30 मई यानी आज से इंग्लैंड एंड वेल्स की सरजमीं पर क्रिकेट के महाकुम्भ का आगाज होगा। जिसमें इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका की टीमों के बीच विश्वकप का पहला मैच खेला जायेगा। इस बार विश्व को काफी अधिक रोमांचक होने वाला है। क्योंकि सभी 10 टीम राउंड रॉबिन फॉर्मेट में खेलेंगी। ऐसे में फोर्मेट में बदलाव के साथ इस बार आईसीसी ने सात नए नियमों को भी लागू करने की अनुमति दे दी है। जिन पर पहली बार विश्व कप में अमल किया जाएगा।
अंपायर से बुरा बर्ताव बनेगा सजा
कई बार खिलाड़ियों को अंपायर से बुरा बर्ताव करते या फिर उनके फैसले पर असहमति दर्शाते देखा गया है। ऐसी स्थिति में अगर कोई खिलाड़ी इस तरह का दुर्व्यवहार करते पाया जाता है तो आईसीसी कोड ऑफ कंडक्ट की लेवल 4 की धारा 1.3 के तहत अंपायर को यह अधिकार दिया गया है कि वो तत्काल उस खिलाड़ी को मैच से बाहर भेज सकते हैं।
दो टिप्पा गेंद मानी जाएगी नो बॉल
नए नियम के मुताबिक मैच के दौरान यदि कोई गेंदबाज दो बार बाउंस गेंद फेंकता है तो उसे नो बॉल करार दे दिया जाएगा। इससे पहले नो बॉल देने का प्रावधान नहीं था। गौरतलब है कि नो बॉल पर बल्लेबाज को फ्री-हिट भी मिलती है। जाहिर सी बात है इस नियम के बाद गेंदबाजों को सावधानी बरतनी होगी।
हेलमेट से लगकर कैच पकड़ने पर आउट
यदि कोई बल्लेबाज का हवाई शॉट फील्डर के हेलमेट से लगकर उछल जाए और उस गेंद को कोई फील्डर कैच कर ले तो नियमों के मुताबिक बल्लेबाज़ को आउट करार दे दिया जाएगा। लेकिन हैंडल द बॉल की स्थिति में बल्लेबाज को नॉटआउट माना जाएगा।
रिव्यू नहीं होगा खराब
नए नियमों के मुताबिक यदि कोई बल्लेबाज या फील्डिंग कर रही टीम डीआरएस का निर्णय लेती है और अंपायर्स कॉल के कारण अंपायर का फैसला बरकरार रहता है तब इस परिस्थित में टीम का रिव्यू बेवजह खराब नहीं होगा।
बल्ला लाइन पर होगा तो भी आउट
इससे पहले रन आउट या स्टंपिंग के मामले में बल्ले के ऑन द लाइन होने पर आउट नहीं दिया जाता था। नए नियमों के मुताबिक अब आउट करार दिया जाएगा। और हाँ, यदि बल्ला या बल्लेबाज का पैर लाइन के अंदर हवा में होगा तो बल्लेबाज को आउट नहीं दिया जाएगा।
अब नो बॉल, बाई और लेग बाई का रन अलग से जुड़ेगा
पहले किसी गेंदबाज द्वारा नो बॉल फेंकने पर अगर बाई या लेग बाई से रन बनता था, तो उसे नो बॉल में जोड़ा जाता था। लेकिन नए नियमों के अनुसार अब ऐसा नहीं होगा। अब नो बॉल और बाई-लेग बाई का रन अलग से जुड़ेगा।