India gate-Rajpath now Kartavyapath: राजपथ का इतिहास दिल्ली के राष्ट्रीय राजधानी बनने से जुड़ा है। वर्ष 1911 में जार्ज पंचम दिल्ली दरबार आए थे। इसी दौरान भारत की राष्ट्रीय राजधानी को कोलकाता से बदलकर दिल्ली किया गया। जार्ज पंचम इसी पथ से होकर दिल्ली दरबार पहुंचे थे।
बता दें कि राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जल रही जिस लौ में अमर जवान ज्योति का विलय किया गया है वह इंडिया गेट के दूसरी तरफ केवल 400 मीटर की दूरी पर स्थित है।
अमर जवान ज्योति की लौ बुझ नहीं रही है। इसका राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की लौ में समाहित किया जा रहा है। यह अजीब बात है कि अमर जवान ज्योति की लौ को 1971 और अन्य युद्धों के शहीदों की याद में प्रज्ज्वलित किया गया था, वहां उन युद्धों में शहीद हुए लोगों के नाम मौजूद नहीं नहीं हैं।
नई दिल्ली में इंडिया गेट पर जल रही 'अमर जवान ज्योति' का राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जल रही लौ में विलय करने पर कांग्रेस नेता और सांसद राहुल गांधी ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने ट्वीट करके कहा—बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा।
राष्ट्रीय राजधानी में इंडिया गेट पर पिछले 50 साल से जल रही अमर जवान ज्योति का शुक्रवार को राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर जल रही लौ में विलय किया जाएगा। सेना के अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
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