जकार्ता: भारत के भाला फेंक के एथलीट सुंदर सिंह गुर्जर ने गुरूवार को एशियाई पैरा खेलों में पुरूषों के एफ46 वर्ग में रजत पदक जीता जबकि परालंपिक में दो बार गोल्ड मेडल जीतने वाले देवेंद्र झाझरिया चौथे स्थान पर रहे। इसी स्पर्धा में रिंकू ने कांस्य पदक जीता। एफ46 विकलांगता शरीर के ऊपरी हिस्से के किसी अंग की कमजोरी से जुड़ा है।
भारत ने पुरुषों की 400 मीटर दौड़ टी13 में भी कांस्य पदक जीता। उसको यह पदक अवनिल कुमार ने दिलाया। टी13 आंखों में कम रोशनी से जुड़ा वर्ग है।
भाला फेंक में गुर्जर ने अपने पांचवें प्रयास में 61.33 मीटर के साथ सिल्वर मेडल हासिल किया। गुर्जर ने इन खेलों से पहले 22 दिन फिनलैंड में अभ्यास किया था। रिंकू ने 60.92 मीटर भाला फेंका जो उनका सर्वश्रेष्ठ व्यक्तिगत प्रदर्शन भी है। श्रीलंका के दिनेश हेराथ ने 61.84 मीटर के साथ गोल्ड मेडल जीता।
झाझरिया को हालांकि निराशा हाथ लगी। पिछली बार के रजत पदक विजेता और खेल रत्न पुरस्कार विजेता झाझरिया ने इस सत्र में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 59.17 मीटर भाला फेंका लेकिन यह पदक जीतने के लिये पर्याप्त नहीं था।
पुरुषों की 400 मीटर दौड़ में अवनिल कुमार 52 सेकेंड का समय लेकर कांस्य पदक जीता। ईरान के ओमिद जारिफसनायेई ने 51.41 सेकेंड के साथ गोल्ड जबकि थाईलैंउ के सोंगवुट लैमसन ने रजत पदक जीता। कुमार मामूली अंतर से रजत से चूक गये।