500 साल के लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में रामलला अपने भव्य मंदिर में विराजमान हैं। राम मंदिर बनने के बाद ये पहली रामनवमी है ऐसे में इस बार रामनवमी पर सूर्य की किरणों से उनका अभिषेक किया गया है।
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की तरफ से कुछ महत्वपूर्ण जानकारियां शेयर की गई हैं। ट्रस्ट की ओर से मंदिर में आने वाले भक्तों के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं।
मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा ने बताया कि रामलला को उपहार स्वरूप मिले सोने-चांदी के आभूषणों और बहुमूल्य सामग्रियों के मूल्यांकन के लिए उन्हें पिघलाने और रख-रखाव की जिम्मेदारी भारत सरकार टकसाल को सौंपी गई है।
विधानसभा में सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या की गलियों में गोलियों की तड़तड़ाहट होती थी, परिक्रमाएं प्रतिबंधित होती थीं, कर्फ्यू लगता था। लेकिन हमने वचन निभाया और मंदिर वहीं बनाया।
अयोध्या के राम मंदिर पिछले 11 दिनों में दान पेटियों में करीब आठ करोड़ रुपये जमा हुए हैं, जबकि चेक और ऑनलाइन के जरिए करीब 3.50 करोड़ रुपये की धनराशि मिली है। भव्य मंदिर के गर्भगृह के सामने चार बड़े आकार की दान पेटियां रखी गई हैं, जिनमें श्रद्धालु राशि जमा कर रहे हैं।
25 जनवरी को लखनऊ से निकला सैकड़ों मुस्लिम रामभक्तों का जत्था जब 30 जनवरी को रामलला का आशीर्वाद लेने पहुंचा तो हर कोई प्रभु श्री राम के रंग मे रंगा दिखा। लखनऊ से अयोध्या तक मुस्लिम रामभक्त गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश कर रहे हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि हम लोग रामराज्य की अवधारणा से प्रेरणा लेकर अपनी सरकार चलाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हम अधिक से अधिक लोगों को अयोध्या जी ले जाने का प्रयास करेंगे।
राम भक्त सिर्फ रामलला के दर्शन ही नहीं कर रहे हैं, दिल खोलकर दान भी कर रहे हैं। दान देने में राम भक्तों ने सबको पीछे छोड़ दिया है। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी अनिल मिश्रा के मुताबिक दान के लिए मंदिर में दस काउंटर खोले गए हैं जहां भक्त ऑनलाइन दान कर सकते हैं।
जब लाखों रामभक्तों के समंदर के आगे पुलिस-प्रशासन के इंतजाम घुटने टेकने को मजबूर होने लगे, तो लखनऊ से योगी का हेलीकॉप्टर अयोध्या के लिए उड़ा.
बीजेपी ने अपने सभी सांसदों, विधायकों, मंत्रियों और संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे अपने-अपने क्षेत्र से उन सभी लोगों को अयोध्या ले जाने की व्यवस्था करें, जो लोग भगवान राम के दर्शन करना चाहते हैं।
श्री रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने सोशल मीडिया पर एक हैरान करने वाली जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि एक बंदर दक्षिणी द्वार से गूढ़ मंडप से होते हुए गर्भगृह में प्रवेश करके उत्सव मूर्ति के पास तक पहुंच गया था।
अयोध्या में इस वक्त कुछ ऐसा माहौल है जैसे दिवाली और छठ पर्व पर दिल्ली-मुंबई में होता है। ये भगवान राम की लहर है जिससे इस वक्त पूरा देश सराबोर है और सभी की जुबान पर बस एक ही नाम है जय श्री राम।
देश के गृह मंत्री अमित शाह ने आरोप लगाया कि 2014 से पहले की सरकारें देश की संस्कृति, धर्म और भाषाओं का सम्मान करने से डरती थीं। उन्होंने कहा है कि अब उस गहरे घाव को मिटा दिया गया है जो बाबर के युग के दौरान हमारे दिलों में हुआ था।
तेलंगाना में सोमवार को राम मंदिर के उद्घाटन के मौके पर कुछ जगहों से तनाव की खबर सामने आई। जुलूसों के दौरान उपद्रवियों ने एक दुकान में आग लगा दी और कई दुकानों में तोड़फोड़ की।
शादी समारोह में फिल्मी गानों पर डांस करने वाले बाराती इस शादी में अलग ही अंदाज में रंगे नजर आए। गले में भगवा पटका और डीजे पर बज रहे राम भजनों ने बारातियों को जमकर थिरकने को मजबूर कर दिया।
कर्नाटक के विजयपुरा में ‘श्री सिद्देश्वर लोक कल्याण चैरिटेबल ट्रस्ट’ द्वारा संचालित जेएसएस सुपर स्पेशलिएटी अस्पताल से 50 से अधिक गर्भवती महिलाओं ने विशेष अनुरोध किया था कि वे अपने बच्चे को 22 जनवरी को जन्म देना चाहती हैं।
मुस्लिम समुदाय के सदस्यों ने दो मस्जिदों और सैय्यद अली दरगाह के परिसर में भगवान राम की तस्वीरें लगाकर प्रार्थना की। इस अवसर पर उन्होंने ग्रामीणों को भोजन कराया और भगवा वस्त्र भी पहने।
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत काफी खुश नजर आ रहे हैं। अयोध्या में उन्होंने पीएम मोदी की जमकर तारीफ की और कहा कि अब हमें भी संयम से रहना होगा।
छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चाम्पा जिले में प्रभु श्रीराम ने वनवास का समय बिताया है। जांजगीर-चांपा जिले की धार्मिक नगरी शिवरीनारायण को गुप्त प्रयाग कहा जाता है।
Ayodhya Ram Mandir Inaugaration: भगवान राम की नगरी अयोध्या में रामलला की प्रतिमा के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में हिस्सा लेने के लिए देश-विदेश से कई दिग्गज पहुंचे हुए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान में हिस्सा लिया और रामलला को साष्टांग दण्डवत किया।
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