‘‘इंडिया फर्स्ट’’ को अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन का ध्येय बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि हार और जीत उनके मन पर असर नहीं करती थी और उनके स्वर में पराजय को विजय में बदलने की ताकत थी।
25 दिसंबर को पूरी दुनिया में क्रिसमस का त्यौहार मनाया जाता है और इसके साथ ही नए साल के आने की दस्तक सुनाई देने लगती है। इतिहास में ये तारीख कई महान विभूतियों के जन्म और मरण के साथ दर्ज है।
सियासी परिवेश में अटल जी को राजनीति का साधू कह लीजिए। क्यों कहिए? इसका जवाब आपको इस लेख में मिल जाएगा। पढ़िए, उनकी जयंती पर कुछ खास।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की आज (25 दिसंबर) जयंती है। अटल जी की 94वीं जयंती के इस अवसर पर उनकी समाधि 'सदैव अटल' स्मृति स्थल को राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा।
संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन दोनों सदनों की बैठक वाजपेयी, अनंत कुमार और सोमनाथ चटर्जी जैसे कई पूर्व दिवंगत सांसदों को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई।
उत्तराखंड मंत्रिमंडल ने कुल 27 प्रस्तावों को पारित किया है।
आज नवाबों के शहर लखनऊ में जब भारतीय टीम मंगलवार को वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच के लिए उतरेगी, तब उसका लक्ष्य न सिर्फ इस मैच को जीतना होगा, बल्कि सीरीज को अपने नाम करना भी होगा।
पार्टी कार्यालय में अस्थियां रखी जाएंगी ताकि गुरूवार को लोग वाजपेयी को श्रद्धांजलि अर्पित कर सकें।
अठारहवें एशियाई खेलों में 65 किलो फ्रीस्टाइल कुश्ती में पीला तमगा जीतकर भारत को पहला स्वर्ण दिलाने वाले बजरंग पूनिया ने अपना पदक दिवंगत प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को समर्पित किया।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) मुख्यालय के बाहर शुक्रवार को सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश को अपमानित किया गया, अपशब्द कहे गए और पीटा गया।
देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की मृत्यु पर राजनीति के साथ ही उद्योग जगत ने भी उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।
अटल बिहार वाजपेयी देश के पहले प्रधानमंत्री थे जिन्होंने देश के आर्थिक विकास में सड़कों का महत्व समझा और देश में सड़कों के सबसे बड़े प्रोजेक्ट स्वर्णिम चतुर्भुज की शुरूआत की।
अटल बिहारी बाजपेयी लंबे वक्त से बीमारी से जूझने के बाद गुरुवार को इस दुनिया को अलविदा कह गए। पूरा देशभर में उनके निधन से शोक की लहर छाई हुई है। ऐसे में पाश्र्व गायिका लता मंगेशकर ने अपनी अटल जी की कुछ खूबसूरत लाइनों को अपनी जादूई आवाज में सजाया है।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 16 अगस्त की शाम 5 बजकर 5 मिनट पर अंतिम सांस ली थी। उनके निधन के बाद से ही लोग उनसे जुड़ी अपनी यादों को ताजा कर रहे हैं।
अगर वह स्वस्थ्य रहते तो भाजपा शायद कभी भी इतनी जनविरोधी, संकीर्ण, संकुचित, अहंकारी व विद्वेषपूर्ण नीति वाली पार्टी न होती जितनी आज हर तरफ से नजर आती है।
अटल बिहारी वाजपेयी देश की प्रेरणा है। उनकी हर एक कविता आपके जीने का नजरिया बदल देगा। पढ़ें उनकी कुछ फेमस कविताएं।
पोम्पिओ ने गुरूवार को एक बयान में कहा, ‘‘पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर अमेरिका के लोगों की ओर से मैं भारत की जनता के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करता हूं।’’,
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार को देखते हुए राष्ट्रीय राजधानी के कई मार्ग शुक्रवार बंद रहेंगे।
अटल जी को कविताओं के साथ-साथ खाने-पीने के भी शौकीन थे। अब आप सोच रहे होगे कि वह अपनी छुट्टियां बिताने के लिए विदेश जाते होगे। तो आपको बता दें कि वह भारत में मौजूद अपनी कुछ पंसदीदा जगहों पर जाते थे। इस पसंदीदा जगहों मेंं शामिल था हिमाचल प्रदेश का मनाली।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन पर बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने गहरा दुख व्यक्त किया।
पाकिस्तान के भावी प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के निधन पर शोक जाहिर करते हुए कहा कि भारत-पाकिस्तान.....
अटल जी को खाने का बहुत अधिक शौक था। जिस भी शहर जाते थे वहां कि फेमस चीज वह जुरुर खाते थे। इतना ही नहीं उन्हें खाने के साथ-साथ बनाने का भी शौक था।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे 11 जून से एम्स में भर्ती थे।
भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के जाने से बॉलीवुड जगत को भी गरा सदमा लगा है। कई बॉलीवुड सेलिब्रिटीज ट्वीट करके दुख जाहिर कर चुके हैं।
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का गुरुवार को 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। पिछले 9 हफ्ते से अस्पताल में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री ने दिल्ली के एम्स में आखिरी सांस ली।
भारत पूर्व प्रधानमंत्री और अटल बिहारी वाजपेयी का निधन हो गया है। वह 93 वर्ष के थे। अटल बिहारी वाजपेयी काफी लंबे समय से बिमार चल रहे थे। भाजपा के 93 वर्षीय नेता मधुमेह से पीड़ित हैं और उनकी एक किडनी ही काम कर रही है। उन्हें 2009 में मस्तिष्काघात हुआ थ
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह पिछले 9 हफ्ते से किडनी और फेफड़ों में इन्फेक्शन के चलते दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे।
अटल बिहारी वाजपेयी केवल एक अच्छे नेता नहीं बल्कि एक कवि भी थे। उनकी हर एक कविता में ऐसे शब्द छिपे होते है। जिसे सुनपर आपके अंदर एक पॉजिटिव प्रभाव पड़ेगा। आपके अंदर खो चुका साहस, धैर्य भर जाते है। आप भी पढ़ें अटल बिहारी वाजपेयी के कुछ अनमोल विचार।
भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का 93 साल की उम्र में निधन हो गया है। वे 11 जून से एम्स में भर्ती थे। कल देर शाम तबीयत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया था।
डॉक्टरों के मुताबिक 65 साल से ज्यादा उम्र के व्यक्ति को इस बीमारी के होने का खतरा अधिक रहता है। उम्र के साथ बीमारी और बढ़ती जाती है। जानिए पूर्व मंत्री अटल बीमारी वाजपेई की बीमारी के बारें में
अटल बिहारी वाजपेई जी ने 15 अगस्त 2003 को लालकिले की प्राचीर से अपना अंतिम भाषण दिया था, उनके भाषण के मुख्य अंश इस तरह से हैं
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