पाकिस्तान ने अमृतसर आतंकवादी हमले में अपनी संलिप्तता के आरोपों को गुरूवार को खारिज किया जिसमें तीन व्यक्ति मारे गए थे।
पंजाब के अमृतसर में धार्मिक डेरे के कार्यक्रम के दौरान हुए ग्रेनेड हमले के मामले में पुलिस ने कुछ कट्टरपंथियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। वहीं प्रदेश के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि निरंकारी भवन पर हमला ‘आतंकवाद’ का मामला है।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अमृतसर की घटना में शामिल लोगों के संबंध में जानकारी मुहैया कराने वाले को 50 लाख रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की।
सीएम अमरिंदर की प्रेस कॉन्फ्रेंस निरंकारी भवन के सामने होनी थी और उस जगह पर रेड कार्पेट बिछाया गया था। जैसे ही वो तस्वीरें वायरल हुई विवाद खड़ा गया।
करीब 40 साल पहले यानि 1978 के दौरान पंजाब में इसी तरह से आतंक की शुरुआत हुई थी, उस समय भी सबसे पहले निरंकारियों को निशाना बनाया गया था
अमृतसर के राजासांसी गांव के निरंकारी भवन में सत्संग के दौरान हुए इस धमाके में 3 लोगों की मौत हो गई है जबकि 10 अन्य लोग घायल हो गए हैं।
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