जोरदार और शोरदार रहा। इस सत्र के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने महिलाओं पर ऐसा बयान दे दिया कि पूरी देश की राजनीति में विवाद छिड़ गया। इसके अलावा आरक्षण संशोधन बिल 2023 भी इस सत्र में पारित किया गया।
जनसंख्या नियंत्रण और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी पर सीएम नीतीश के विवादित बयान के बाद बिहार विधानसभा में लगातार हंगामा हो रहा है। विधानसभा में हंगामे के कारण आज सदन को फिर से स्थगित करना पड़ गया।
जो नेता विधानसभा और विधान परिषद में अश्लील बातें कर सकता है, क्या उसे बिहार का नेतृत्व करने का अधिकार है ? नीतीश कुमार ने जो बेशर्मी दिखाई, जिस तरह की गंदी बात की, उसके बाद उन्हें अपने पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है।
जीतन राम मांझी का कहना है कि नीतीश कुमार के दिमाग में कुछ कमजोरियां हैं और वे मानसिक संतुलन खो बैठे हैं इसीलिए वे इस तरह से बोल रहे हैं। उनसे ऐसी भाषा की उम्मीद नहीं थी।
ऐसा लगता है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आजकल कुछ अलग ही सुरूर चढ़ा हुआ है। जनसंख्या नियंत्रण पर उनके बयान को लेकर विवाद अभी थमा भी नहीं था कि अब वे विधानसभा में जीतन राम मांझी पर बिफर पड़े।
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र में गुरुवार को आरक्षण संशोधन विधेयक 2023 पेश किया गया, जिसे सर्व सम्मति से पास करा लिया गया। इसमें आरक्षण का दायरा बढ़ाकर 75 प्रतिशत करने का प्रस्ताव है।
अपनी बयानबाजी के कारण नीतीश कुमार बुरी तरह घिर चुके हैं। बीते दिन माफी मांगने के बावजूद लोगों का गुस्सा उनपर शांत नहीं हुआ है। अब अमेरिकी अभिनेत्री और गायिका मैरी मिलबेन ने भी नीतीश कुमार को इस मामले पर घेरा है।
विधानसभा में विवादित बयान देने के बाद आलोचना झेल रहे नीतीश कुमार ने आखिरकार माफी मांग ली है। उन्होंने कहा कि अगर मेरा बयान किसी को गलत लगा तो मैं माफी मांगता हूं। दूसरी ओर राष्ट्रीय महिला आयोग की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने नीतीश की तुलना कौरवों से की है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा विधानसभा में जनसंख्या नियंत्रण के उपायों पर बात कही गई। हालांकि, वह ये भूल गए कि वो सदन में बोल रहे हैं। विरोधी नीतीश की इन टिप्पणियों को अभद्र और अमर्यादित मान रहे हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज विधानसभा में कुछ ऐसा बोल गए कि सदन के अंदर मौजूद महिला और पुरुष विधायक भी झेंप गए। उन्होंने जनसंख्या नियंत्रण पर बोलते हुए ऐसी टिप्पणी की जिसे अभद्र और अमर्यादित बताया जा रहा है।
बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन पर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) के विधायकों ने इज़राइल-फिलिस्तीन संघर्ष को लेकर खूब हंगामा किया। सत्र में शोक प्रस्ताव के दौरान भी माले विधायक दल के नेता महबूब आलम हंगामा करते रहे।
लोकसभा में बिहार की तीन महिला सांसद हैं, जो महज 7.5 फीसदी भागीदारी हैं। वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में कुल 26 महिला विधायक चुनकर बिहार विधानसभा में पहुंची हैं, जबकि 2015 के विधानसभा चुनाव में मात्र 28 महिलाएं ही विधानसभा पहुंची थीं।
नीतीश कुमार ने कहा था कि देश में जितना जल्द चुनाव हो उतना अच्छा है। हम लोग चुनाव के लिए हमेशा तैयार हैं। बिहार दौरे के क्रम में शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि बिहार में जल्द चुनाव हो सकते हैं।
सम्राट चौधरी ने कहा कि जब हिटलरशाही नहीं चली तो नीतीशशाही भी नहीं चलेगी। नीतीश कुमार जैसे तानाशाह से बिहार को मुक्ति दिलाना ही भाजपा का एकमात्र लक्ष्य है।
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