Tuesday, March 19, 2024
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हार्ट अटैक के मरीजों की बेहतर देखभाल करता है यह iPhone ऐप, टेस्टिंग में मिले शानदार रिजल्ट!

इस ऐप की टेस्टिंग 60 मरीजों पर की गई थी, और उनमें से सिर्फ 3 प्रतिशत को 30 दिन के अंदर दोबारा अस्पताल में दाखिल करने की जरूरत पड़ी थी...

IndiaTV Hindi Desk Edited by: IndiaTV Hindi Desk
Published on: February 24, 2018 15:02 IST
New iPhone app Corrie claims to slash hospital readmissions for heart attack patients- India TV Hindi
New iPhone app Corrie claims to slash hospital readmissions for heart attack patients

नई दिल्ली: स्मार्टफोन आज अधिकांश लोगों की जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है, और इस कमाल की डिवाइस की जान हैं ऐप्स। स्मार्टफोन के कुछ ऐप्स हमारी रोजाना की जिंदगी को आसान बनाने के साथ-साथ हमें व्यवस्थित रहने में भी मदद करते हैं। इसी तरह का एक ऐप खास iPhone के लिए बनाया गया है। यह ऐप दिल की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए बहुत ही काम का साबित हो सकता है। ‘कोरी’ नाम का यह ऐप उन लोगों को अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखने में मदद करता है जो हार्ट अटैक से बच चुके हैं। 

रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह ऐप ऐपल केयरकिट प्लैटफॉर्म पर पहला कार्डियॉलजी ऐप है। इस ऐप का काम मरीजों को दिल की बीमारियों के बारे में और हॉस्पिटल से पूरी डिस्चार्ज प्रोसेस को बताना है। खास बात यह है कि इसके जरिए मरीज हार्ट अटैक के बाद अपने मेडिकेशन, फॉलो-अप अपॉइंटमेंट्स और अपनी लाइफस्टाइल में किए जाने लायक अहम बदलावों के बारे में जानकारी पा सकेंगे। इस तरह इस ऐप के इस्तेमाल से हार्ट के मरीज खुद अपना ख्याल रखने में सक्षम होंगे।

New iPhone app Corrie claims to slash hospital readmissions for heart attack patients

New iPhone app Corrie claims to slash hospital readmissions for heart attack patients

Corrie App

इस ऐप के जरिए मरीजों को यह भी जानकारी दी जाती है कि उन्हें कब और कैसे अपना ख्याल बेहतर तरीके से रखना है। साथ ही, इस ऐप को ऐपल वॉच से सिंक करके हार्ट रेट और ब्लड प्रेशर को मॉनिटर किया जा सकता है। इसके अलावा यह ऐप मरीज के स्वास्थ्य को ज्यादा विस्तार से देखने के लिए एक ब्लूटूथ ब्लड प्रेशर मॉनिटर से प्राप्त हुए परिणाम का विश्लेषण भी करता है।

टेस्टिंग में मिले शानदार रिजल्ट

इस ऐप की टेस्टिंग जॉन्स हॉपकिंस हॉस्पिटल और जॉन्स हॉपकिंस बेव्यू मेडिकल सेंटर के 60 मरीजों पर की गई थी, और उनमें से सिर्फ 3 प्रतिशत को 30 दिन के अंदर दोबारा अस्पताल में दाखिल करने की जरूरत पड़ी थी। खास बात यह है कि इसी अस्पताल में ऐप का इस्तेमाल न करने वाले हार्ट अटैक के अन्य मरीजों में 19 प्रतिशत को दोबारा अस्पताल आना पड़ा था। इस तरह इस ऐप की मदद से न सिर्फ मरीजों के स्वास्थ्य की बेहतर देखभाल हो सकती है, बल्कि अस्पताल का खर्च भी बच सकता है।

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